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कृषि समाचार – देश-विदेश के कृषि जगत में होने वाली नित नई घटनाओं तथा खोजों की जानकारी हिन्दी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

मोटे अनाज millets farming
कृषि उपज, न्यूज़

Millets Farming: ‘पौष्टिक अनाज वर्ष 2023’ के ज़रिये मिलेट्स या मोटे अनाज के सेवन पर ज़ोर

हरित क्रान्ति से पहले देश के ग्रामीण परिवारों के दैनिक आहार में मोटे अनाजों से तैयार पारम्परिक व्यंजन ख़ूब प्रचलित थे। गेहूँ, चावल और मक्का वग़ैरह के मुक़ाबले परम्परागत मोटे अनाजों यानी मिटेल्स की खेती आसान और कम लागत में होती है। लेकिन जैसे-जैसे गेहूँ-चावल की उपलब्धता बढ़ती गयी वैसे-वैसे इसे आर्थिक रूप से सम्पन्न लोगों के अनाज के रूप में देखा जाने लगा। इसकी वजह से इससे साल दर साल मोटे अनाज की माँग और पैदावार गिरती चली गयी।

रंगीन फूलगोभी
फल-फूल और सब्जी, न्यूज़, सब्जियों की खेती

रंगीन फूलगोभी की खेती की तरफ़ क्यों बढ़ रहा किसानों का रुझान? जानिए Coloured Cauliflower की खेती के बारे में

फूलगोभी सर्दियों की मुख्य सब्ज़ी फसल है, वैसे तो आजकल सालभर यह बाज़ार में मिलती है, लेकिन इसे उगाने का सही समय ठंड का मौसम ही है। आजकल कई राज्यों में किसान सफेद फूलगोभी की बजाय रंगीन फूलगोभी की खेती करना पसंद कर रहे हैं।

एकीकृत कृषि integrated farming
सक्सेस स्टोरीज, न्यूज़, पशुपालन, पशुपालन और मछली पालन

Integrated Farming: एकीकृत कृषि प्रणाली से अपने खेत को बनाया मॉडल फार्म, चार गुना कमा रहीं मुनाफ़ा

केरल की स्वप्ना जेम्स ने एकीकृत कृषि प्रणाली (Integrated Farming System) अपनाकर न सिर्फ़ अपने इलाके में मिसाल पेश की है, बल्कि कृषि विभाग द्वारा सर्वश्रेष्ठ महिला किसान का अवॉर्ड भी जीत चुकी हैं।

आलू के बीज उत्पादन
फल-फूल और सब्जी, आलू, न्यूज़, सब्जियों की खेती

आलू के बीज उत्पादन में टिश्यू कल्चर तकनीक क्यों कारगर? जानिए तकनीक और नेट हाउस के फ़ायदे

आलू की खेती में अधिक उत्पादन प्राप्त करना चाहते हैं, तो स्वस्थ बीजों का होना बहुत ज़रूरी है। पारंपरिक रूप से खेती में फसल के रोगग्रस्त होने की आशंका रहती है। ऐसे में नेट हाउस में आलू के बीज उत्पादन से किसानों को क्या होगा, जानिए इस लेख में।

जीरे की खेती
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जीरे की खेती: सूखा प्रभावित क्षेत्रों के लिए जीरे की ये नयी किस्म साबित हो सकती है गेम चेंजर

जीरे की खेती में पुराने किस्मों के इस्तेमाल से किसानों को अधिक लागत और कीट लगने जैसी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
नयी किस्म CZC-94, 30 से 40 दिन पहले ही तैयार हो जाती है। जानिए इस किस्म के बारे में और ज़रूरी जानकारियां।

giloy ki kheti गिलोय की खेती
विविध, औषधि, न्यूज़

औषधीय पौधे गिलोय की खेती किसानों के लिए अच्छी आमदनी का बड़ा ज़रिया, ले सकते हैं ट्रेनिंग और सब्सिडी

गिलोय बेल की तरह फैलने वाला एक पौधा है। गिलोय की खेती में ज़्यादा मेहनत और खर्च नहीं है। आयुर्वेदिक औधषि बनाने वाली कंपनियों में इसकी बहुत मांग है। सेहत के लिए बेहद गुणकारी गिलोय को आप आसानी से अपने घर के बाहर भी उगा सकते हैं। खेत में मेड़ बनाकर या दूसरे पेड़ों के आसपास भी इसे आसानी से उगाया जा सकता है।

जरबेरा-फूल
फूलों की खेती, न्यूज़

Gerbera Farming: जरबेरा फूल की खेती से इन ग्रामीण महिलाओं ने शुरू किया अपना बिज़नेस, जानिए इस फूल की ख़ासियत

जरबेरा फूल ने उड़ीसा के गंजम ज़िले की महिला किसानों की ज़िंदगी किस तरह से बदल दी और उन्हें आजीविका का साधन दिया, जानिए इस लेख में।

