सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक पीएम किसान सम्मान निधि योजना से करीब 12.14 करोड़ किसान जुड़ हुए हैं। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत लाभार्थी किसान को 6000 रुपये प्रति वर्ष की आर्थिक मदद दी जाती है। 2 हज़ार रुपये की 3 किस्तों में प्रत्येक चार महीने में राशि सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में ट्रांसफर की जाती है। लेकिन सरकार ने दो करोड़ किसानों की किस्त पर फिलहाल के लिए रोक लगा दी है। आगे जानिए क्यों रोका गया दो करोड़ किसानों का पेमेंट?
केंद्र सरकार ने 9वीं किस्त का पैसा 9 अगस्त 2021 को ही किसानों के खाते में जमा किए थे, लेकिन अभी भी 2 करोड़ से ज़्यादा किसानों को उनकी दो हज़ार रुपये की किस्त नहीं मिली है। पीएम किसान पोर्टल पर 2.68 करोड़ से अधिक किसानों के भुगतान पर रोक लगा दी गई है।
क्यों रोकी गई इन किसानों की पेमेंट
सरकार ने पाया कि कुछ ऐसे लोग हैं जो फ़र्ज़ी किसान बनकर इस योजना का लाभ उठा रहे हैं। यही नहीं, इनकम टैक्स भरने वाले किसान भी पीएम किसान सम्मान निधि योजना का फायदा ले रहे हैं। इस तरह के मामले तमिलनाडु, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात और हिमाचल प्रदेश में ज़्यादा देखने को मिले। जब सरकार को पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत हो रही इस धांधली के बारे में पता चला तो ऐसे किसानों के खिलाफ सख्त कारवाई करने का फैसला लिया गया। ऐसे लोगों से बाकायदा पैसे की वसूली की गई।
सरकार के इस कदम से डरे कई फ़र्ज़ी किसानों ने अपना रजिस्ट्रेशन वापस लेना भी शुरू कर दिया है। इसके अलावा लाखों किसानों का डेटा सही न पाए जाने की वजह से उन्हें पोर्टल से हटा दिया गया है। हाल ही में कृषि मंत्री ने सदन में जानकारी दी थी कि करीबन 42 लाख अयोग्य किसान पीएम किसान सम्मान निधि योजना का फ़ायदा उठा रहे हैं।
अन्य किन कारणों से रोक दी जाती है किस्त
इसके अलावा अन्य कारणों की वजह से भी कई किसानों की किस्त रोकी गई है। मसलन बैंक अकाउंट और आधार में लिखे नाम का मेल न हो पाना। वहीं बैंक की जानकारी देते वक़्त IFSC कोड, बैंक अकाउंट नंबर ठीक न लिखा होना। आवेदन फ़ॉर्म में किसान का नाम भी अंग्रेज़ी में लिखा होना चाहिए। वहीं पता लिखने में भी अगर गलती हुई तो भी किस्त अटक जाती है।
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