किसानों को डीज़ल और बिजली से चलने वाले पम्पिंग सेट से मुक्ति दिलाने की कुसुम योजना पर साइबर ठगों की गन्दी नज़र पड़ गयी है। इसे देखते हुए केन्द्रीय नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (MNRE) की ओर से इसके आधिकारिक पोर्टल पर लगातार किसानों को सावधान किया जा रहा है।
इसीलिए जैसे ही कोई व्यक्ति www.mnre.gov.in पर क्लिक करके वहाँ पहुँचता है, उसके स्क्रीन पर एक चेतावनी उभरती है कि “प्रधानमंत्री-कुसुम योजना के नाम पर धोखाधड़ी करने वाली वैबसाइटों से सावधान”।
कुसुम के लिए ऑनलाइन आवेदन में कोई फ़ीस नहीं दें
ये चेतावनी बताती है कि मंत्रालय के संज्ञान में आया है कि कई फ़र्ज़ी वेबसाइट और मोबाइल एप्लिकेशन के ज़रिये आवेदकों से कहा जा रहा है कि वो सोलर पम्प लगाने के लिए ऑनलाइन आवेदन पत्र भरते वक़्त पंजीकरण शुल्क यानी रजिस्ट्रेशन फ़ीस और सोलर पम्प के दाम का ऑनलाइन कर दें। ये ठगों की चालबाज़ी है, क्योंकि प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान यानी प्रधानमंत्री-कुसुम (PM KUSUM, Pradhan Mantri Kisan Urja Suraksha evem Utthan Mahabhiyan) के लाभार्थियों से कोई ऑनलाइन भुगतान नहीं माँगा जाता।
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MNRE ने बताया है कि ऐसी फ़र्ज़ी वेबसाइट्स का डोमेन नाम ‘.org’, ‘.in’, ‘.com’ के नामों वालों वाला है, लिहाज़ा इनके झाँसे में नहीं फँसें। जैसे…
- www.kusumyojanaonline.in.net
- www.pmkisankusumyojana.co.in
- www.onlinekusamyojana.org.in
- www.pmkisankusumyojana.com
इसी तरह की अन्य फ़र्ज़ी वेबसाइटें भी हैं। इसीलिए प्रधानमंत्री-कुसुम योजना के लिए आवेदन करने वाले सभी किसानों को सलाह दी जाती है कि वे धोखाधड़ी करने वाली वेबसाइटों पर नहीं जाएँ तथा कोई भी भुगतान नहीं करें, क्योंकि प्रधानमंत्री-कुसुम योजना को राज्य सरकारें अपने विभागों के ज़रिये क्रियान्वित करती हैं।
कुसुम योजना की अधिक जानकारी के लिए नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (MNRE) की आधिकारिक वेबसाइट www.mnre.gov.in पर विजिट करें अथवा टोल फ्री नम्बर 1800-180-3333 डायल करके पूरी जानकारी हासिल करें।