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कृषि समाचार – देश-विदेश के कृषि जगत में होने वाली नित नई घटनाओं तथा खोजों की जानकारी हिन्दी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

Nutri Garden - न्यूट्री गार्डन
कृषि रोजगार एवं शिक्षा, न्यूज़, फल-फूल और सब्जी

न्यूट्री गार्डन- उत्तराखंड की महिलाओं को बना रहा स्वस्थ और सशक्त

उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में पारंपरिक अनाज की खेती और मिट्टी की कम उर्वरता ने महिलाओं के लिए कुपोषण की गंभीर समस्या खड़ी कर दी। इस समस्या को न्यूट्री गार्डन (पोषण बगीचा) के ज़रिए दूर करने की कोशिश की जा रही है।

मेंथा
एग्री बिजनेस, न्यूज़, फसल न्यूज़, सब्जी/फल-फूल/औषधि

मेंथा की अच्छी फसल के लिए ज़रूरी है कीट प्रबंधन

खुशबूदार मेंथा जिसे पुदीना या पेपरमिंट भी कहा जाता है कि खेती भारत के कई राज्यों में बड़े पैमाने पर की जाती है, मगर किसानों को कीट व रोगों की वजह से फसल की भारी हानि का सामना भी करना पड़ता है।

matar ki kheti - मटर
एग्री बिजनेस, कृषि उपज, न्यूज़

हरी मटर के साथ सैलरी की खेती से किसानों को होगा डबल मुनाफा

खेती की बढ़ती लागत ने किसानों का मुनाफा कम कर दिया है, ऐसे में लाभ बढ़ाने के लिए किसान नई-नई तरकीब सोचते रहते हैं। इसी में से एक तरकीब है मिश्रित खेती। कई फसलों की तरह मटर की भी मिश्रित खेती से किसान अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।

Lavenders Plant - लैवेंडर की खेती
न्यूज़, फल-फूल और सब्जी

Lavender Farming In India: लैवेंडर का पौधा 15 साल तक देता है फूल, भारत में लैवेंडर की खेती खतरे में?

एक अकेला लैवेंडर का पौधा 15 साल तक फूल देता है, कम रखरखाव की ज़रूरत होती है और इसे रोपने के दूसरे साल से ही इस्तेमाल किया जा सकता है। हाल के वर्षों में, लैवेंडर की खेती ने भारत में फ़ायदेमंद फसल के रूप में लोकप्रियता हासिल की है। लेकिन, इस पर कुछ ख़तरे भी मंडरा रहे हैं।

मिट्टी की सेहत (Soil Health) 2
कृषि उपज, न्यूज़, मिट्टी की सेहत

मिट्टी की सेहत (Soil Health): दुनिया भर में ‘बंजर होती धरती’ बनी मानवता के लिए सबसे बड़ी चुनौती

अब तक हम भारत की 29 प्रतिशत ज़मीन को अनुपादक बना चुके हैं या उसकी उत्पादन क्षमता नष्ट कर चुके हैं। देश के कुल भौगोलिक क्षेत्रफल 32.87 करोड़ हेक्टेयर में से क़रीब 9.64 करोड़ हेक्टेयर ज़मीन की मिट्टी अपक्षरित हो चुकी है। इसका मतलब है कि ऐसी ज़मीन की मृदा की ऊपरी उर्वर परत इतनी नष्ट हो चुकी है वो खेती के लायक नहीं रही।

Prof Sheo Pujan Singh लौकी की खेती
फल-फूल और सब्जी, न्यूज़, सब्जियों की खेती

लौकी की खेती: ‘लौकी मैन’ डॉ. शिवपूजन सिंह ने ईज़ाद की 6 फीट लंबी लौकी की किस्म, जानिए ख़ासियत

हम लौकी की ऐसी किस्म के बारे में बताने वाले हैं जो अपनी लम्बाई और स्वाद के लिए काफ़ी मशहूर है। इसके बारे में आपने कम ही सुना होगा। लौकी की खेती से जुड़ी और कई बातें हम आपको बताएंगे।

ट्री टोमेटो की खेती
फल-फूल और सब्जी, न्यूज़, प्रॉडक्ट लॉन्च, फलों की खेती

ट्री टोमेटो की खेती (Tree Tomato): जानिए इस फल के बारे में सब कुछ, कैसे की जाती है खेती और क्या हैं फ़ायदे

ट्री टोमेटो एक ख़ास तरह का फल है जिसे पक जाने पर ही खाया जाता है। कई सारे पोषक तत्वों से भरपूर और औषधीय गुण वाले ट्री टोमेटो की खेती से किसान अतिरिक्त कमाई कर सकते हैं।

