नहीं रहा सुल्तान। सुल्तान कोई मामूली नाम नहीं था, उसकी जबर्दस्त पहचान थी, इलाके में दबदबा था, प्रदेश में ख़ासी शान थी। उम्र तो सिर्फ बारह साल थी, लेकिन इस छोटी सी उम्र में ही उसने अपनी खूबी से जो अहमियत बनाई थी, उसने उसकी कीमत करोड़ों में पहुंचा दी थी। सुल्तान क्या था और क्या थी उसकी खूबी, इस लेख में हम आपको बताने जा रहे हैं।
रोजाना 3 हज़ार का खाता था चारा
सुल्तान किसी शख्स की नहीं, बल्कि एक भैंसे की बात कर रहे हैं। हरियाणा की शान कहे जाने वाले मशहूर सुल्तान भैंसे की पिछले दिनों मौत गई। मौत की वजह हार्ट अटैक बताई गई। इस भैंसे का ज़िक्र हम इसलिए भी कर रहे हैं क्योंकि इसकी खरीद के लिए 21 करोड़ रुपये की भारी-भरकम बोली भी लग चुकी है। सुल्तान ने न सिर्फ़ पशु मेलों में अपने मालिक नरेश बेनीवाल, बल्कि पूरे प्रदेश का नाम रोशन किया।
1700 किलो वजनी सुल्तान मुर्रा नस्ल का दुनिया का सबसे लंबा और ऊंचा भैंसा था। सुल्तान की उम्र करीबन 12 साल थी। सुल्तान की डाइट में रोजाना का 10 किलो दाना और दूध, करीब 35 किलो हरा चारा और सेब और गाजर शामिल था। नरेश के मुताबिक, सुल्तान रोज का करीब 3 हज़ार रुपये का चारा ही चारा खा जाता था।
ये भी पढ़ें- सॉफ़्टवेयर इंजीनियर ने बनाई देसी गायों की बड़ी गौशाला, ऐसे करें देसी गायों की पहचान
अपने मालिक को करके देता था लाखों की कमाई
सुल्तान पर भले ही रोजाना का खर्च ही हजारों रुपये में होता था, लेकिन वो लाखों की कमाई करके भी देता था। इस भैंसे का स्पर्म लाखों रुपये में बिकता था। हजारों सीमेन की डोज 300 रुपये प्रतिडोज के हिसाब से बिकती थी। अलग-अलग पशु प्रतियोगिताओं में विजयी रहने वाले सुल्तान को इनाम के रूप में भी राशि मिलती थी।
पशु मेलों में अपना दबदबा जमाने वाले सुल्तान ने नरेश व उसके परिवार को इतना नाम दिलाया कि आज सुल्तान से ही उनकी पहचान है। आज अचानक से सुल्तान की मौत होने से नरेश और उनका पूरा परिवार आहात है। नरेश सुलतान को अपने बेटे जैसा मानता था।
खरीदार ने लगाई थी 21 करोड़ की बोली
पुष्कर मेले में एक विदेशी ने सुल्तान की कीमत 21 करोड़ लगाई थी, लेकिन तब नरेश ने इसे बेचने से साफ मना कर दिया था। उन्होंने ये कहते हुए माना किया था कि सुल्तान उनके बेटे की तरह है और बेटों की कोई कीमत नहीं हुआ करती।
कोई नहीं भर सकता सुल्तान की जगह
नरेश के पास मुर्रा नस्ल की 25 से ज्यादा भैंसे हैं, लेकिन सुल्तान की बात ही अलग थी। नरेश कहते हैं कि सुल्तान की कमी की भरपाई और कोई नहीं कर सकता। अब उसकी मौत से पूरा बेनीवाल परिवार सदमे में है।