पशुधन संजीवनी योजना: किसानों के लिए खुशखबरी है। अब उन्हें अपने पशुओं के इलाज के लिए पशु चिकित्सालय नहीं ले जाना पड़ेगा। सरकार ने महा पशुधन संजीवनी योजना शुरू की है। मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश के बाद अब महाराष्ट्र में भी पशुओं को घर पर इलाज की सुविधा मिल सकेगी।
इसके बाबत महाराष्ट्र सरकार ने इंडसइंड बैंक की कंपनी भारत फाइनेंशियल इंक्लूजन लिमिटेड (BFIL) के साथ एक समझौता किया है, जिसमें वह राज्य के किसानों के पशुओं के इलाज की सुविधा घर पर उपलब्ध करवाएगी।
आइए जानते हैं विस्तार से इस योजना के बारे में-
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क्या है महा पशुधन संजीवनी योजना
महाराष्ट्र के 31 जिलों में स्थित 81 तालुकों में पशुओं की संख्या 1.96 करोड़ है। इन सभी पशुओं को इलाज की सुविधा मिलेगी। यह काम बीएफआईएल द्वारा विकसित एक एकीकृत टेलीमेडिसिन और सेवा प्रबंधन मंच के माध्यम से किया जाएगा। इस योजना के माध्यम से बीमार पशुओं का इलाज, टीकाकरण, कृत्रिम गर्भाधान और उनकी देखभाल संबंधी सारी जानकारी किसानों को दी जाएगी। पशु चिकित्सा सेवाओं के लिए किसानों को टोल-फ्री नंबर 1962 पर कॉल करना होगा। फोन की यह सुविधा जनवरी 2021 से शुरू कर दी जाएगी।
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कैसे काम करती है
पहले से ही यह योजना मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश में चल रही है। अब यह योजना महाराष्ट्र में भी शुरू कर दी गई है। इस योजना के तहत महाराष्ट्र के हर इलाके में एक एंबुलेंस उपलब्ध करवाई गई है। इसमें पैरामेडिकल स्टाफ और दवाइयां हर समय मौजूद रहते हैं। जब किसी पशु को स्वास्थ्य संबंधी तकलीफ होती है, तो उसका मालिक फोन पर ही पशु की बीमारी के लक्षण बताता है।
उसी के अनुसार इलाज तय किया जाता है। यह इलाज निशुल्क किया जाता है। जरूरी हो तो पशु को संक्रामक बीमारी से बचाने के लिए टीकाकरण भी किया जाता है। पशुपालक को पशुओं के बेहतर आहार और स्वास्थ्य के बारे में भी जानकारी दी जाती है।