बाजरे की खेती
न्यूज़, फसल प्रबंधन

Millets Farming: बाजरे की खेती में रिज फेरो तकनीक का इस्तेमाल किया, उत्पादन भी बढ़ा और आमदनी भी

आमतौर पर किसी भी फसल की अच्छी खेती के लिए अच्छी बरसात ज़रूरी है, मगर बाजरे की खेती कम बरसात वाली जगह में ज़्यादा फलती-फूलती है। बाजरे की फसल गर्म इलाकों और कम पानी वाली जगहों पर अच्छी तरह होता है।

मांगुर मछली पालन
पशुपालन, न्यूज़, मछली पालन

जानिए कैसे मांगुर मछली पालन छत्तीसगढ़ के किसानों के लिए बेहतरीन आमदनी का ज़रिया बन रहा है

मीठे पानी की मांगुर मछली की बाज़ार में काफ़ी मांग है और ये पौष्टिक तत्वों से भी भरपूर होती है। ऐसे में मांगुर मछली पालन और इसकी हैचरी यानी बीज उत्पादन से किसान अच्छी कमाई कर सकते हैं।

Blue Oyster Mushroom ब्लू ऑयस्टर मशरूम की खेती
सब्जियों की खेती, न्यूज़, मशरूम

Blue Oyster Mushroom: ब्लू ऑयस्टर मशरूम की खेती में लागत-मुनाफ़े का गणित

पौष्टिक गुणों से भरपूर होने के कारण मशरूम की मांग दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। इससे किसानों को कम लागत में अतिरिक्त आमदनी का एक अच्छा ज़रिया मिल गया है। मशरूम की एक नई किस्म हैं ब्लू ऑयस्टर मशरूम जिसे बहुत ही कम लागत के साथ आसानी से उगाकर अच्छा मुनाफ़ा कमाया जा सकता है।

उन्नत कृषि तकनीक
सक्सेस स्टोरीज, टेक्नोलॉजी, न्यूज़, फसल प्रबंधन, सफल पुरुष किसान

उन्नत कृषि तकनीक: आर्थिक तंगी के चलते नहीं कर पाए 12वीं के बाद पढ़ाई, अब 8 लाख रुपये तक की आमदनी

ज़्यादा ज़मीन और सारी सुविधाओं के बावजूद भी किसानों को यदि खेती से पर्याप्त आमदनी नहीं हो पाती है, तो इसकी वजह है उन्नत तकनीक की कमी। उन्नत कृषि तकनीक के इस्तेमाल से ही राजस्थान के एक किसान ने सफलता की ऐसी मिसाल पेश की है, कि अब उनकी गिनती अपने इलाके के प्रगतिशील किसानों में होती है।

एकीकृत कृषि integrated farming
सक्सेस स्टोरीज, कृषि संस्थान, टेक्नोलॉजी, न्यूज़

एकीकृत कृषि: झूम खेती पर निर्भर थे किसान, सही तकनीक के इस्तेमाल से मिली तरक्की

मिज़ोरम के आदिवासी इलाकों में खेती की पारंपरिक तकनीक यानी झूम खेती लोकप्रिय है, मगर इससे न सिर्फ़ मिट्टी की उर्वरता कम होती है, बल्कि वनस्पतियों को जलाने से पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचता है। ऐसे में एकीकृत कृषि प्रणाली (IFS) मिज़ोरम के किसानों के लिए उम्मीद की नई किरण बनकर उभरी है।

सिरोपिजिआ बल्बोसा
न्यूज़, औषधि, विविध

औषधीय पौधे सिरोपिजिआ बल्बोसा के बारे में जानते हैं आप? इसकी खेती के कई फ़ायदे

शहरीकरण, जागरुकता की कमी और वनस्पतियों के दोहन के कारण कई महत्वपूर्ण वनस्पतियां लुप्त होने की कगार पर पहुंच चुकी हैं। इन्हीं में से एक है सिरोपिजिआ बल्बोसा। औषधिय गुणों से भरपूर इस पौधे की खेती से जैव विविधता को बचाए रखा जा सकता है।

बायोफ्लॉक मछली पालन तकनीक biofloc fish farming
पशुपालन, न्यूज़, मछली पालन

Biofloc मछली पालन तकनीक से Fish Farming, कम पानी कम जगह में बढ़िया उत्पादन

मछली पालन अतिरिक्त आमदनी का अच्छा ज़रिया है, लेकिन जिन इलाकों में अच्छी बरसात नहीं होती वहां नदी, तालाब व जलाशयों में मछली पालन करने में कठिनाई आती है। ऐसी जगहों के लिए बायोफ्लॉक मछली पालन तकनीक अच्छा विकल्प है।

