मशरूम किसानों की उपज को बाज़ार तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं कुलदीप बिष्ट
कुलदीप बिष्ट कहते हैं कि एक झोपड़ी से ही किसान मशरूम की खेती की शुरुआत कर सकता है। मिट्टी के घर में भी किसान मशरूम प्लांट बना सकते हैं।
कुलदीप बिष्ट कहते हैं कि एक झोपड़ी से ही किसान मशरूम की खेती की शुरुआत कर सकता है। मिट्टी के घर में भी किसान मशरूम प्लांट बना सकते हैं।
Mushcon International Mushroom festival 2021 में एक जिला एक उत्पाद योजना (ODOP) से जुड़े कई बड़े ऐलान किए गए। इसी कड़ी में उत्तराखंड में मशरूम की खेती को बढ़ावा देने को लेकर कई विशेष कदम उठाए गए हैं।
सरकार ने जानकारी दी है कि 19 अक्टूबर तक धान खरीद के करीबन 4157 करोड़ रुपये DBT यानि डायरेक्ट बेनिफ़िट ट्रांसफर के ज़रिए किसानों के खातों में पहुंच चुके हैं। सरकार ने फसलों के भुगतान की समय सीमा 72 घंटे तय की है।
विशेषज्ञों का मानना है कि मशरूम ऐसी उच्च मूल्य वाली कृषि फसल है, जो छोटे और सीमांत किसानों की आय में बढ़ोतरी करने में कारगर साबित हो सकती है। मशरूम की खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार भी कई कदम उठा रही है।
Mushcon International Mushroom Festival के तहत मशरूम उत्पादन को बढ़ावा देने, मार्केटिंग के लिए कदम उठाने जैसे उपायों पर चर्चा होगी। मशरूम का उत्पादन बढ़ेगा तो किसानों और स्वरोजगार करने वालों को ज़्यादा अवसर मिलेंगे।
एक हफ़्ते बाद भी किसानों के खाते में पैसे नहीं आने से अगली फसल की तैयारी में हो रही मुश्किलों की शिकायतें कई किसानों की ओर से आ रही हैं।
लौंग के पेड़ की कलियों, गिरी हुई पत्तियों और तनों का भी तेल बनाने के लिए उपयोग किया जाता है। लौंग की कली और उसके तेल का इस्तेमाल दवा, चिकित्सा और इत्र बनाने में किया जाता है।
शुगरकेन कटर प्लांटर के इस्तेमाल से रोपण की लागत को लगभग 53 फ़ीसदी तक कम किया जा सकता है। इससे मज़दूरी पर खर्च होने वाले पैसों की बचत तो होगी ही साथ ही गन्ना उत्पादन क्षमता में भी सुधार होगा।
सुप्रीम कोर्ट का उत्तर प्रदेश के डीजीपी को आदेश- घटनाक्रम के सबूत नष्ट ना हों, इसका ख्याल रखा जाए। अगली सुनवाई 20 अक्टूबर को होगी।
लखीमपुर में 8 लोगों की मौत के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने लेटर पिटिशन पर लिया संज्ञान। पुलिस इस मामले में गिरफ्तार किए गए लोगों से पूछताछ में जुटी है।
इस ग्राफ्टिंग तकनीक से खासकर उन इलाकों के किसानों को ज़्यादा फ़ायदा होगा, जहां बरसात के बाद कई दिनों तक पानी भरा रहता है।
पांच सदस्यीय कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल पीड़ित किसान परिवारों के अलावा लखीमपुर हिंसा में मारे गए पत्रकार रमन कश्यप के परिवार से मिलेंगे।
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर में हिंसा के बाद प्रशासन और किसानों के बीच कुछ बातों को लेकर समझौता भी हुआ है। वहीं सुप्रीम कोर्ट ने पूछा कि लखीमपुर हिंसा की ज़िम्मेदारी आखिर कौन लेगा?
अब तक नैनो लिक्विड यूरिया की 50 लाख से ज़्यादा बोतलों का उत्पादन हो चुका है। प्रतिदिन नैनो यूरिया की एक लाख बोतलों का उत्पादन हो रहा है।
इस बायोडिग्रेडेबल पॉलीथिन में फल-सब्जी, घर का अन्य सामान लाने के साथ ही गरम खाना भी पैक किया जा सकेगा। पूरी तरह से पर्यावरण अनुकूल होने से लोगों की सेहत पर भी इसका असर नहीं पड़ेगा।
संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले कुछ किसान संगठन तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर डटे हुए हैं। अब किसानों के इस अनिश्चितकाल धरने को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने एक याचिका पर सख्त टिप्पणी की हैं।
पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ लेने के लिए आवेदन फ़ॉर्म भरते वक्त एकदम सटीक जानकारी भरने और सही कागजातों का होना ज़रूरी है। जानिए किस तरह से किसान किन किन बातों का ध्यान रखकर इस योजना का लाभ ले सकते हैं।
राष्ट्रीय महिला आयोग की इस परियोजना के तहत महिलाओं को मूल्यवर्धन, गुणवत्ता वृद्धि, पैकेजिंग और डेयरी उत्पादों की मार्केटिंग को लेकर भी प्रशिक्षण दिया जाएगा।
पशु मेलों में अपना दबदबा जमाने वाले सुल्तान ने अपने मालिक और उसके परिवार को इतना नाम दिलाया कि आज सुल्तान से ही उनकी पहचान है।
ये बीज जलवायु परिवर्तन के प्रभाव से खेती की सुरक्षा करने और कुपोषण मुक्त भारत के अभियान में बहुत सहायक होने वाला हमारे वैज्ञानिकों की खोज का परिणाम है।