आठवें दौर की मीटिंग खत्म, अगली मीटिंग 15 जनवरी को होगी
Live Update : 5:55 PM : आज की मीटिंग खत्म हुई। किसान नेताओं और सरकार के बीच अगली मीटिंग 15 […]
Live Update : 5:55 PM : आज की मीटिंग खत्म हुई। किसान नेताओं और सरकार के बीच अगली मीटिंग 15 […]
आज सरकार के साथ होने वाली आठवें दौर की मीटिंग से पहले भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (WDFC) के 306 किलोमीटर लंबे रेवाड़ी-मदार खंड को वीडियो कॉन्फ्रेंस के
JEE Advanced Exam 2021 की डेट्स घोषित कर दी गई है। कोरोना संक्रमण के चलते इस बार IIT में एडमिशन
खेती में होने वाले विभिन्न खर्चों में कटौती करके खेती को लाभदायक बनाया जा सकता है। किसानों को सिंचाई के लिए ड्रिप इरिगेशन पद्धति अपनानी चाहिए।
अखरोट की खेती करना किसानों के लिए बहुत ही फायदेमंद हो सकता है। अखरोट की खेती के लिए कुछ जरूरी
Live Update: 4.05 PM : ट्रैक्टर मार्च को संबोधित करते हुए किसान नेताओं ने कहा कि सरकार किसानों की मांग
केरल सरकार ने बड़ी पहल करते हुए उन किसानों के लिए मुआवजे की मंजूरी दे दी है जिनकी बतखों को
भारतीय मसाला बोर्ड तथा डीबीटी-एसएबीसी बायोटेक किसान हब ने आईसीएआर-एनआरसीएसएस, आरएसएएमबी और कोटा कृषि विश्वविद्यालय के सहयोग से गुणवत्तायुक्तधनिये केउत्पादन,फसल
कृषि कानूनों के विरोध में चल रहा किसानों का विरोध प्रदर्शन आज 43वें दिन भी जारी है। आज किसान विरोध
भारत में कृषि और पशुपालन का काफी बड़ा महत्व है। किसानों की जिंदगी ज्यादातर पशुपालन पर ही आधारित है क्योंकि
देश के अलग अलग हिस्सों से दिल्ली बॉर्डर पहुंचे किसानों ने देश की जनता को सेहत का एक संदेश भी
Kamdhenu Gau-Vigyan Prachar-Prasar Pareeksha देश में गौवंश को संरक्षण तथा बढ़ावा देने के लिए केन्द्र सरकार सहित विभिन्न राज्य सरकारें
सुप्रीम कोर्ट ने देश की राजधानी दिल्ली में चल रहे किसानों के आंदोलन पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा है
नए कृषि बिलों के विरोध में दिल्ली बॉर्डर पर अपनी मांगों का पुलिंदा लेकर पहुंचे किसानों के पिज़्ज़ा खाने और खिलाने पर बहुत चर्चा हुई..सोशल मीडिया पर तरह तरह के कमेंट किए गए..लेकिन क्या आपको इस पिज़्ज़ा की असली कहानी पता है..
दिल्ली के पास धरने में जुटे आंदोलनकारी किसानों की हर तस्वीर एक अलग कहानी कहती है। यहां मैनेजमेंट के छात्रों को एक सबक मिलता है औऱ किसानों को दिशा।
उन्होंने कृषि अनुसंधान को भी किसानों तक हिंदी में अधिकाधिक पहुंचाने पर जोर दिया, ताकि कृषि क्षेत्र में नीचे गांव-गांव तक इसका लाभ सभी को मिल सकें।
मध्यप्रदेश के लोग अपने खेतों और निजी भूमि पर लगाए गए नए वृक्षों को बिना अनुमति काट सकेंगे। साथ ही अपनी जमीन पर सभी प्रजाति के वृक्ष लगा सकेंगे। वृक्षों से प्राप्त काष्ठ के परिवहन के लिए कुछ मामलों को छोड़कर टी.पी. से छूट दी जाएगी।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि हर जिले में शासकीय एवं निजी क्षेत्रों में नियोजन तथा स्वरोजगार के माध्यम से रोजगार के अधिक से अधिक अवसर सृजित किए जाएं।
सोमवार को सातवें दौर की मीटिंग भी विफल होने के बाद आज संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक रखी गई है। इस बैठक में आगे की रणनीति तय की जाएगी।