शहद के पोषक तत्वों के कारण इसकी मांग दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। ऐसे में छोटे किसान या फिर बेरोजगार युवा मधुमक्खी पालन (Beekeeping) व्यवसाय अपनाकर एक साल में लाखों की कमाई कर सकते हैं।
मधुमक्खी पालन (beekeeping) कृषि आधारित व्यवसाय है। इस व्यवसाय में अतिरिक्त भूमि की जरूरत नहीं पड़ती। इसे कम लागत में छतों, मेड़ों और तालाब के किनारे और खेत में किया जा सकता है।
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मधुमक्खी पालन के लिए जरूरी है कि पहले इसका मान्यता प्राप्त संस्थान से प्रशिक्षण (training) लें। इसके बाद कम से कम 10 बॉक्स/कालोनियों से यह काम शुरू करें।
एक बॉक्स की कीमत करीब 4 हजार होती है। इस व्यवसाय के लिए यूरोपियन इटेलियन मधुमक्खी (italian bee) सबसे बेहतर होती है।
वैसे तो मधुमक्खी पालन पूरे साल किया जा सकता है, लेकिन इसका सही समय अक्टूबर और नवंबर है। इस दौरान मधुमक्खियों को मकरंद और पराग एकत्र करने के लिए फूल काफी संख्या में मिलते हैं।
मधुमक्खी पालन के लिए जरूरी है कि गर्मी के गर्मी के मौसम में छत्तों को छाया में, सर्दी में धूप में रखना चाहिए। वहीं बारिश के मौसम में हवा का आवागमन जरूर होना चाहिए।
इन बातों का रखें ध्यान
किसी प्रमाणित संस्था से ही मधुमक्खियां खरीदना चाहिए। जहां आसानी से पुष्पीय पौधे मिलें, उसके आसपास ही मधुमक्खियों के बॉक्स रखने की व्यवस्था करें। मधुमक्खी फूलों से करीब 3 किमी तक पराग ले जा सकती है।
मधुमक्खी पालन के लिए हमेशा शांत जगह चुननी चाहिए। साथ ही आसपास बिजली के तार न हो और मोबाइल टावर नहीं होने चाहिए।
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यहां से ले सकते हैं प्रशिक्षण
- भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, पूसा रोड, नई दिल्ली
- निदेशक, उद्यान विभाग, कृषि पंत भवन, जयपुर
- राष्ट्रीय बागबानी बोर्ड, लालकोठी, जयपुर
- नेशनल बी बोर्ड, बी इंस्टीट्यूशनल एरिया, अगस्त क्रांति मार्ग, हौज खास, नई दिल्ली
- मधुमक्खी पालन एंड शोध संस्थान कृषि विश्वविद्यालय, हिसार (हरियाणा)
- ज्योति ग्रामोद्योग संस्थान, गंगोह, सहारनपुर (उत्तर प्रदेश)
- मधुमक्खी प्रशिक्षण केंद्र, हल्द्वानी, उत्तराखंड
- मधुमक्खी पालन प्रशिक्षण केंद्र, जनमहादेव रोड, खादी ग्रामोद्योग, देहरादून
- ल्यूपिन ह्यूपिन वेलफेयर एंड रिसर्च फाउंडेशन, कृष्णानगर, भरतपुर (राजस्थान)
- ग्रामोद्योग आयोग गणेशखिंड रोड, पुणे (महाराष्ट्र)
सम्पर्क सूत्र: किसान साथी यदि खेती-किसानी से जुड़ी जानकारी या अनुभव हमारे साथ साझा करना चाहें तो हमें फ़ोन नम्बर 9599273766 पर कॉल करके या [email protected] पर ईमेल लिखकर या फिर अपनी बात को रिकॉर्ड करके हमें भेज सकते हैं। किसान ऑफ़ इंडिया के ज़रिये हम आपकी बात लोगों तक पहुँचाएँगे, क्योंकि हम मानते हैं कि किसान उन्नत तो देश ख़ुशहाल।
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