क्या खेती में तकनीक से तकदीर बदलेगा Telehandler? जानिए इसकी खासियत
Telehandler मशीन को आसानी से ऑपरेट कर सकते हैं किसान
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Telehandler मशीन को आसानी से ऑपरेट कर सकते हैं किसान
3 से 6 महीनों में बाज़ार में उपलब्ध हो जाएगा ई-ट्रैक्टर
स्टैंकिंग तकनीक से फसलों की पैदावार ज़्यादा होती है, जिससे किसानों की आमदनी में इज़ाफ़ा होता है। ऐसे में स्टैंकिंग तकनीक पर सरकार ज़ोर दे रही है।
कुलदीप बिष्ट कहते हैं कि एक झोपड़ी से ही किसान मशरूम की खेती की शुरुआत कर सकता है। मिट्टी के घर में भी किसान मशरूम प्लांट बना सकते हैं।
Mushcon International Mushroom festival 2021 में एक जिला एक उत्पाद योजना (ODOP) से जुड़े कई बड़े ऐलान किए गए। इसी कड़ी में उत्तराखंड में मशरूम की खेती को बढ़ावा देने को लेकर कई विशेष कदम उठाए गए हैं।
सरकार ने जानकारी दी है कि 19 अक्टूबर तक धान खरीद के करीबन 4157 करोड़ रुपये DBT यानि डायरेक्ट बेनिफ़िट ट्रांसफर के ज़रिए किसानों के खातों में पहुंच चुके हैं। सरकार ने फसलों के भुगतान की समय सीमा 72 घंटे तय की है।
मशरूम की खेती में फ़ायदे और मुनाफ़े को देखते हुए बड़ी संख्या में किसानों का रुझान मशरूम की फसल की तरफ हुआ है। पारंपरिक फसलों की खेती करने वाले किसान Mushcon International Mushroom Festival 2021 में पहुंच रहे हैं।
18 से 20 अक्टूबर तक चलने वाले Mushcon International Mushroom Festival 2021 का आज आगाज हो चुका है। राज्य के कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री सुबोध उनियाल ने इस आयोजन का उद्घाटन किया।
सर्दियों में बाजरा की मांग ज़्यादा होती है, ऐसे में राजस्थान के किसानों की उम्मीद सरकारी खरीद शुरू किए जाने पर टिकी है, क्योंकि निजी व्यापारी कम कीमत पर उनसे खरीद कर रहे हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि मशरूम ऐसी उच्च मूल्य वाली कृषि फसल है, जो छोटे और सीमांत किसानों की आय में बढ़ोतरी करने में कारगर साबित हो सकती है। मशरूम की खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार भी कई कदम उठा रही है।
Mushcon International Mushroom Festival के तहत मशरूम उत्पादन को बढ़ावा देने, मार्केटिंग के लिए कदम उठाने जैसे उपायों पर चर्चा होगी। मशरूम का उत्पादन बढ़ेगा तो किसानों और स्वरोजगार करने वालों को ज़्यादा अवसर मिलेंगे।
एक हफ़्ते बाद भी किसानों के खाते में पैसे नहीं आने से अगली फसल की तैयारी में हो रही मुश्किलों की शिकायतें कई किसानों की ओर से आ रही हैं।
लौंग के पेड़ की कलियों, गिरी हुई पत्तियों और तनों का भी तेल बनाने के लिए उपयोग किया जाता है। लौंग की कली और उसके तेल का इस्तेमाल दवा, चिकित्सा और इत्र बनाने में किया जाता है।
रावलचंद पंचारिया ने 2014 में जैविक खेती शुरू की। उनकी उगाई सफेद शकरकंद की ख़ास किस्म ने उन्हें पहचान दिलाई। किसान ऑफ इंडिया के मंच से उन्होंने अपने अनुभव और सुझाव देश भर के किसानों से साझा किया है।
ऐलनाबाद में बीजेपी उम्मीदवार को गुरुद्वारा से धक्के मारकर बाहर निकालने की घटना को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने नाराज़गी जताते हुए कहा कि हिंसा से किसान आंदोलन ख़त्म हो सकता है।
उत्तर प्रदेश कृषि विभाग ने सभी ज़िलों के किसानों की पीएम किसान सम्मान निधि को लेकर शिकायतें दूर करने के लिए विशेष अभियान चलाया है। इसके जरिये किसान जान सकेंगे कि कैसे मिलेगी उन्हें लंबित राशि।
शुगरकेन कटर प्लांटर के इस्तेमाल से रोपण की लागत को लगभग 53 फ़ीसदी तक कम किया जा सकता है। इससे मज़दूरी पर खर्च होने वाले पैसों की बचत तो होगी ही साथ ही गन्ना उत्पादन क्षमता में भी सुधार होगा।
सुप्रीम कोर्ट का उत्तर प्रदेश के डीजीपी को आदेश- घटनाक्रम के सबूत नष्ट ना हों, इसका ख्याल रखा जाए। अगली सुनवाई 20 अक्टूबर को होगी।
लखीमपुर में 8 लोगों की मौत के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने लेटर पिटिशन पर लिया संज्ञान। पुलिस इस मामले में गिरफ्तार किए गए लोगों से पूछताछ में जुटी है।
इस ग्राफ्टिंग तकनीक से खासकर उन इलाकों के किसानों को ज़्यादा फ़ायदा होगा, जहां बरसात के बाद कई दिनों तक पानी भरा रहता है।