शिक्षा विभाग ने स्कूल्स में शिक्षकों की अटेंडेंस को सुनिश्चित करने के लिए डिजीटल अटेंडेंस की नई स्कीम लागू करने का निर्णय लिया है। इसके लिए सभी स्कूलों में टैबलेट पहुंचाएं जाएंगे। टैबलेट्स खरीदने के लिए टेंडर की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जनवरी तक स्कूल्स में टैबलेट पहुंचना शुरू हो जाएंगे। इसके बाद शिक्षकों को रजिस्टर की जगह अंगूठा लगाकर उपस्थिति दर्ज करवानी होगी।
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कई बार स्कूलों में हाजिरी लगाकर गायब हो जाते हैं शिक्षक
दरअसल सरकारी निरीक्षणों में कई बार देखा गया कि रजिस्टर में हाजिरी दर्ज करने बाद मास्टर जी मौके पर नहीं मिलते। यहां तक कि जो टीचर्स छुट्टी पर हैं रजिस्टर में उनकी भी हाजिरी लगाई हुई होती है। ऐसे कर्मचारियों के लिए विभाग ने उपस्थिति का पैटर्न बदलने का निर्णय किया है। टैबलेट में अंगूठा लगाने पर ही शिक्षकों की हाजिरी दर्ज होगी। इसके लिए कर्मचारी और शिक्षकों को स्कूल में जाना अनिवार्य होगा।
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पहले भी हुई थी बायोमीट्रिक अटेंडेस शुरू, कोरोना के कारण रोकना पड़ा
उल्लेखनीय है कि पहले भी कई राज्यों में बायोमीट्रिक अटेंडेंस शुरू की गई थी परन्तु कोरोना के चलते इसे रोक दिया गया था। अब एक बार फिर से डिजीटल हाजरी का सिस्टम लागू किया जाएगा। सभी स्कूलों में इंचार्ज टीचर्स के पास टैबलेट होगा, जिस पर स्कूल के शिक्षकों को अपनी उपस्थिति दर्ज करवानी होगी। इसके साथ ही स्टूडेंट्स की भी अटेंडेंस ऑनलाइन कर दी जाएगी।
अधिकारियों के अनुसार सरकार का ध्यान शिक्षा विभाग को पूरी तरह से ऑनलाइन करने पर है, ताकि सभी स्कूलों की निगरानी की जा सके। इस तरह से स्कूलों में हो रही गलत अटेंडेंस व अन्य अनियमितताओं को रोका जा सकेगा।