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कृषि समाचार – देश-विदेश के कृषि जगत में होने वाली नित नई घटनाओं तथा खोजों की जानकारी हिन्दी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

देसी बीज desi seeds
न्यूज़, टेक्नोलॉजी, बीज उत्पादन

किसानों के लिए देसी बीज को सुरक्षित रखना क्यों है ज़रूरी? प्रगतिशील किसान प्रेम सिंह से जानिए देसी बीज को सहेजने की परंपरा

अच्छे बीज खेती का आधार है। जब बीज अच्छे होंगे तभी फसल अच्छी होगी और किसानों को मुनाफा होगा। लेकिन खेती की बदलती तकनीकों के कारण किसान बीजों को सुरक्षित रखने की पुरानी पंरपरा को भूलकर विदेशी बीजों पर आश्रित होते जा रहे हैं।

मछली पालन कैसे करें fish farming
पशुपालन और मछली पालन, न्यूज़, पशुपालन, मछली पालन, वीडियो

मछली पालन में इन बातों का रखेंगे ध्यान तो नहीं होगा नुकसान, रामचन्द्र से जानिए कैसे कम लागत में करें व्यवसाय

मध्यप्रदेश के सीहोर ज़िले के रहने वाले रामचंद्र ने 2021 में ही मछली पालन व्यवसाय में कदम रखा। ये व्यवसाय क्या है, कैसा है, इसके बारे में उन्होंने किसान ऑफ़ इंडिया से ख़ास बातचीत की और कई ज़रूरी बातें बताईं।

सेवण घास
न्यूज़, डेयरी फ़ार्मिंग, पशुपालन

सेवण घास (Sewan Grass) दुधारू पशुओं के लिए वरदान, 10-15 साल तक हरा चारा मुहैया

पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर, बाड़मेर, जैसलमेर, बीकानेर, श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ ज़िलों में सेवण घास ख़ूब पायी जाती है। वहाँ सालाना 250 मिलीमीटर से कम बारिश होती है। सेवण घास में जड़ तंत्र का बढ़िया विकास होता है। इसीलिए इसमें सूखा को सहन करने की क्षमता होती है। इसे रेगिस्तानी घासों का राजा माना गया है।

कस्टम हायरिंग सेंटर custom hiring centre
सक्सेस स्टोरीज, कृषि उपकरण, न्यूज़, सफल महिला किसान

कश्मीर में महिलाओं का एकमात्र कस्टम हायरिंग सेंटर कैसे बदल रहा स्थानीय किसानों की ज़िंदगी

कश्मीर में महिलाओं की तरफ से चलाया जा रहा कस्टम हायरिंग सेंटर उन पुरुषों की आमदनी का ज़रिया बन रहा है, जो बेरोज़गार हैं या जिनके पास खाली समय होता है। उपकरणों को चलाने के लिए गांव या आसपास के ही किसी व्यक्ति को बुलाया जाता है। बदले में उनको मेहनताना दिया जाता है।

बंजर भूमि पश्चिम बंगाल barren land west bengal
न्यूज़, सक्सेस स्टोरीज, सफल पुरुष किसान

अली मियां-परेश चंद्र की जोड़ी ने बंजर भूमि को बना दिया उपजाऊ, 200 फ़ीसदी तक बढ़ा फसलों का उत्पादन

पश्चिम बंगाल के कूचबिहार ज़िले के रहने वाले अली और परेश ने किसानों का एक समूह बनाया। बंजर भूमि में फिर हरियाली के बीज बोने के लिए क्या क्या कदम उठाए, आइए आपको बताते हैं।

अखरोट उत्पादन walnut production
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अखरोट उत्पादन (Walnut Production): भारत में उगने वाले अखरोट से जुड़ी दिलचस्प बातें

भारत के अखरोट उत्पादन में कश्मीर का 90% हिस्सा है। अखरोट के पेड़ पर पहली फसल आने में 13 साल लगते हैं, लेकिन एक बार उगाए जाने के बाद, पेड़ 100 साल तक काम कर सकते हैं और 120 किलोग्राम नट पैदा कर सकते हैं।

उत्तराखंड के किसान Uttarakhand farmer
सक्सेस स्टोरीज, न्यूज़

उत्तराखंड के किसान अम्बा दत्त पांडे छोड़ने वाले थे खेती, LDPE के इस्तेमाल से बढ़ाया रकबा और दूर हुई समस्या

उत्तराखंड के किसान अम्बा दत्त पांडे खेती में होते नुकसान की वजह से उम्मीद छोड़ चुके थे, लेकिन एक अधिकारी से मुलाकात के बाद उन्हें उन्नत तकनीकों और अपनी एक बड़ी समस्या का समाधान मिला।

