अक्सर लोगों को कहते सुना होगा कि खेती में कुछ नहीं रखा, लेकिन टेक्नोलॉजी के युग में यह बात अब झूठ साबित होने लगी है। किसानों को अगर कम लागत में ज्यादा उत्पादन से ज्यादा मुनाफा कमाना है तो उन्हें कृषि में स्मार्ट तकनीक अपनानी होगी। खेती में होने वाले विभिन्न खर्चों में कटौती करके खेती को लाभदायक बनाया जा सकता है।
इसके लिए जरूरी है कि किसान खेती में ट्रैक्टर के अलावा मिट्टी की जांच, टाप ड्रेसिंग और फसल कटाई के लिए उपकरणों का प्रयोग करे। ऐसा कर वह खेती की लागत में 25 प्रतिशत की कमी और फसल उत्पादकता में 20 प्रतिशत बढ़ोतरी कर सकता है।
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देश के अधिकांश हिस्सों में धीरे-धीरे जलस्तर गिर रहा है। ऐसे में किसानों को सिंचाई के लिए पारंपरिक तरीके को छोड़कर ड्रिप इरिगेशन (Drip Irrigation) पद्धति अपनानी चाहिए। इसमें पाइप के केबल पाइप के माध्यम से फसल पर बूंद-बूंद पानी छोड़ा जाता है। ऐसा करने से सिंचाई का खर्च काफी कम आता है।
किसान फसलों की सिंचाई देने के लिए बिजली पर मोटा खर्च करता है। ऐसे में किसान को चाहिए कि वे अपने खेत में सोलर पंप लगवाएं। अगर किसान के पास सोलर पंप सिस्टम है तो उसकी अधिकांश समस्याएं ही खत्म हो जाती हैं। प्रधानमंत्री कुसुम योजना (prime minister kusum scheme) के तहत सोलर पंप लगाने के लिए किसानों को सब्सिडी दी जाती है।
खेती के साथ अच्छी नस्ल के पशु पालें
टिकाऊ व स्मार्ट खेती के लिए किसानों को अच्छी नस्ल के पशु भी पालने चाहिए। एक तो इनसे निकलने वाले दूध से किसान आमदनी बढ़ा सकता है। दूसरा इनके गोबर का इस्तेमाल खाद के रूप में कर फसल उत्पादकता बढ़ाई जा सकती है। गिर नस्ल की गाय, मुर्रा नस्ल की भैंस व बकरी पालन किसानों के लिए बेहद फायदेमंद रहता है।
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बाजार और समय प्रबंधन का ज्ञान जरूरी
एक स्मार्ट किसान के लिए जरूरी है कि वह कौन सी फसल कब लगानी है और बाजार में उसकी मांग आदि के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए। किसी भी आपदा या कीट रोग आदि से फसल को बचाने के लिए पूर्व योजना बनाने से किसान अच्छी गुणवत्ता की फसल प्राप्त कर सकते हैं।
फसल के साथ फलों-सब्जियों का उत्पादन
रबी व खरीफ की फसल के साथ-साथ फल और सब्जियों का उत्पादन भी किसान को स्मार्ट बनाता है। अपने छोटे से फार्म में मल्चिंग व लो टनल आदि आधुनिक तकनीकी के सहारे वर्ष के तीनों मौसमों में सब्जी उत्पादन कर किसान आर्थिक रूप से मजबूत बन सकते हैं।
सब्जी उत्पादन एक ऐसा कार्य है जो सालभर आपको आमदनी देता है। इसके अलावा खेत की मेड़ के सहारे चारे वाले पौधे या आमदनी देने वाले पेड़ लगाकर भी किसान भाई मुनाफा बढ़ा सकते हैं।