दिल्ली पुलिस ने शाहीन बाग (Shaheen Bagh Anti CAA Protest) में सीएए-विरोधी प्रदर्शन का चेहरा बनीं 82 वर्षीय बिलकिस दादी (Bilkis Dadi) को सिंघू बॉर्डर पहुंचने के तुरंत बाद ही वापस भेज दिया। बिलकिस दादी सिंघू बॉर्डर पर प्रदर्शनकारी किसानों को अपना समर्थन देने के लिए पहुंची थीं।
डीसीपी, आउटर नॉर्थ गौरव शर्मा ने कहा, “बिलकिस दादी को सिंघू सीमा से वापस भेज दिया गया। उन्हें न तो हिरासत में लिया गया और न ही गिरफ्तार किया गया।”
शाहीन बाग विरोध प्रदर्शन के दौरान एक लोकप्रिय चेहरा बनीं बिलकिस दादी को टाइम पत्रिका की दुनिया की शीर्ष 100 सबसे प्रभावशाली हस्तियों की सूची में शामिल किया गया था। पंजाब और हरियाणा के हजारों किसान सितंबर में संसद द्वारा पारित तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं। वे दिल्ली और उसके आस-पास डेरा डाले हुए हैं। किसान इन कानूनों को निरस्त करने की मांग कर रहे हैं।
वहीं इस बीच, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और उपभोक्ता मामलों के मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को विरोध प्रदर्शन के छठे दिन 30 से अधिक किसान यूनियनों के साथ बहुप्रतीक्षित वार्ता में एक सरकारी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया।