इस साल नई दिल्ली के प्रगति मैदान में आहार 2022 (AAHAR 2022) का आयोजन हुआ। भारत व्यापार संवर्धन संगठन (India Trade Promotion Organisation,ITPO) द्वारा आयोजित इस इवेंट में देशभर की कई खाद्य उद्योग (Food Industry) से जुड़ी कंपनियों ने हिस्सा लिया। मेले में न सिर्फ़ बिज़नेस क्षेत्र से जुड़े लोगों ने शिरकत की, बल्कि आम जनता भी भारी संख्या इस मेले को देखने प्रगति मैदान पहुंची।
आहार 2022 में मेरी मुलाकात MoFPI (Ministry of Food Processing Industries) के चार एक्स्पर्ट्स से हुई, जो PMFME का कार्यभार देखते हैं। आज की जानकारी उन सभी लोगों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, जो खुद की फ़ूड प्रोसेसिंग यूनिट शुरू करना चाहते हैं। मैंने पहले भाग में इन विशेषज्ञों से PMFME स्कीम से जुड़े कई सवाल पूछे, जो आप यहां पढ़ सकते हैं:
मेरी मुलाकात हुई विभोर शर्मा से, जो MoFPI में PMFME स्कीम के मीडिया प्रभारी हैं। टेक्निकल प्रोफ़ेशनल पद पर नियुक्त आकांक्षा शर्मा से भी मेरी मुलाकात हुई। साथ ही PMFME स्कीम में मैनेजमेंट प्रोफ़ेशनल पद पर नियुक्त प्रतीक कटारिया और असिस्टेंट मैनेजर जैनेन्द्र कुमार से बातचीत की। चलिए अब जानते हैं फ़ूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाने के लिए अप्लाई करने से लेकर रिस्क मैनेजमेंट से जुड़े कई महत्वपूर्ण सवालों के जवाब।
सवाल: कैसे करें PMFME स्कीम के लिए अप्लाई ?
प्रतीक: PMFME स्कीम के लिए आपको इन स्टेप्स को अपनाना होगा –
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सबसे पहले www.pmfme.mofpi.gov.in को ओपन करें।
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होमपेज पर ऑनलाइन बटन पर क्लिक करें।
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फिर इन केटेगरी में से एक का चुनाव करें ( नया व्यक्ति (New Individual), मौजूदा व्यक्ति (Existing Individual), स्वयं सहायता समूह (Self Help Groups), सामान्य बुनियादी ढांचा आवेदन (common infrastructure application) )
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आपको नाम, पता, मोबाइल नंबर, डिस्ट्रिक्ट, स्टेट और अन्य डिटेल्स फॉर्म में भरनी हैं।
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रजिस्टर करने के बाद आपको यूजर आइडी और पासवर्ड मिल जाएगा।
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आपका फिर आवेदन समीक्षा के लिए डिस्ट्रिक्ट रिसोर्स पर्सन के पास जाएगा।
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फिर आपका आवेदन बैंक में जाता है और उसके बाद फिर सब्सिडी आपको मिलती है।
सवाल: PMFME स्कीम में रिस्क मैनेजमेंट में कैसे मिलती है मदद?
प्रतीक: अभी हमारी स्कीम में ऐसा है कि इंडस्ट्री चालू होने के बाद परियोजना कार्यान्वयन अवधि (project implementation period) होती है। इस अवधि के बीच अगर बैंक को दिखता है कि सेल्स नहीं हो पा रही है तो वो EMI की राशि कम कर देता है। आप हमारे हेल्पलाइन नंबर 1302281089 पर समर्पक कर सकते हैं या [email protected] पर मेल भी कर सकते हैं। इसमें डिस्ट्रिक्ट रिसोर्स पर्सन का चयन करना भी महत्वपूर्ण है क्योंकि वो आवेदक की मदद करने में सबसे ज़्यादा मददगार होते हैं। वो आपकी डॉक्यूमेंट बनवाने और लाइसेंस बनवाने में भी मदद करते हैं।
सवाल: PMFME स्कीम के लिए कहां और कैसे ले सकते हैं ट्रेनिंग?
आकांक्षा: जब आपके पास कम क्रेडिट रहता है तो रिस्क हमेशा ज़्यादा हो जाता है। इसी चीज को ध्यान में रखते हुए हमारी 2 ट्रेनिंग होती हैं । पहली है उत्पाद विशिष्ट ट्रेनिंग (Product Specefic Training), इसमें हाइजीन स्टैन्डर्ड, प्रोडक्ट में वैल्यू एडीशन और अन्य इस से जुड़ी चीजों के बारे में सिखाया जाता है।
दूसरी है उद्यमिता विकास कार्यक्रम ट्रेनिंग (Entreprenurship Development Programme Training), इसमें उन्हें कैसे रिस्क मैनेज करना है, अकाउंटस के बारे में, इंडस्ट्री कैसे चलानी है और अन्य इस से जुड़ी चीजों के बारे में सिखाया जाता है। ये ट्रेनिंग कुल 50 घंटों की होती है।
इस ट्रेनिंग की मदद से अगर किसी को बिल्कुल जानकारी नहीं है तो वो भी काफ़ी कुछ सीख सकते हैं। स्टेल लेवल पर मास्टर ट्रेनर ट्रेनिंग देते हैं और डिस्ट्रिक्ट लेवल पर भी अलग से ट्रेनर उपलब्ध हैं। इसमें वो 50 लोगों का एक बैच बनाते हैं।
प्रतीक: ट्रेनिंग पर्सन पोर्टल पर आकर ट्रेनिंग कैलंडर में अपनी ट्रेनिंग डालते हैं। इसमें 9 तरह की केटेगरी उपलब्ध हैं इंडस्ट्री और प्रोडक्ट के अनुसार। इसके अलावा NIFTEM Thanjavur और NIFTEM Kundli के साथ हमारा टाई अप है। वो वहां पर प्रेज़न्टैशन, वीडियो और अन्य तरीकों से जानकारी प्रदान करते हैं।
सवाल: कैसे डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाने में मिलती है मदद?
प्रतीक: हमारी स्कीम में अलग-अलग केटेगरी हैं। जैसे किसी व्यक्ति को डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट में फ़िक्र करने की बिल्कुल जरूरत नहीं है। वो हमारे application form में पहले से मौजूद है। इसमें उन्हें वित्तीय डिटेल भरनी होती हैं जिसमें यूनिट लगाने के लिए हर एरिया की कॉस्ट डाल सकते हैं और फिर रिपोर्ट ऑटोमैटिक बन जाती है।
सवाल: सीड कैपिटल के लिए क्या है प्रावधान?
आकांक्षा: स्कीम में हमारे ये एक अच्छा प्रावधान है। सीड कैपिटल का मतलब होता है किसी भी उद्यम का शुरुआती निवेश। इसमें जो हमारी स्वयं सहायता समूह की महिलायें हैं, तो हर महिला को 40 हज़ार रुपये सीड कैपिटल के तौर पर मिलता है। इसको वो किसी भी रूप में यूनिट लगाने में इस्तेमाल कर सकते हैं।
सम्पर्क सूत्र: किसान साथी यदि खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी या अनुभव हमारे साथ साझा करना चाहें तो हमें फ़ोन नम्बर 9599273766 पर कॉल करके या [email protected] पर ईमेल लिखकर या फिर अपनी बात को रिकॉर्ड करके हमें भेज सकते हैं। किसान ऑफ़ इंडिया के ज़रिये हम आपकी बात लोगों तक पहुँचाएँगे, क्योंकि हम मानते हैं कि किसान उन्नत तो देश ख़ुशहाल।