पपीते की वैज्ञानिक खेती papaya scientific cultivation
फल-फूल और सब्जी, न्यूज़, पपीता, फलों की खेती

Papaya Cultivation : पपीते की वैज्ञानिक खेती ने बनाया आदिवासी किसानों का जीवन बेहतर, रूपवंती दीदी ने सीखा और बदला समीकरण

पपीते की वैज्ञानिक खेती के गुर सीखकर झारखण्ड की रूपवंती दीदी ने 200 वर्ग मीटर के क्षेत्र में लगाए पपीते के 45 पौधे जिससे तीन महीने में उनकी कमाई 15,950 हुई

पूसा बासमती 1121 Pusa Basmati 1121
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उन्नत तकनीकों से की पूसा बासमती की खेती, उत्तर प्रदेश के अजय सिंह चलाते हैं फ़ार्म स्कूल, शेयर करते हैं आधुनिक तरीके

अजय सिंह ने अपने फ़ार्म स्कूल के एक हेक्टेयर क्षेत्र में चावल की पूसा बासमती 1121 (Pusa Basmati-1121) किस्म लगाई। किसानों को उसका फ्रंट लाइन डेमोस्ट्रेशन (Front Line Demonstration) करके दिखाया। जानिए कैसे और क्यों आया फ़ार्म स्कूल खोने का ख़्याल।

मशरूम की खेती mushroom cultivation
फल-फूल और सब्जी, न्यूज़, मशरूम, सब्जियों की खेती

Mushroom Production : बिहार में मशरूम की खेती करने वाले किसानों को सरकार दे रही 50% सब्सिडी, यहां करें आवेदन

किसानों को मशरूम की कंपोस्ट, मशरूम का बीज और बाकी सामान अलग-अलग जगहों से जुटाना होता है, जिसमें काफी समय, श्रम और संसाधन खर्च हो जाते हैं। ये मशरूम उत्पादन इकाई खेती की लागत को कम करने और बेहतर मुनाफा कमाने में मददगार साबित होगा।

सेब की खेती में ग्रेडिंग
फल-फूल और सब्जी, न्यूज़, फलों की खेती, सेब

सेब की खेती कर रहे डॉ. सैयद ओवैस फ़िरोज़ ने लगाया ग्रेडिंग प्लांट, आमदनी बढ़ाई और दूसरों को रास्ता दिखाया

डॉ. सैयद ओवैस के तकरीबन 6 कनाल के बाग से हर सीज़न में सेब की 1000 पेटियां निकलती हैं। 2021 में उन्होंने ऐसा ग्रेडिंग प्लांट लगाया, जिससे सेब की धुलाई, ब्रशिंग और सूखने के बाद उनकी आकार के हिसाब से ऑटोमेटिक छंटाई होती है।

जीवाणु खाद (bio-fertilizer)
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जीवाणु खाद (bio-fertilizer) अपनाकर बदलें फ़सलों और खेतों की किस्मत

जीवाणु खाद के सूक्ष्मजीवी मिट्टी में पहले से मौजूद अघुलनशील फॉस्फोरस और अन्य पोषक तत्वों को घुलनशील अवस्था में बदल देते हैं ताकि पौधे या फ़सल उन्हें आसानी से हासिल कर सकें। इसके प्रभाव से बीजों का अंकुरण जल्दी होता है। पौधों की टहनियों की संख्या में बढ़ोतरी होती है। फूल और फल जल्दी निकलते हैं और पोषक तत्वों से भरपूर बनते हैं। इस तरह उपज बढ़िया मिलती है और किसान की कमाई बढ़ती है।

लिलियम की खेती lilium cultivation
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लिलियम की खेती (Lilium): नगालैंड की अमेनला ने अपने शौक को बनाया बिज़नेस, जानिए लिलियम फूल में क्या है ख़ास

नगालैंड की रहने वाली अमेनला भी अपने घर के पीछे लिलियम की खेती कर रही हैं। अमेनला को बचपन से ही फूलों से लगाव रहा है। फूलों के प्रति इसी प्यार ने उन्हें बागवानी के लिए प्रेरित किया।

farmer shiv kumar maurya एग्री बिज़नेस
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एग्री-बिज़नेस: उत्तर प्रदेश के किसान शिव कुमार मौर्य ने डिप्रेशन को दी मात, आज अपने दम पर खड़ा किया कारोबार

