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कृषि समाचार – देश-विदेश के कृषि जगत में होने वाली नित नई घटनाओं तथा खोजों की जानकारी हिन्दी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

ट्राउट मछली पालन trout fish farming
पशुपालन, न्यूज़, मछली पालन

कश्मीर के रिटायर्ड पुलिसकर्मी ट्राउट मछली (Trout Fish) से कर रहे लाखों की कमाई

ट्राउट, ठंडे और ताज़े पानी की एक ऐसी मछली है, जिसकी गिनती भारत में महंगी और स्वाद में लज़ीज़ नस्ल की मछलियों में होती है। जम्मू-कश्मीर के रहने वाले गुलाम मोहिउद्दीन भट्ट कई साल से ट्राउट मछली पालन कर रहे हैं। किसान ऑफ़ इंडिया ने उनसे Trout Fish Farming को लेकर ख़ास चर्चा की।

टिश्यू कल्चर तकनीक tissue culture technique
केला, न्यूज़, फल-फूल और सब्जी, फलों की खेती

टिश्यू कल्चर तकनीक से बढ़ी पैदावार और उपजाऊ हुई ज़मीन, जानिए मध्य प्रदेश के किसान उपेन्द्र ने कैसे पाई सफलता

मध्य प्रदेश के हरदा ज़िले के रहने वाले उपेन्द्र गद्रे टिश्यू कल्चर तकनीक से ही केले की खेती करते हैं। इस तकनीक के इस्तेमाल के कई फ़ायदे हैं।

संरक्षित खेती protected cultivation
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जानिए क्या है संरक्षित खेती (Protected Cultivation), डॉ. राजेश कुमार सिंह ने बताए इस उन्नत तकनीक के फ़ायदे

बांदा कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के वेजिटेबल डिवीजन के प्रोफेसर राजेश कुमार सिंह ने किसान ऑफ़ इंडिया से बातचीत में संरक्षित खेती (Protected Farming) को लेकर कई अहम बातें बताईं। जानिए अहम बिन्दु।

कटहल की खेती jackfruit farming कटहल की प्रोसेसिंग
अन्य सब्जी, न्यूज़, फल-फूल और सब्जी, सब्जियों की खेती

कटहल की खेती (Jackfruit): बाज़ार न मिलने की वजह से कटहल हो रहा खराब? जानिए कैसे इस महिला किसान ने खड़ा किया अपना बाज़ार

गोवा में सत्तारी के नागरगांव की रहने वाली कल्पना का परिवार कटहल की खेती करता है। उनकी कटहल की आधे से ज़्यादा उपज बर्बाद ही जाती थी। इसके समाधान के लिए उन्होंने ज़िले के कृषि विज्ञान केंद्र से संपर्क किया।

Dairy Farming: डेयरी फ़ार्मिंग haryana ravi khokhar
पशुपालन और मछली पालन, न्यूज़, पशुपालन

Dairy Farming: डेयरी फ़ार्मिंग में हरियाणा के इस युवक ने बनाया ऐसा मुकाम, बने ‘नेशनल मिल्क चैंपियन’, कमाया नाम

हरियाणा के करनाल ज़िले के नलवी खुर्द गाँव के रहने वाले रवि खोखर ने कभी दो गायों के साथ डेयरी फ़ार्मिंग व्यवसाय में कदम रखा था। उनके पास एक गाय ऐसी भी रही है, जिसकी दिन का 55 लीटर दूध देने की क्षमता रही।

धान की खेती paddy cultivation west bengal hooghly
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कभी सिर्फ़ धान की खेती किया करते थे हुगली ज़िले के किसान, अब उगा रहे साल में कई फसलें, जानिए कैसे गाँव बना रोल मॉडल

किसान ऑफ़ इंडिया की टीम पश्चिम बंगाल के हुगली ज़िले पहुंची। यहां हमारी मुलाकात हुई प्रगतिशील किसान सुशांत कुमार से। उनके गाँव में पहले धान की खेती ही हुआ करती थी। अब वो वो कई अलग-अलग सब्जियों की खेती कर रहे हैं, साथ ही आलू की उन्नत किस्में भी उन्होंने अपने खेत में लगा रखी हैं।

Dairy Farming: दुधारू पशु करें अधिक दूध उत्पादन
पशुपालन, डेयरी फ़ार्मिंग, देसी गाय, पशुपालन तकनीक, पशुपालन न्यूज़

Dairy Farming: दुधारू पशु करें अधिक दूध उत्पादन, डॉ. राजपाल दिवाकर से जानिए कैसे अपनाएं आहार प्रबंधन

अगर पशुओं को अच्छी देखरेख और सही आहार प्रबंधन न मिले तो इसे उनके दूध उत्पादन पर असर पड़ता है। कैसे मवेशियों के दूध उत्पादन को बढ़ाया जा सकता है, कैसे सही रखरखाव करें? इसपर किसान ऑफ़ इंडिया की नरेन्द्र देव कृषि और प्रौद्योगिकी विश्वविश्वविद्यालय कुमार गंज अयोध्या के पशुचिकित्सा एंव पशुपालन महाविद्यालय के सहायक अध्यापक और पशु विशेषज्ञ डॉ. राजपाल दिवाकर से ख़ास बातचीत।

सफेद चंदन की खेती white sandalwood farming
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सफेद चंदन की खेती कैसे बन सकती है किसानों की आय बढ़ाने का ज़रिया? जानिए खुद किसान उत्कृष्ट पांडे से

उत्कृष्ट पांडे उत्तर भारत में सफेद चंदन की खेती को बढ़ावा दे रहे रहे हैं। उन्होंने अब तक करीबन हज़ार से ज़्यादा चंदन के पौधे तैयार कर दिए हैं। चंदन की लड़की सबसे महंगी लकड़ी है। इसकी एक किलो लकड़ी 25 ले 30 हज़ार रूपए में बिकती है। जानिए इसके बारे में।

मालाबार नीम की खेती (malabar neem ki kheti)
अन्य खेती, न्यूज़, फसल न्यूज़, विविध

Malabar Neem Farming: मालाबार नीम दुनिया में सबसे तेज़ी से उगने वाले पेड़ों में से एक

मालाबार नीम का पौधा लगाने के दो साल के भीतर ही 8 फीट तक ऊंचा हो जाता है। मालाबार नीम की खेती मुख्य रूप से कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और केरल में मालाबार नीम की खेती बड़े पैमाने पर होती है। 

Almond Farming हाई डेंसिटी बादाम की खेती
टेक्नोलॉजी, न्यूज़, फल-फूल और सब्जी, फसल प्रबंधन

Almond Farming: कैसे तैयार किया जाता है हाई डेंसिटी बादाम? कश्मीर के बादाम किसानों को मिलेगी राहत

कश्मीर में होने वाले बादाम में सबसे ज़्यादा हिस्सेदारी पुलवामा के किसानों की है। भारत में होने वाले कुल 10 हज़ार टन बादाम में से 60 प्रतिशत से ज़्यादा तो यही ज़िला पैदा करता है। बादाम की मांग ऐसी बढ़ी है कि भारत को दूसरे देशों से इसे आयात करना पड़ता है। अब कश्मीर में हाई डेंसिटी बादाम की खेती पर ज़ोर दिया जा रहा है, ताकि ज़्यादा से ज़्यादा किसान बादाम की खेती से जुड़ें।

सुपारी की खेती betel nut cultivation
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Arecanut Cultivation: सुपारी की खेती कितनी और कैसे है फ़ायदेमंद? कर्नाटक के योगेश ने अपनाया इंटरक्रॉपिंग का फ़ॉर्मूला

कर्नाटक के तुमकूर ज़िले के रहने वाले योगेश ने सुपारी की खेती से जुड़ी कई अहम जानकारियां बताईं। बाज़ार में सुपारी 300 से लेकर 400 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बेची जाती है।

स्वयं सहायता समूह self help groups
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स्वयं सहायता समूह (SHG) के ज़रिए अरूणाबेन ने बदली गाँव की अशिक्षित महिलाओं की ज़िंदगी, शून्य से सफ़र तय कर आज बनीं आत्मनिर्भर

अरूणाबेन परासिया जिस गाँव से आती हैं वहां 90 फ़ीसदी से ज़्यादा छोटे किसान हैं। महिलाएं पढ़ी-लिखी न होने के कारण खेतिहर मजदूरी करने तक ही सीमित हैं। ऐसे में अरुणाबेन परासिया के एक प्रयास से महिलाओं की ज़िंदगी में बदलाव की बयार आ रही है। किस तरह से स्वयं सहायता समूह स्वरोजगार के अवसर पैदा कर रहे हैं, जानिए इस लेख में।

खजूर की खेती date palm cultivation
न्यूज़, खजूर, फल-फूल और सब्जी, फलों की खेती

खजूर की खेती (Date Palm): एक पेड़ से 100 साल तक कमाई, अब्दुल रहमान से जानिए खजूर में ऐसा क्या है ख़ास

राजस्थान के रहने वाले प्रगतिशील किसान अब्दुल रहमान ने किसान ऑफ़ इंडिया से बातचीत में खजूर की खेती को लेकर कई अहम साझा कीं। आइए आपको बताते हैं।

