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कृषि समाचार – देश-विदेश के कृषि जगत में होने वाली नित नई घटनाओं तथा खोजों की जानकारी हिन्दी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

मछली पालन व्यवसाय RAS तकनीक fish farming
पशुपालन और मछली पालन, न्यूज़, पशुपालन, मछली पालन

मछली पालन व्यवसाय: RAS तकनीक से 30 गुना बढ़ेगा मछली उत्पादन, नीरज चौधरी से जानिए इस तकनीक के बारे में

हरियाणा के करनाल ज़िले के नीलोखेड़ी गाँव के रहने वाले नीरज चौधरी सुल्तान फिश फ़ार्म चलाते हैं। उन्होंने मछली पालन में Recirculatory Aquaculture System (RAS) तकनीक अपनाई हुई है। क्या है ये तकनीक? इस पर नीरज चौधरी से किसान ऑफ़ इंडिया ने ख़ास बातचीत की।

दुधारू पशुओं के रोग dairy animals disease
पशुपालन और मछली पालन, न्यूज़, पशुपालन

Dairy Animal Diseases: दुधारू पशुओं में नज़रअंदाज़ न करें ये रोग, ऐसे करें पहचान और इलाज

दुधारू पशुओं में अनेक कारणों से बहुत सी बीमारियां होती हैं। बीमारी की वजह से पशुओं की दूध उत्पादन क्षमता प्रभावित होती है। इसलिए समय पर उपचार ज़रूरी है। जानिए ICAR-Farmer FIRST Programme द्वारा सुझाए गए उपचारों के बारे में।

आधुनिक खेती पंजाब महिला किसान modern farming punjab woman farmer
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आधुनिक खेती: पंजाब की इस महिला ने अपने 8 एकड़ फ़ार्म में अपनाई खेती की उन्नत तकनीकें, खुद करती हैं सेल्फ मार्केटिंग

आधुनिक खेती में कई चीज़ें महत्वपूर्ण हैं। पंजाब की रहने वाली गुरमीत कौर ने अपनी 8 एकड़ की ज़मीन पर कृषि विविधीकरण पद्धति (Integrated Farming) को अपनाया हुआ है। जानिए कैसे उन्होंने अपनी खेती को नया रूप दिया।

सिरिस का पेड़ shirisha ka ped shirisha tree
न्यूज़, अन्य खेती, औषधि, विविध

सिरिस का पेड़ है किसान के लिए फ़ायदेमंद, जानिए सिरिस की खेती की best practices और कमाई

सिरिस का पेड़ गर्म व शुष्क जलवायु में अच्छी तरह फलता-फूलता है। ऐसे इलाके जहां गर्मियों में तापमान 48-52 डिग्री और सर्दियों में सामान्य रहता है यानी बहुत ठंड नहीं पड़ती, ऐसे जलवायु में सिरिस के पेड़ों का विकास अच्छी तरह होता है।

जैविक खेती में खरपतवार नियंत्रण weed control in farming
टेक्नोलॉजी, न्यूज़, फसल प्रबंधन

Weed Management: जानिए क्यों जैविक खेती में खरपतवार नियंत्रण के लिए प्राकृतिक उत्पादों का इस्तेमाल बहुत उपयोगी है

जैविक खेती में खरपतवार नियंत्रण के लिए रासायनिक खरपतवार नाशकों की जगह जैविक उत्पादों का प्रयोग करना पर्यावरण हितैषी है। ये वातावरण और मिट्टी में जल्दी अपघटित हो जाते हैं और इनका भूजल में भी प्रवेश नहीं होता है।

मशरूम उत्पादन मशरूम की खेती KVK betul
सक्सेस स्टोरीज, न्यूज़, फल-फूल और सब्जी, मशरूम, सफल महिला किसान, सब्जियों की खेती, सब्जी/फल-फूल/औषधि

मशरूम उत्पादन (Mushroom Farming): कभी मज़दूरी का काम किया करती थीं ये महिलाएं, जानिए ‘जय माँ दुर्गा’ की सफलता की कहानी

मध्य प्रदेश का एक स्वयं सहायता समूह सफलतापूर्वक मशरूम उत्पादन करके कईयों के लिए प्रेरणा बना है। कैसे इस स्वयं सहायता समूह का गठन हुआ और कैसे इन महिलाओं के लिए स्वरोजगार के रास्ते खुले, जानिए इस लेख में।

एग्री बिजनेस, न्यूज़

टमाटर की खेती (Tomato Farming):मल्चिंग और ड्रिप इरिगेशन से बढ़ी टमाटर की पैदावार, मिलिए एक एकड़ में 50 टन टमाटर उगाने वाले किसान संघर्ष राव से

छत्तीसगढ़ में दुर्ग के किसान संघर्ष राव ने टमाटर की खेती में मल्चिंग तकनीक अपनाते समय जो भी सावधानियां रखनी ज़रूरी हैं, उनके बारे में बताया।

Tomato Cultivation: टमाटर की खेती
सक्सेस स्टोरीज, न्यूज़, सफल महिला किसान

Tomato Cultivation: टमाटर की खेती में लागत को कम करने के लिए अपनाई नेटहाउस तकनीक

झारखंड के रामगढ़ ज़िले की रहने वाली रीता देवी को टमाटर की खेती में महंगे बीजों की वजह से लागत ज़्यादा पड़ती थी, मुनाफ़ा लागत के मुकाबले कम होता था। इसके हल के लिए रीता देवी ने Protected Condition की तकनीक अपनाई।

भेड़ पालन sheep rearing
पशुपालन, अन्य, डेयरी फ़ार्मिंग, न्यूज़

भेड़ पालन (Sheep Rearing): भेड़ की पांचाली नस्ल क्यों है ख़ास? जानिए कीमत और इसकी खूबियों के बारे में

पशुपालन में भेड़ पालन की भी विशेष अहमयित है। हालांकि, अधिकांश किसान गाय, भैंस व बकरी पालन ही करते हैं, मगर देश के कुछ हिस्सों में आज भी भेड़ पालन आजीविका का मुख्य ज़रिया है। इन पर अधिक खर्च भी नहीं आता है।

काबुली चने की उन्नत किस्म
न्यूज़, फसल न्यूज़

Chickpea Variety: चने की उन्नत किस्म विकसित, सूखा प्रभावित क्षेत्रों में अब होगी अच्छी पैदावार, जानिए ख़ासियतें

काबुली चने की सूखा प्रतिरोधी ये किस्म फ्यूजेरियम विल्ट और स्टंट जैसे रोगों के प्रति सहनशील है। आईए आपको बताते हैं इस किस्म अन्य ख़ासियतें।

karnataka woman farmer doing organic farming ( जैविक खेती)
जैविक खेती, जैविक/प्राकृतिक खेती, न्यूज़, सक्सेस स्टोरीज, सफल महिला किसान

जैविक खेती में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कोई इस महिला से सीखे, अपने इलाके की ‘मार्केटिंग गुरु’ हैं इराव्वा

कर्नाटक की रहने वाली इराव्वा न सिर्फ़ खुद जैविक खेती (Organic Farming) कर रही हैं, बल्कि अपने इलाके के किसानों को भी इसके लिए प्रेरित कर रही हैं। उन्होंने अपने फ़ार्म में कई तकनीकों को कुछ इस तरह अपनाया है, जो खेती-किसानी की कई चुनौतियों को हल करता है।

अजोला की खेती azolla cultivation for animals
पशुपालन और मछली पालन, न्यूज़, पशुपालन

Azolla Cultivation: अजोला की खेती से इस महिला किसान ने बढ़ाया दूध का उत्पादन, पौष्टिक चारे की समस्या को किया दूर

खुशी लेपचा के गांव में अक्सर पशुपालकों को हरे चारे की कमी का सामना करना पड़ता था, लेकिन अजोला की खेती (Azolla Cultivation) ने इस समस्या को दूर कर दिया है। जानिए अजोला की खेती से कैसे बढ़ा गाँव में दूध का उत्पादन और पशुओं के स्वास्थ्य में हुआ सुधार।

क्विनोआ की खेती
उर्वरक, न्यूज़

क्विनोआ की खेती (Quinoa Farming): जानिए क्यों अद्भुत है क्विनोआ? क्यों और कैसे करें इसकी खेती से बढ़िया कमाई?

क्विनोआ के छिलकों हल्का कड़वा होता है। इसी वजह से इसे पक्षी नुकसान नहीं पहुँचाते। यह पाले और सूखे की मार भी आसानी से झेल लेता है। क्विनोआ में रोगों और कीटों से लड़ने ज़बरदस्त क्षमता है। ये इसे जैविक खेती के लिए सरल विकल्प बनाती है। देश के शहरों में क्विनोआ की माँग तेज़ी से बढ़ रही है। भारतीय किसानों के लिए क्विनोआ की खेती में अपार सम्भावनाएँ हैं।

Nam Farmers
न्यूज़, तकनीकी न्यूज़

ICAR-अटारी कानपुर ने Nam Farmers के साथ समझौता किया, किसानों को क्या होगा फ़ायदा?