सेब की नर्सरी रूटस्टॉक Rootstock Multiplication Technology
फलों की खेती, तकनीकी न्यूज़, न्यूज़, फल-फूल और सब्जी, सेब

सेब की नर्सरी (Apple Nursery) में रूटस्टॉक मल्टीप्लीकेशन तकनीक से 4 गुना बढ़ी आमदनी

पारंपरिक रूटस्टॉक वाले सेब के पौधों की मांग घटने से हिमाचल के रहने वाले पवन कुमार गौतम का सेब की नर्सरी का उद्योग डगमगा गया था, मगर इस तकनीक ने उन्हें नई राह दिखाई। जानिए क्या है रूटस्टॉक मल्टीप्लीकेशन तकनीक।

गन्ने की खेती
कृषि उपज, गन्ना, टेक्नोलॉजी, न्यूज़, फसल न्यूज़, फसल प्रबंधन

गन्ने की खेती में करें प्राकृतिक हार्मोन्स का इस्तेमाल, पाएँ दो से तीन गुना ज़्यादा पैदावार और कमाई

इथ्रेल और जिबरैलिक एसिड जैसे पादप वृद्धि हार्मोन्स के इस्तेमाल से सिंचाई और अन्य पोषक तत्वों की ज़रूरत भी कम पड़ती है। हालाँकि, यदि सिंचाई और पोषक तत्व भरपूर मात्रा में मिले तो पैदावार अवश्य ज़्यादा होता है, लेकिन इससे खेती की लागत बेहद बढ़ जाती है। गन्ने की पैदावार कम होने का दूसरा प्रमुख कारण कल्लों का अलग-अलग समय पर बनना भी है। यदि कल्लों का विकास एक साथ हो तो वो परिपक्व भी एक साथ होंगे तथा उनका वजन भी ज़्यादा होगा, उसमें रस की मात्रा और मिठास भी अधिर होगी। लिहाज़ा, गन्ने की खेती में यदि कल्ले बेमौत मरने से बचा जाएँ तभी किसान को फ़ायदा होगा।

मोती की खेतीg techniques pearl farmin
एग्री बिजनेस, न्यूज़, सक्सेस स्टोरीज

मोती की खेती में लागत से लेकर सीप तैयार करने तक, आमदनी का गणित जानिए ‘किसान विद्यालय’ चलाने वाले संतोष कुमार सिंह से

संतोष कुमार कहते हैं कि किसी और काम को करते हुए आप मोती की खेती (Pearl Farming) की शुरुआत कर सकते हैं। फिर चाहे आप पहले से कोई नौकरी कर रहे हों, डेयरी बिज़नेस में हों या किसी और फ़ील्ड में काम कर रहे हों।

सब्जियों की खेती vegetable farming
फल-फूल और सब्जी, न्यूज़, सब्जियों की खेती

जानिए सब्जियों की खेती में दिल्ली से हिमाचल गया युवा कैसे बना मिसाल, अच्छी नौकरी छोड़ी अपनाई खेती

सब्ज़ियों की खेती अगर सही तरीके से और वैज्ञानिकों की सलाह से की जाए तो इससे अच्छा मुनाफ़ा कमाया जा सकता है। हिमाचल प्रदेश के किसान रमेश कुमार इसकी बेहतरीन मिसाल हैं, जिन्होंने नौकरी छोड़ खेती को पेशा बनाया।

एकीकृत कृषि
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एकीकृत कृषि को अपनाकर आप कैसे ले सकते हैं फ़ायदा? रिटायर्ड फौजी का रहे लाखों की कमाई

अगर इंसान में कुछ करने की चाहत हो, तो उम्र या हालात कोई मायने नहीं रखते। इसकी बेहतरीन मिसाल हैं जम्मू-कश्मीर के रिटायर्ड फौजी नसीब सिंह, जो 78 साल की उम्र में भी खेती और उससे जुड़ी गतिविधियों से लाखों की कमाई कर रहे हैं।

अनार बैक्टीरियल ब्लाइट रोग Bacterial Blight in Pomegranate
फल-फूल और सब्जी, टेक्नोलॉजी, न्यूज़, फलों की खेती, फसल प्रबंधन

अनार की फसल पर लगने वाले बैक्टीरियल ब्लाइट रोग का ऐसे किया प्रबंधन, अनार उत्पादकों की बढ़ी आमदनी

फलों में अनार काफी महंगा मिलता है और सेहत के लिए बहुत अच्छा माना जाता है। यह खून बढ़ाने में मददगार है। कर्नाटक के तुमकुरू जिले में अनार की अच्छी पैदावार होती है, मगर पिछले कुछ सालों से यहां के किसान अनार में लगने वाले बैक्टीरियल ब्लाइट रोग से परेशान है जिससे फसल की बहुत हानि होती है। मगर कृषि विज्ञान केंद्र ने अब इसका भी हल निकाल लिया।

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