कम लागत में ज्यादा मुनाफा चाहिए तो शुरु करें ये आसान बिजनेस
हम आपको ऐसे 2 स्वदेशी बिजनेस के बारे में बता रहे हैं, जिनसे आप लाखों रुपए का मुनाफा कमा सकते हैं।
हम आपको ऐसे 2 स्वदेशी बिजनेस के बारे में बता रहे हैं, जिनसे आप लाखों रुपए का मुनाफा कमा सकते हैं।
आज हर व्यक्ति ऐसा कारोबार करना चाहता है, जिसमें मुनाफा ज्यादा से ज्यादा हो। पशुपालन भी ऐसा ही एक कारोबार है, जिसे यदि सही और वैज्ञानिक तरीके से किया जाए, तो उसमें नुकसान नहीं होता, बल्कि फायदा ही फायदा है। इसके लिए आप गाय, भैंस, सूअर, मुर्गी, बतख, भेड़, बकरी आदि पाल सकते हैं। जानिए पशुपालन से जुड़ी कुछ महत्त्वपूर्ण बातें-
आलू की खेती (Farming of potato): जमीन को नई फसल के लिए तैयार करने के लिए किसान पराली जला देते
मशरूम खाने में जितने स्वादिष्ट होते हैं, उतने ही गुणकारी भी होते हैं। यह एक ऐसा पौधा होता है, जिसमें
सिरोही बकरियों की विशेषता यह है कि ये सामान्य बकरियों से ज्यादा दूध देती हैं और इनमें बीमारियां भी ना के बराबर पाई जाती हैं। इतना ही नहीं इन पर मौसम बदलने का भी कोई प्रभाव नहीं पड़ता।
कंपनी ने 2020 के अंत तक 400 नए आउटलेट्स बनाने की योजना बनाई है। मदर डेयरी की फ्रेंचाइजी लेने के लिए आपको लगभग 5 से 10 लाख रुपये तक का इनवेस्टमेंट करना पड़ेगा। शुरुआत में कंपनी को फीस के रूप में 50 हजार रुपए तक देने होंगे।
पिछले साल अगस्त 2019 में 13,871 यूनिट ट्रैक्टरों की बिक्री हुई थी, वहीं इस वर्ष अगस्त में 23,203 ट्रैक्टरों की बिक्री हुई है। इतना ही नहीं इस साल कंपनी के एक्सपोर्ट में भी इजाफा हुआ है।
आइए जानते हैं किस तरह बेहतर लहसुन की खेती की जाए और ज्यादा से ज्यादा कमाई की जाए।
शीतल सूर्यवंशी ऑर्गेनिक अमरूद की खेती करके लाखों कमा रहे हैं। जानिए क्या है शीतल सूर्यवंशी की कहानी
अब बाजार में ऐसी आधुनिक मशीनें आ गई हैं, जिनसे फसल की कटाई का काम बड़ी सरलता से पूरा हो जाता है। बाजार में उपलब्ध कई तरह की मशीनों में से एक है रीपर बाइंडर मशीन।
सरकार ने हाल ही में कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग के कानून से जुड़े विवाद के समाधान के लिए नियम और प्रक्रिया जारी कर दी है। हाल ही में सरकार ने फार्मर्स एग्रीमेंट ऑन प्राइस अश्योरेंस एंड फार्म सर्विसेज एक्ट 2020 लागू किया है। हालांकि पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में इस कानून का विरोध भी किया जा रहा है।
पारिजात का फूल भारत के पश्चिम बंगाल राज्य का राजकीय फूल है। मां दुर्गा और भगवान विष्णु को ये फूल अर्पित किए जाते हैं। पारिजात को हरसिंगार, शेफाली, शेफालिका, रात की रानी और दुखों का पेड़ भी कहा जाता है। इसके फूल सफेद-नारंगी रंग के होते हैं। छोटे या बड़े पेड़ के रूप में यह विकसित होता है। इसका छोटा पौधा 10 से 11 मीटर की ऊंचाई तक बढ़ सकता है।
नया मोटर व्हीकल एक्ट लागू होने के बाद से प्रदूषण जांच केंद्र खोलना अच्छा आइडिया है। इससे महीने की लगभग 50 से 60 हज़ार तक इनकम हो सकती है।
हम आपको ऐसे ही 2 खाद्य उद्योगों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें कम पैसा लगाकर ग्रामीण इलाकों में भी शुरू किया जा सकता है।
केवल 9 साल की उम्र में यदि आपका बच्चा कमाने लगे, तो इससे ज्यादा अच्छी बात भला माता-पिता के लिए क्या हो सकती है? ऐसा ही एक बच्चा वियान मात्र 9 साल की उम्र में अपने घर पर ही गार्डनिंग करके ऑर्गेनिक तरीके से फल व सब्जियां उगा कर कमाई कर रहा है।
पराली जलाने की समस्या से छुटकारा पाने के लिए पूसा में भारतीय कृषि अनुसंधान ने कम लागत में कैप्सूल तैयार किए हैं। इन्हें पूसा डीकंपोजर कैप्सूल भी कहा जाता है।
Gajar ki Kheti – एक हेक्टेयर खेत में 6 से 14 लाख रुपए की गाजर की फसल तैयार हो जाती है।