नए कृषि कानूनों के खिलाफ महीने भर से प्रदर्शन कर रहे आंदोलनकारी किसानों ने दिल्ली में फसल बो दी है। दिल्ली की सरहद के अलावा बड़ी संख्या में किसान बुराड़ी के निरंकारी समागम मैदान में भी प्रदर्शन कर रहे हैं। इस मैदान को उन्होंने खेत में बदल दिया है।
एक किसान ने कहा कि हम यहां एक महीने से बेकार बैठे हैं। हमने प्याज उगाने के बारे में सोचा। हम इसे अपने दैनिक खाना पकाने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। हम बुराड़ी के मैदान में अधिक फसल उगाएंगे।
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उधर, भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) ने आज दोबारा किसानों के दिल्ली कूच का ऐलान कर दिया। भाकियू (टिकैत) के प्रदेश उपाध्यक्ष चौधरी विनय कुमार ने बताया कि कुछ किसान प्रदर्शन से वापस आ गए थे, वह दोबारा जाएंगे और काफी किसान ऐसे भी हैं जो पहली बार जाएंगे। उन्होंने दावा किया कि किसान विरोधी काले कृषि कानूनों के वापस होने तक आंदोलन जारी रहेगा।
टिकैत को मिली हत्या की धमकी
किसान आंदोलन की अगुवाई कर रहे किसान संगठनों में से एक भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत को जान से मारने की धमकी मिली है। राकेश ने दावा किया उनको बिहार से धमकी भरा फोन आया था। किसान नेता ने कहा कि उन्होंने कॉल की रिकॉर्डिंग को पुलिस कप्तान के पास भेज दिया है। जो भी जरूरी कदम होंगे वो उठाएंगे।