एलोवेरा की खेती (Aloevera Farming): जानिए कैसे करें , इन बातों का रखेंगे ध्यान तो होगी बढ़िया आमदनी
एलोवेरा की खेती के लिए खाद और कीटनाशक की कोई विशेष आवश्यकता नहीं होती। ऐसे ही कई कारण हैं कि एलोवेरा की खेती की ओर किसानों का रुझान लगातार बढ़ रहा है।
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एलोवेरा की खेती के लिए खाद और कीटनाशक की कोई विशेष आवश्यकता नहीं होती। ऐसे ही कई कारण हैं कि एलोवेरा की खेती की ओर किसानों का रुझान लगातार बढ़ रहा है।
अगर आपको दिल्ली की मंडियों के भाव जानने हैं तो आपको State (राज्य) सेक्शन में से NCT of Delhi का चुनाव करना होगा। इसके अंतर्गत ही आपको दिल्ली मंडी भाव (Delhi mandi Bhav) की पूरी जानकारी मिलेगी।
पॉलीहाउस तकनीक से खेती न सिर्फ़ पर्यावरण के लिए सही है, बल्कि किसानों को अच्छा मुनाफ़ा भी देती है। भारत सरकार भी पॉलीहाउस के लिए एकीकृत बागवानी विकास मिशन के तहत 50 प्रतिशत तक की सब्सिडी देती है। ध्रुव कहते हैं कि अगर कोई पॉलीहाउस तकनीक से खेती में इन्वेस्ट करना चाहता है तो यही सबसे सही वक़्त है।
केले की खेती किसान के लिए कई मायनों में फ़ायदेमंद है बशर्ते उत्पादक किसान केले की खेती करते समय कुछ ज़रूरी बातों का ध्यान रखें।
सटीक मंडी भाव जानने के लिए सभी सेक्शन Commodity (वस्तु/फसल), State (राज्य), District (ज़िला) और Market (बाज़ार) को अच्छे से भरें, ताकि सही जानकारी आपको मिले।
गन्ने की खडी फसल का प्रबंधन कैसे करें? इस पर किसान ऑफ़ इंडिया ने उत्तर प्रदेश के कृषि विज्ञान केन्द्र बहराइच के कृषि विशेषज्ञ डॉ. बी.पी. शाही और डॉ. पी.के. सिंह से ख़ास बातचीत की।
एग्रीबॉट्स को ही कृषि रोबोट कहा जाता है। ये मूल रूप से कृत्रिम बुद्धिमत्ता यानी artificial intelligence पर आधारित रोबोट हैं, जो कृषि प्रथाओं के लिए उपयोगी हैं।
फालसा की फसल पर प्रतिकूल मौसम का बहुत कम असर पड़ता है। ये 44-45 डिग्री सेल्सियस का तापमान भी आसानी से बर्दाश्त कर लेते हैं। फालसा की खेती कर रहे किसान इससे बनने वाले कई उत्पादों से लाभ कमा सकते हैं।
फालसा की जड़ें मिट्टी के कटाव को भी रोकने में मददगार साबित होती हैं। यदि सही तरीक़े से फालसा की व्यावसायिक खेती की जाए तो इसकी लागत कम और कमाई बहुत बढ़िया है। इस लेख में हम आपको फालसा की खेती से जुड़ी ख़ास बातें बता रहे हैं।
मौजूदा समय में हिमांशु पाठक महाराष्ट्र के बारामती में ICAR-राष्ट्रीय अजैविक तनाव प्रबंधन संस्थान के निदेशक के रूप में कार्यरत हैं।
CSIR-CIMAP के वैज्ञानिक पानी की कमी वाले इलाकों में मेंथा की जगह जिरेनियम की खेती करने की सलाह देते हैं। जानिए कैसे इसकी खेती किसानों को लाभ दे सकती है।
डेयरी व्यवसाय से जुड़ी सभी गतिविधियां जैसे शेड की सफ़ाई, पशुओं को चारा देना, दूध निकालना, चारे को पानी देना, चारा काटने आदि का काम मोहम्मद आमिर और उनके पिता खुद ही करते हैं, बिना किसी मज़दूर की मदद के। वह आधा एकड़ में Co.4 और एक एकड़ में SSG हरे चारे की खेती करते हैं।
OPSC AAO Recruitment 2022: ओडिशा लोक सेवा आयोग ने ओडिशा कृषि और खाद्य उत्पादन सेवा में असिस्टेंट एग्रीकल्चर ऑफ़िसर (Assistant Agriculture Officer Recruitment 2022) की भर्तियां निकली हैं। 29 जुलाई 2022 से ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
उत्तर प्रदेश के सम्भल, बदायूँ, कासगंज जैसे कई ज़िलों में CSIR-CIMAP की ओर से विकसित नयी विधि से जिरेनियम की खेती की जा रही है। जानिए क्या है नयी तकनीक और कैसे किसानों को हो रहा इससे फ़ायदा।
फ़ार्मर फ़र्स्ट परियोजना के अंतर्गत आम आधारित मुर्गीपालन तकनीक की शुरुआत की गई। आज आम की खेती के साथ मुर्गीपालन करने की इस तकनीक को अपनाकर मलिहाबाद के कई किसान साल के 12 महीने अच्छी आय अर्जित कर रहे हैं।
आज खेती ने नीतीश यादव को उस मुकाम पर पहुंचाया है, जहां से लोग उन्हें और उनके काम को इज़्ज़त से देखते हैं। क्षेत्र के युवक और कई किसान खेती के गुर सीखने उनके पास आते हैं।
डॉ. राजीव कुमार सिंह कहते हैं कि एकीकृत कृषि मॉडल का मुख्य उद्देश्य किसानों की आमदनी को बढ़ाना है। किसान अपनी मुख्य फसल के साथ-साथ मुर्गी पालन, मछली पालन, मधुमक्खी पालन, रेशम कीट पालन, सब्जी-फल उत्पादन, मशरूम की खेती एक साथ एक जगह पर कर सकते हैं।
कृषि पर पड़ते जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को देखते हुए किसान ऑफ़ इंडिया ने भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के एग्रोनामी डीविज़न के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. राजीव कुमार सिंह और केन्द्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान के प्रधान वैज्ञानिक डॉ एच. एस.सिहं से ख़ास बातचीत की।
घोड़ा पालन कोई आसान काम नहीं। इनके रखरखाव पर अच्छे से ध्यान देना होता है। शौकिया तौर पर घोड़ा पालने की सोच रहे हैं तो एक बार लक्ष्मण सिंह इन इन टिप्स पर ज़रूर गौर कर लें।
मृदा स्वास्थ्य जांच की आधुनिक तकनीक में इमेज़ एनालिसिस के जरिये कम समय में मिट्टी की सेहत की सटीक जानकारी किसानों को मिल सकती है।