Mastitis in Goats - थनैला रोग
पशुपालन, न्यूज़, बकरी पालन

बकरी पालन व्यवसाय से मुनाफा कमाने के लिए ज़रूरी है थनैला रोग से बचाव

थनैला रोग एक संक्रामक बीमारी है, जो गाय, भैंस और बकरी जैसे दुधारु पशुओं में होती है। इस बीमारी की वजह से पशुओं के दूध देने की क्षमता बहुत कम या पूरी तरह से बंद हो जाती है, जिससे पशुपालकों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है। बकरी पालन कर रहे पशुपालक किन सावधानियों को अपनाकर थनैला रोग से अपने पशुओं का बचाव कर सकते हैं, पढ़िए इस लेख में।

ऑटोमैटिक सोलर लाइट ट्रैप
सब्जी/फल-फूल/औषधि, जैविक खेती, जैविक/प्राकृतिक खेती, तकनीकी न्यूज़, न्यूज़, फल-फूल और सब्जी, लाईफस्टाइल, होम गार्डनिंग

Rooftop Organic Farming: छतों पर सब्जियों की जैविक खेती करने के हैं फ़ायदे ही फ़ायदे

Rooftop organic farming (छत पर जैविक खेती): किचन गार्डेन की तरह घर की छत पर सब्जियाँ उगाकर पैसे की बचत के अलावा घरेलू पानी और कचरे का जैविक खाद के रूप में इस्तेमाल हो सकता है। घर की छत पर सब्जियों की जैविक खेती करके पूरे साल ताज़ा सब्ज़ियाँ प्राप्त की जा सकती हैं।

ओस्मानाबादी बकरी
पशुपालन और मछली पालन, न्यूज़, पशुपालन, बकरी पालन

ओस्मानाबादी बकरी (Osmanabadi Goat): जानिये मांस उत्पादन के लिए क्यों ज़्यादा अच्छी मानी जाती है ये नस्ल

ओस्मानाबादी बकरी (Osmanabadi Goat) पांव और मुंह की बीमारी (एफएमडी), गोट प्लेग (पीपीआर) जैसी कई बीमारियों का शिकार हो जाती है। उनसे बचाव और रखरखाव के लिए किन बातों का ध्यान रखना ज़रूरी है, जानिए इस लेख में विस्तार से।

सोलर असिस्टेड ई-प्राइम मूवर मशीन (E-Prime Mover Machine)
कृषि उपकरण, अन्य, न्यूज़

सोलर असिस्टेड ई-प्राइम मूवर मशीन (E-Prime Mover Machine): एक मशीन कई काम, जानिए कैसे किसानों के लिए है फ़ायदेमंद

पेट्रोल, डीजल और बिजली जैसे ऊर्जा स्रोतों पर बढ़ती निर्भरता से न सिर्फ़ इनके समय से पहले खत्म होने का डर है, बल्कि यह पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचाते हैं। इसलिए कृषि वैज्ञानिक लगातार बैटरी व सोलर ऊर्जा से संचालित होने वाले कृषि उपकरण बना रहे हैं, इन्हीं में से एक है सोलर असिस्टेड ई-प्राइम मूवर मशीन।

हल्दी की खेती turmeric farming
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Turmeric Cultivation: हल्दी की खेती में इस महिला ने अपनाई ऐसी तकनीक, बढ़ा उत्पादन और दूर हुई नमी की समस्या

नमी कम होने के कारण हल्दी की फसल (Turmeric Cultivation) को नुकसान न पहुंचे इसके लिए झारखंड की सरोज लकड़ा ने हल्दी की खेती के लिए नई तकनीक ईज़ाद की। इससे हल्दी की फसल में 10 फ़ीसदी तक की बढ़ोतरी हुई।

मोटे अनाज की खेती (Millet Farming)
सक्सेस स्टोरीज, न्यूज़, सफल पुरुष किसान

मोटे अनाज की खेती (Millet Farming): जानिए कैसे ‘मिलेट मैन’ वीर शेट्टी ने रोज़गार से लेकर बाज़ार की व्यवस्था पर किया काम

ज्वार, बाजरा जैसे पौष्टिक पारंपरिक अनाज की मांग धीरे-धीरे कम होने लगी थी। इससे किसानों और आम लोग दोनों का ही नुकसान हुआ। इसलिए तेलंगाना के वीर शेट्टी बिरादर ने न सिर्फ़ मोटे अनाज की खेती बड़े पैमाने पर की, बल्कि इसके मूल्य संवर्धन उत्पाद बनाकर इसे लोकप्रिय भी बना दिया।

जूट की खेती (Jute Farming)
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जूट की खेती (Jute Farming In India): भारत है नंबर 1। जानिए उगाने की उन्नत तकनीकें और फ़ायदे