पंतनगर किसान मेला 2022 pantnagar kisan mela 2022
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Pantnagar Kisan Mela 2022: पंतनगर किसान मेला 14 से 17 अक्टूबर तक, जानिए इस बार क्या है ख़ास

हर साल पंतनगर किसान मेला 2022 का इंतजार किसानों को रहता है। इसमें बीजों की उन्नत किस्मों की बिक्री होती है। साथ ही किसानों को खेती की उन्नत तकनीकों के बारे में जानकारी मिलती है।

Intercropping Farming: अरहर के साथ हल्दी की खेती
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Intercropping Farming: अरहर के साथ हल्दी की खेती करके पाएँ दोहरी कमाई

अन्तर-वर्ती या सहफसली खेती या Intercropping Farming, एक ऐसी वैज्ञानिक तकनीक है, जिसे किसानों की आमदनी बढ़ाने में बेहद कारगर पाया गया है। इस सिलसिले में कृषि विशेषज्ञों की ओर से अरहर के साथ हल्दी या अरहर के साथ अदरक या सहजन के साथ हल्दी या पपीते के साथ अदरक और हल्दी की अन्तर-वर्ती खेती करने की सिफ़ारिश की गयी है।

हरियाणा सोनीपत डेयरी व्यवसाय haryana sonipat dairy farm
पशुपालन और मछली पालन, न्यूज़, पशुपालन, वीडियो

डेयरी व्यवसाय: हरियाणा के सत्यप्रकाश चलाते हैं 3 मंज़िला डेयरी फ़ार्म, खुद ही खड़ा किया दूध का बाज़ार

हरियाणा के सोनीपत ज़िले के खरखौदा गांव के रहने वाले किसान सत्यप्रकाश ने 15 भैंसों से डेयरी व्यवसाय की शुरुआत की। आज उनका 3 मंज़िला डेयरी फ़ार्म देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं।

world dairy summit 2022 pm modi
न्यूज़, पशुपालन न्यूज़

World Dairy Summit 2022: पीएम मोदी ने किया विश्व डेयरी सम्मेलन का उद्धाटन, दूध उत्पादन में 44 प्रतिशत की बढ़ोतरी

World Dairy Summit 2022: पीएम मोदी ने विश्व डेयरी सम्मेलन में दूध उत्पादन का ज़िक्र करते हुए कहा कि 2014 से अब तक 44 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। विश्व में दूध उत्पादन 2 प्रतिशत की रफ़्तार से बढ़ रहा है और भारत में इसकी रफ़्तार 6 प्रतिशत है।

karnataka woman farmer एकीकृत कृषि प्रणाली integrated farming system
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एकीकृत कृषि (Integrated Farming): कर्नाटक की निंगम्मा ने पति की मौत के बाद खुद संभाली खेती की बागडोर, खेती की उन्नत तकनीकों को अपनाया

कर्नाटक की रहने वाली निंगम्मा आज अपने क्षेत्र के अन्य किसानों को खेती के उन्नत तरीकों के बारे में जागरूक भी कर रही हैं। वो सुपारी, कॉफी, नारियल सहित रागी, मक्का, ज्वार और दलहन जैसी कई फसलों की खेती करती हैं।

संरक्षित खेती protected cultivation
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संरक्षित खेती (Protected Cultivation) से सब्जियों की खेती में बेहतर कमाई, डॉ. राजेश कुमार सिंह से जानिए कितना होता है मुनाफ़ा

बांदा कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के वेजिटेबल डिवीजन के प्रोफेसर डॉ. राजेश कुमार सिंह ने किसान ऑफ़ इंडिया से बातचीत में संरक्षित खेती से होने वाले पैदावार से लेकर मुनाफ़े के बारे में बताया।

कश्मीरी सेब की खेती kashmiri apple farming
फल-फूल और सब्जी, न्यूज़, फलों की खेती, सेब

कश्मीर के गुलाम हसन ख़ान ने सेब की खेती में अपनाई उच्च प्रबंधन तकनीकें, नये-नये प्रयोग करना पसंद

एक कनाल क्षेत्र में हाई डेंसिटी तकनीक से 170 पेड़ लगते हैं, जबकि परम्परागत सेब के तकरीबन 20 पेड़ों को इतनी जगह चाहिए होती है। यही नहीं, हाई डेंसिटी का प्रत्येक पेड़ परम्परागत पेड़ के मुकाबले फल भी कहीं ज़्यादा देता है। उन्होंने सेब की खेती करते हुए उसके विशेष प्रबंधन पर भी ध्यान दिया है।

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