जम्मू कश्मीर के गांवों में पर्यावरण, स्वच्छता और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता के मकसद से छेड़ी गई मुहिम ‘पहला कदम’ का आगाज़ दूर-दराज़ के एक गांव से किया गया। इसकी शुरुआत पुलवामा के प्राचीन गांव पायर से की गई है। इस मौके पर शुक्रवार को स्कूली बच्चों के लिए ‘ओपन ड्राइंग एंड पेंटिंग कम्पीटीशन’ (Open Drawing & Painting Competition) का आयोजन किया गया, जिसका विषय पर्यावरण से जुड़ा था। शनिवार को इस मुकाबले के विजेताओं को मेडल, प्रमाण पत्र और उपहार देकर सम्मानित किया गया। बागवानी विभाग के अधिकारी न केवल इसमें शामिल हुए, बल्कि उन्होंने सक्रियता भी दिखाई। स्थानीय सेब किसानों ने भी अपने गांव में हुए इस कार्यक्रम में शिरकत की। उन्होंने विजेताओं को उन्नत किस्म के फलों के पौधे और वर्मीकम्पोस्ट भी दी।
लोगों का कहना है कि यहां इस तरह का आयोजन पहली दफ़ा हुआ है जिसमें किसी गांव में कराए गए स्कूली बच्चों के ड्राइंग मुकाबले में विभिन्न स्कूलों के छात्र छात्राओं ने शिरकत की हो। ‘पहला कदम’ रक्षक न्यूज़ का प्रबंधन करने वाली संस्था रक्षक वर्ल्ड फाउंडेशन (Rakshak World Foundation) की तरफ़ से शुरू की गई मुहिम है। इसके तहत पर्यावरण, शिक्षा, स्वच्छता, स्वास्थ्य, खेल आदि क्षेत्रों से जुड़े विभिन्न कार्यक्रम करने का संस्था का इरादा है।
मुख्य अतिथि के तौर पर इस कार्यक्रम में शामिल हुए पुलवामा ज़िले के मुख्य बागवानी अधिकारी (Chief Horticulture Officer) जावेद अहमद भट्ट ने बच्चों की बनाई ड्राइंग और पेंटिंग्स की तारीफ़ की। उन्होंने बच्चों से पेड़-पौधों और जीव-जन्तुओं की रक्षा के प्रति संवेदनशीलता दिखाने तथा सफाई पर ख़ास ध्यान देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि चित्रकला, एकाग्रता के साथ बच्चों को एक एक ऐसा ज़रिया भी देती है जिससे वो अपनी भावनाओं और कल्पनाओं को आकार देते हुए व्यक्त कर सकते हैं। जावेद भट्ट के साथ विशेष अतिथि के तौर पर आए पुलवामा के जोनल शिक्षा अधिकारीअल्ताफ हुसैन पंडित ने बच्चों से पर्यावरण का ख्याल रखने और पशुओं के प्रति उदार रवैया अपनाने के लिए कहा। उन्होंने विजेताओं को मेडल पहनाए व शुभकामनाएं दीं। इससे पहले पायर स्थित स्कूल के प्रिंसिपल का अतिरिक्त कार्यभार देख रहे अब्दुल गनी बेग ने अतिथियों का स्वागत किया।
पायर गांव के लम्बरदार गुलाम मोहम्मद भट्ट, रिटायर्ड अध्यापक अब्दुल हामिद खान ने भी अन्य अतिथियों के साथ विजेताओं को मेडल पहनाए। पुरस्कार वितरण समारोह का संचालन गवर्नमेंट हाई स्कूल के प्रभारी हेड मास्टर ज़हीर अहमद ने किया। रक्षक वर्ल्ड फाउंडेशन की तरफ़ से सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र और रिफ्रेशमेंट दी गई, जिनमें फल वितरित किए गए। बागवानी विभाग की तरफ से विजेताओं और स्कूलों को उत्तम किस्म के फलों के पौधे इनाम में दिए गए। साथ में वर्मीकम्पोस्ट के पैकेट भी दिए गए। इसके पीछे मकसद है बच्चों में पौधे लगाने और उनका ख्याल रखने की भावना पैदा करना।