शिव कुमार मौर्य चार एकड़ क्षेत्र में खेती करते हैं। उन्होंने परवल, कुंदरू, बीन्स, लोबिया, आलू, चुकंदर, गाजर, लहसुन, टमाटर, नींबू, पपीता, एलोवेरा जैसी कई फसलें लगा रखी हैं। जानिए कैसे खड़ा किया उन्होंने अपना एग्री-बिज़नेस।

अदरक की खेती ginger cultivation ginger varieties
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अदरक की खेती और किस्में (Ginger Cultivation): तीन उन्नत विधियों से कर सकते हैं अदरक का उत्पादन, जानिए कौन सी किस्में रहेंगी बढ़िया

अदरक की खेती गर्म और आर्द्रता वाले क्षेत्रों में की जाती है। साथ ही मध्यम बारिश अदरक की गांठों (राइज़ोम) को जमाने के लिए ज़रूरी होती हैं। जानिए अदरक उत्पादन से जुड़ी अहम बातें।

काजू की खेती पश्चिम बंगाल cashew farming
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Cashew Cultivation: काजू की खेती से अमल अरी ने बदली अपने गाँव की तस्वीर, आर्थिक तंगी में रहने को मजबूर थे आदिवासी किसान

हालात को जस का तस स्वीकारने की बजाय अमल अरी उसे बदलने के तरीके तलाशने लगे। काजू की खेती के रूप में उन्हें ज़िंदगी संवारने का विकल्प मिल गया।

मोटे अनाज की खेती millets farming
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मोटे अनाज की खेती कर रहे हैं किसानों के साथ मिलकर शर्मिला ओसवाल ने खड़ा किया व्यवसाय

पुणे की शर्मिला ओसवाल ने कई किसानों को अपने साथ जोड़ा हुआ है। शर्मिला करीबन 20 साल से किसानों के साथ पानी, एग्रीकल्चर, फसलों की क्षमता बढ़ाने, फूड सिक्योरिटी, बीज में सुधार आदि मुद्दों पर काम करने के साथ ही मोटे अनाज की खेती कर रहे किसानों को ट्रेनिंग देने का भी काम कर रही हैं।

स्पीड ब्रीडिंग तकनीक
कृषि उपज, गेहूं, टेक्नोलॉजी, तकनीकी न्यूज़, न्यूज़, फसल न्यूज़, फसल प्रबंधन

स्पीड ब्रीडिंग तकनीक (Speed Breeding Technique) : जानिए गेहूं, जौ और चना जैसी फसलों की साल में 6 बार पैदावार कैसे लें?

पौधों को तेज़ी से उगाने की ‘स्पीड ब्रीडिंग’ तकनीक इतनी ज़बरदस्त पायी गयी कि किसान एक साल में गेहूँ, जौ, चना जैसी फसलों की 6 बार पैदावार ले सकते हैं। ये उपलब्धि गेहूँ, जौ जैसे अनाज और चना जैसे दलहन तक ही सीमित नहीं है बल्कि इसने कैनोला यानी Rape Seed जैसी तिलहनी फसल में भी उत्साहजनक नतीज़े दिये हैं। तभी तो इसकी साल में 4 फसलें ली जा सकती हैं।

स्ट्रॉबेरी की खेती strawberry farming strawberry cultivation
न्यूज़, फल-फूल और सब्जी, फलों की खेती, फसल न्यूज़, सब्जी/फल-फूल/औषधि, स्ट्रॉबेरी

Strawberry Cultivation: स्ट्रॉबेरी की खेती में पंजाब के जसकरण सिंह ने लीक से हटकर किया काम, जानिए उनसे कैसा है इसका बाज़ार

पंजाब के श्री मुक्तसर साहिब ज़िले के कौणी गाँव के रहने वाले प्रगतिशील किसान जसकरण सिंह ने अपने मन की सुनी और स्ट्रॉबेरी की खेती की शुरुआत की। आठ एकड़ में उनका फ़ार्म है।

प्याज उत्पादक किसानों godaam innovations kalyani shinde
एग्री बिजनेस, न्यूज़, वीडियो, स्टार्टअप

प्याज उत्पादक किसानों के लिए इंजीनियर कल्याणी शिंदे ने किया ऐसा आधुनिक आविष्कार, 25 फ़ीसदी तक कम हुआ नुकसान

बड़ी संख्या में स्टोर किया गया प्याज सड़ जाता है। इससे प्याज उत्पादक किसानों को आर्थिक तौर पर भारी नुकसान होता है। कल्याणी शिंदे ने ऐसी तकनीक पर काम किया, जो किसानों की इस बड़ी मुश्किल का हल कर रही है।

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