हाल ही में मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घर से बाहर काम के लिए जाने वाली महिलाओं के हित के लिए ऐलान करते हुए अपने गांव से दूर जाने वाली युवतियों के लिए पंजीकरण की बात कही। शिवराज सिंह ने कहा कि महिलाओं के घर से बाहर जाने में कोई आपत्ति नहीं है लेकिन, उनकी सुरक्षा भी जरूरी है।
ये भी देखें : IFFCO ने SBI के साथ हाथ मिलाया, किसानों को होंगे ढेर सारे फायदे
ये भी देखें : यूपी का ये किसान हल्दी की खेती करके साल भर में बन गया लखपति
उन्होंने कहा कि गांव से बाहर जाने वाली हर बेटी के ऐसा अभियान चलाया जायेगा। जिसमें काम से बाहर जाने वाली हर बेटी की एक एक जानकारी हमारे पास होगी। वो कहां काम करती है, क्या काम करती है, ये सारी जानकारी देनी होगी और साथ ही एक टेलीफ़ोन नंबर भी होगा जिस पर महिला फोन करके अपनी परेशानी बता कर मदद मांग सकती है।
ये भी देखें : ट्रॉली पंप से खेतों में करें कीटनाशकों का छिड़काव, जाने इसकी कीमत
ये भी देखें : खेती से भी कमा सकते हैं लाखों रुपए, आकाश चौरसिया की इन टेक्निक्स को आजमाएं
वहीं महिला सशक्तिकरण के लिए भी राज्य सरकार ने कई कदम उठाए है। यह बात भोपाल के मध्यप्रदेश आजीविका मार्ट का शुभारंभ करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने बताई। मुख्यमंत्री ने कहा – इसमें आत्मनिर्भर समूहों को मजबूत बनाना उनका महत्वपूर्ण कदम है। इसके लिए निरन्तर कम होगा। इससे गांव की बेटी मजबूत होकर एक सशक्त समाज की बनाने में मदद कर सके।
उन्होंने कहा कि इस अभियान की मदद से बहनों और महिलाओं को गरीब नहीं रहने दिया जाएगा। स्व – सहायता समूहों के गठन, उनके प्रशिक्षण , और बैंक लिंकेज दिलवाने और मार्केटिंग का लाभ दिलवाकर आर्थिक लाभ देने का कार्य लगातार करेंगे। इतना ही नहीं बल्कि पोषण आहार तैयार करने का काम जो पहले ठेकेदार करते थे , वो अब स्व – सहायता समूहों की महिलाएं खुद करेगी। इन समूहों के उत्पाद पोर्टल के जरिए दूसरे देशों में भी जा सकेंगे। अपने देश से गरीबी मिटाने को यह राज्य सरकार का अहम योगदान है।