अगर आपको लगता है कि मछली पालन में रोजगार के मौके नहीं हैं तो आप गलत हैं। बेरोजगार युवाओं के लिए मछली पालन करना उनकी आय में वृद्धि करने के साथ ही रोजगार भी मुहैया कराने का एक बहुत अच्छा विकल्प साबित हो सकता है।
मछली पालन करने के लिए लोगों को सरकार से सब्सिडी भी मिलती है। एक सामान्य वर्ग के व्यक्ति को सरकार की तरफ से 40% सब्सिडी मिलती है वहीं महिला एवं अनुसूचित जाति वर्ग के व्यक्ति को 60% तक की सब्सिडी दी जाती है।
मछली पालन से कैसे हुई आय में बढ़ोतरी?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गुरुग्राम के जिला मछली अधिकारी धर्मेंद्र सिंह के द्वारा बताया गया कि जिले के खेड़ा झांजरोला में मछली पालन कर रहे साहिल शर्मा और रिचा शर्मा ने पहली बार में ही दो हेक्टेयर की जमीन में 8-8 हजार किलोग्राम के सफेद झींगा का उत्पादन किया, जो कि अपने आप में ही एक बड़ा उत्पादन है।
अधिकारी के मुताबिक इन दोनों किसानों ने एक-एक हेक्टेयर भूमि पर जून माह में मछली के लिए बीज डाले थे और सितंबर माह आने तक इन्होंने कुल 16 हजार किलोग्राम की मछलियों का उत्पादन किया है।
कम समय में अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है
गुरुग्राम के जिला मछली अधिकारी धर्मेंद्र सिंह ने बताया, इन दोनों किसानों ने इस वयवसाय को शुरू करने के लिए राष्ट्रीय किसान विकास योजना के तहत हरियाणा सरकार की तरफ से सब्सिडी का लाभ लिया था। इन्होंने बेहद ही कम समय में अच्छा मुनाफा भी कमाया।
अब आपको बता दें कि मछली उत्पादन में लगातार बढ़ोतरी देखने को भी मिल रही है। एक किसान एक हेक्टेयर झींगा पालन की मदद से महज एक साल में 10 से 15 लाख रुपये तक की आमदनी प्राप्त कर सकता है।