इस कार्यक्रम की ख़ास बात ये भी थी कि इसमें प्लास्टिक के सामान का नाममात्र ही इस्तेमाल किया गया। इस बात का ख़ास तौर पर ख्याल रखा गया कि पॉलिथीन, प्लास्टिक बोतल या रैपर में पैक कोई भी वस्तु का यहां इस्तेमाल न किया जाए। रक्षक वर्ल्ड फाउंडेशन की तरफ़ से कराए गए इस आयोजन की सबने सराहना की और कहा कि ऐसा आयोजन पहली बार होते देखा गया है। इसके लिए शिक्षा विभाग की तरफ़ से जोनल शिक्षा अधिकारी और स्कूल प्रिंसिपल की तरफ़ से रक्षक वर्ल्ड फाउंडेशन को धन्यवाद पत्र भी दिया गया, जिसमें पर्यावरण शिक्षा की दिशा में किए इस कार्यक्रम को शानदार बताया गया।
ड्राइंग कम्पीटीशन में तकरीबन आधा दर्जन स्कूलों के बच्चों ने हिस्सा लिया। सरकारी हाई स्कूल के बच्चों की तादाद सबसे ज्यादा थी। उनके अलावा शाइनिंग मॉडल स्कूल के भी काफ़ी छात्र आए। पुलवामा के अलग-अलग क्षेत्रों के जिन स्कूलों के बच्चों ने मुकाबले में हिस्सा लिया उनमें सादी किड्स वर्ल्ड, लाईसम इन्टरनेशनल व अल हबीब मॉडल हाई स्कूल के छात्र भी रहे। शाइनिंग मॉडल स्कूल की तरफ़ से आए प्रिंसिपल तारिक खान और सादी स्कूल की तरफ से आई अध्यापक नाहिदा को आयोजन में सहयोग के लिए धन्यवाद प्रमाण पत्र दिया गया।
रक्षक वर्ल्ड फाउंडेशन के अध्यक्ष संजय वोहरा ने विजेताओं के नाम की घोषणा की और कार्यक्रम के समापन पर धन्यवाद अभिभाषण दिया। उन्होंने ‘कुदरत की खिदमत भी बड़ी इबादत’ के ज़िक्र के साथ संबोधन की शुरुआत की। उन्होंने कला और विशेषतौर पर चित्रकला व पेंटिंग करने से होने वाले फ़ायदे बताए। संजय वोहरा ने कहा कि ड्राइंग करना महज़ एक कला नहीं है, ये एकाग्रता बढ़ाने का शानदार ज़रिया है तो उंगलियों, हाथों, बाजुओं की वर्जिश का एक तरीका भी बनता है।
ड्राइंग करना या पेंटिंग करना बच्चों में एकाग्रता बढ़ाती है, जिसकी किसी भी छात्र को सबसे ज्यादा ज़रूरत होती है। ये उनके व्यक्तित्व में निखार लाती है। फाउंडेशन के अध्यक्ष ने कार्यक्रम की सफलता का श्रेय अपनी टीम के सदस्यों और टीचरों के सहयोग को दिया। ख़ासतौर पर बागवानी विभाग के मुख्य अधिकारी जावेद भट्ट का भी उन्होंने इस सन्दर्भ में ज़िक्र किया। श्री भट्ट के साथ बागवानी विभाग की टीम भी आई थी जो अपने साथ वितरित करने के लिए पौधे लाई।
रक्षक वर्ल्ड फाउंडेशन एक स्वयंसेवी संस्था है। रक्षक न्यूज़ के संचालन के अलावा पंजाब और दिल्ली एनसीआर में खेल, रोमांच, फिटनेस और पर्यावरण जागरूकता से सम्बद्ध कार्यक्रम भी इस फाउंडेशन ने किए हैं। इनमें गाज़ियाबाद में आयोजित फ़ॉरेस्ट एडवेंचर रन और लुधियाना सिटी हाफ मैराथन ख़ास हैं। अब ये संस्था कश्मीर में भी ऐसे कार्यक्रम करना चाहती है।
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