मिलिट्री मशरूम (Military Mushroom ki Kheti): यह जरूरी नहीं कि खेती करने के लिए आपके पास कई बीघा जमीन हो। कई ऐसे उत्पादन हैं, जिन्हें आप घर पर भी उगा सकते हैं। हरियाणा के गुरुग्राम जिले के जमालपुर में रहने वाले विनोद यादव ने ऐसा ही कुछ करके दिखाया है। उन्होंने अपने घर के 15-15 के कमरे में मिलिट्री मशरूम उगाने का काम किया है। शुरुआत में छोटे स्तर पर शुरू किया गया यह काम आज इतना बढ़ गया है कि उन्हें लाखों की कमाई हो रही है।
आइए जानते हैं विनोद के मिलिट्री मशरूम की खेती करने के बारे में-
ऐसे हुई शुरुआत
हर चीज के शुरू होने का कोई जरिया होता है। ऐसा ही कुछ विनोद यादव के साथ भी हुआ। एक बार बदलते मौसम की वजह से उन्हें एलर्जी हो गई थी। तभी उनके एक दोस्त ने उन्हें मिलिट्री मशरूम का सेवन करने की सलाह दी। मिलिट्री मशरूम के सेवन से बहुत अच्छे परिणाम सामने आए और विनोद की तबियत ठीक हो गई। बस, तभी से उन्होंने फैसला किया कि वे मिलिट्री मशरूम की खेती करेंगे।
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इसके बाद उन्होंने अपने 15-15 के कमरे को लैब में बदल दिया और जरूरी संसाधन खरीद कर मशरूम की खेती शुरू कर दी। इसके लिए उन्होंने इंटरनेट से खेती के बारे में सारी जानकारी ली। शुरुआत में केवल आधा किलो मशरूम ही उगा पाए, लेकिन आज डेढ़ से दो किलो तक मशरूम का उत्पादन हो जाता है। आप सोच रहे होंगे कि इतने से मशरूम से लाखों की कमाई कैसे कर सकते हैं? लेकिन आपको बता दें कि बाजार में मिलिट्री मशरूम 2 से 3 लाख रुपए प्रति किलो तक बिकता है।
विनोद यादव ने मशरूम उगाने से पहले मार्केट में इसकी मांग का अनुमान लगाया। उसे बेचने से जुड़ी बातों का पता लगाया और फिर उत्पादन शुरू किया। मिलिट्री मशरूम को सुखाकर तीन से चार साल तक रखा जा सकता है। इसलिए इस खेती में नुकसान होने की संभावना बहुत कम होती है।
मिलिट्री मशरूम का उत्पादन कैसे करें
इसे उगाने के लिए रोटरी शेकर, लेमिनार, ऑटो क्ले आदि उपकरणों की आवश्यकता होती है। आप प्लास्टिक या कांच के जार व ब्राउन राइस को ऑटो क्ले में 122 डिग्री तापमान में बैक्टीरिया फ्री किया जाता है। इसके बाद आलू के पल्प को अच्छी तरह उबालें और इसे फिल्टर कर लें। फिर इसमें एस्ट्रोड, पैक्टॉन जैसे पोषक तत्त्व मिलाएं।
इसके बाद इसमें 40 मिलीलीटर ब्राउन राइस और 40 मिलीलीटर लिक्विड कल्चर को मिला लें। अब इसे लैब में सात दिनों के लिए रख दें। ध्यान रखें लैब में पूरी तरह अंधेरा होना चाहिए। इसे तैयार होने में करीब 110 दिन लगते हैं। इस दौरान कमरे का तापमान 18 से 22 डिग्री रहना चाहिए। मिलिट्री मशरूम तैयार होने के बाद इसे डिहाइड्रेटर में ड्राय किया जाता है।
मिलिट्री मशरूम के उपयोग और सेवन
मिलिट्री मशरूम का सेवन करने से इम्यूनिटी बढ़ती है। अस्थमा, कैंसर, डायबिटीज आदि की दवाइयां बनाने में मिलिट्री मशरूम का उपयोग किया जाता है। प्रतिदिन 1 ग्राम मशरूम का सेवन पर्याप्त होता है। एक कप गर्म पानी में भिगोकर शहद के साथ इसका सेवन करें।