Nam Farmers एक मोबाइल आधारित डिजिटल स्वदेशी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है, जो कृषि से जुड़े सभी हितधारकों को जोड़ता है।

mung bean seed production बीज उत्पादन
टेक्नोलॉजी, न्यूज़, बीज उत्पादन

मूंग बीज उत्पादन से दिगंबरभाई वल्वी को हुआ बड़ा लाभ, मूंग को अनाज के रूप में न बेचकर बीज के रूप में बेचा

मूंग को अनाज के रूप में बेचने से अधिक फ़ायदा इसे बीज के रूप में बेचने पर होता है, क्योंकि देश में गुणवत्तापूर्ण दलहनी फसलों के बीज की बहुत मांग है। इसे ध्यान में रखते हुए ही कृषि विज्ञान केन्द्र व्यारा ने बीज उत्पादन कार्यक्रम के ज़रिए किसानों को बीज उत्पादन के लिए प्रेरित किया।

भेड़ और बकरी पालन sheep and goat farming
न्यूज़, पशुपालन, बकरी पालन

इस महिला ने भेड़-बकरी पालन से शुरू किया सफल उद्यमी बनने का सफर, जानिए किन-किन तकनीकों को अपनाया

कर्नाटक की रहने वाली मंगला किरण नीलगुंड ने पशुपालन से खेती-किसानी के व्यवसाय में कदम रखा। आज उनके फ़ार्म में हज़ारों की संख्या में युवक और साथी किसान आते हैं।

एग्री बिज़नेस ग्रामीण महिलाएं rural woman
एग्री बिजनेस, न्यूज़, स्टार्टअप

एग्री बिज़नेस: भुवनेश्वर की इन ग्रामीण महिलाओं ने साथ मिलकर शुरू किए कई Agri-Startups, बनाई अपनी पहचान

ओडिशा के भुवनेश्वर की रहने वालीं इन महिलाओं ने साथ मिलकर स्वयं सहायता समूह बनाया। फिर एक के बाद एक कृषि से जुड़े कई एग्री-बिज़नेस शुरू किए। आइए आपको बताते हैं कि कैसे ये महिलाएं काम करती हैं।

millet dehuller machine मोटे अनाज की खेती
कृषि उपकरण, एग्री बिजनेस, कृषि उपकरण न्यूज़, कृषि वैज्ञानिक, कृषि संस्थान, टेक्नोलॉजी, तकनीकी न्यूज़, फ़ूड प्रोसेसिंग

Millet Dehuller Machine: मोटे अनाज की खेती करने वाले किसानों को 10 गुना लाभ देगी ये मशीन! डॉ. एस. बालासुब्रमण्यम से ख़ास बातचीत

केंद्रीय कृषि अभियांत्रिकी क्षेत्रीय केंद्र संस्थान ने बाजरा डाइहलर मशीन (Millet Dehuller Machine) विकसित की है। मोटे अनाज की खेती करने वाले किसानों के लिए ये मशीन कैसे उपयोगी हो सकती है, इस पर सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ़ एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग रीज़नल सेंटर कोयंबटूर के हेड डॉ. एस. बालासुब्रमण्यम से विशेष बातचीत।

Toria Crop तोरिया की खेती
सक्सेस स्टोरीज, कृषि संस्थान, न्यूज़

Toria Crop: जानिए कैसे तोरिया की खेती दूसरी फसल के रूप लाहौल घाटी के किसानों के लिए फ़ायदेमंद साबित हुई

लाहौल और स्पीति घाटी में सिर्फ़ 6 महीने ही खेती करने के लिए उपयुक्त होते हैं, मगर कृषि विज्ञान केन्द्र ने तोरिया की खेती के लिए उन्नत किस्म के चुनाव से लेकर फसल प्रबंधन की उन्नत जानकारी देकर यहां के किसानों की सहायता की है। अब किसान दूसरी फसल के रूप में तोरिया उगाकर अच्छी आमदनी प्राप्त कर रहे हैं।

ब्लैक बंगाल बकरी पालन black bengal goat farming
न्यूज़, पशुपालन, बकरी पालन

Goat Farming: इस महिला ने बकरी पालन के लिए ब्लैक बंगाल नस्ल को ही क्यों चुना?

सुंदरबन के दूर-दराज के गांव साहेबखाली की रहने वाली बंधाबी मंडल ने ब्लैक बंगाल बकरियों (Black Bengal Goats) का पालन शुरू किया। शुरुआत में कई दिक्कतें भी आईं, लेकिन उन्होंने अपने बकरी पालन व्यवसाय को जारी रखा।

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