जूट, खरीफ़ की फसल है। इसे गरम और नम जलवायु चाहिए। इसके लिए 21 से 38 डिग्री सेल्सियस और 90% सापेक्षिक नमी वाली जलवायु बेहद मुफ़ीद है। बंगाल की जलवायु जूट के लिए बेहतरीन है। देश में 83 जूट मिलें हैं, जो सालाना 16 लाख टन से ज़्यादा जूट उत्पाद तैयार करते हैं। जूट उद्योग से करीब 3 लाख लोग सीधे रोज़गार पाते हैं। इसके निर्यात से देश को करीब 40 लाख डॉलर की विदेशी मुद्रा मिलती है।

Moong ki Kheti - मूंग की खेती
कृषि उपज, न्यूज़

Moong Cultivation: गर्मियों में मूंग की खेती करना क्यों है फ़ायदेमंद? जानिए मूंग की उन्नत किस्मों के बारे में

गर्मियों के मौसम में जब धान, गेहूं, ज्वार जैसी फसलों की कटाई के बाद खेत खाली हो जाते हैं, तो ऐसे में मूंग की खेती करना किसानों के लिए फ़ायदेमंद माना जाता है।

मशरूम की खेती mushroom farming
एग्री बिजनेस, न्यूज़

मशरूम की खेती: इस युवक ने Mushroom Farming में ढूंढा सुनहरा अवसर, न ज़मीन थी और न नौकरी

युवाओं के लिए मशरूम की खेती में रोज़गार की बेहतर संभावनाएं हैं। मध्य प्रदेश के बैतूल ज़िले के रहने वाले सुभाष विश्वकर्मा 12वीं पास हैं। उन्होंने दो हज़ार रुपये की लागत के साथ अपने घर पर ही ढिंगरी मशरूम/ऑएस्‍टर मशरूम (Oyster Mushroom) का उत्पादन शुरू किया।

कार्प मछली फिंगरलिंग उत्पादन
पशुपालन, न्यूज़, मछली पालन

Carp Fish fingerling Production: कार्प मछली फिंगरलिंग उत्पादन से किसान कर सकते हैं अच्छी कमाई

कृषि के बाद अगर किसी क्षेत्र की तरफ किसानों की दिलचस्पी बढ़ी है, तो वो है मछली पालन। क्योंकि धीरे-धीरे इसकी मांग बढ़ रही है, जिससे इस क्षेत्र से अधिक मुनाफा कमाने की उम्मीद है। मछली पालन के लिए फिंगरलिंग की काफी मांग होती है, ऐसे में कार्प फिंगरलिंग उत्पदान किसानों के लिए फायदेमंद हो सकता है।

एकीकृत कृषि
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एकीकृत कृषि (Integrated Farming): कर्नाटक के प्रवीण ने अपनी सालना आमदनी को 47 हज़ार से 7 लाख रुपये पहुंचाया

किसान प्रवीण के पास 1.69 हेक्टेयर खेती योग्य भूमि है। प्रवीण पहले सिर्फ़ रागी, मक्का, आलू और नारियल की खेती करते थे, जिससे उन्हें सालाना करीबन 47 हज़ार की कमाई होती थी। जानिए कैसे उन्होंने अपनी आमदनी में किया इज़ाफ़ा?

मुर्गी पालन व्यवसाय
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मुर्गी पालन व्यवसाय में होममेड इनक्यूबेटर का इस्तेमाल, वैज्ञानिक प्रबंधन से असम के तपश रॉय ने बढ़ाया अपना मुनाफ़ा

किसी भी काम में सफलता के लिए उससे संबंधित कौशल का होना ज़रूरी है। इसलिए समय-समय पर कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा ग्रामीण इलाकों में युवाओं को विभिन्न व्यवसाय से जुड़ा प्रशिक्षण दिया जाता है। असम के एक युवा तपश रॉय की ज़िंदगी ऐसे ही एक प्रशिक्षण ने बदल दी। वो मुर्गी पालन व्यवसाय में अच्छा लाभ कमा रहे हैं।

Poplar Tree Farming: पोपलर के पेड़
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Poplar Tree Farming: पोपलर के पेड़ लगाकर पाएँ शानदार और अतिरिक्त आमदनी

पोपलर, सीधा तथा तेज़ी से बढ़ने वाला वृक्ष है। सर्दियों में इसकी पत्तियों के झड़ जाने से रबी की फ़सलों को मिलने वाली धूप की मात्रा में कोई ख़ास कमी नहीं होती। इसी तरह, पोपलर की छाया से ख़रीफ़ फ़सलों को भी कोई ख़ास नुकसान नहीं पहुँचता है।

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