कम लागत में शुरू करें झाडू उद्योग: माना जाता है कि झाडू में मां लक्ष्मी का वास होता है। यही कारण है कि धनतेरस या दीपावली जैसे त्योहारों पर झाडू खरीदना शुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि धनतेरस या दिवाली पर झाडू खरीदने से घर में लक्ष्मी का आगमन होता है और आर्थिक स्थिति सुधर जाती है।
इसी भावना के कारण इन त्योहारों पर करोड़ो की झाडू बिकती है। तो क्यों ना झाडू बनाने के व्यापार को शुरू करके अच्छा खासा मुनाफा कमाया जाए।
आज हम आपको झाडू व्यापार से जुड़ी खास बाते बताएंगे
कैसी झाडू चलन में है
भारत में खासकर घास, नारियल, खजूर के पत्ते, कॉर्न हस्क आदि से बनने वाली झाडू प्रचलन में होती हैं। लेकिन सीक या फूल झाडू का ज्यादा चलन है।
यदि कोई झाडू का व्यापार करना चाहता है तो यह मान कर चले कि यह व्यापार कभी मंदा नहीं होता। झाडू की मांग तो निरंतर बनी रहती है। उस पर जब दीपावली का त्योहार हो, तो इसकी बिक्री बहुत बढ़ जाती है।
झाडू व्यवसाय में लगने वाली लागत
जो भी व्यक्ति झाडू बनाने का उद्योग शुरू करना चाहता है, उसे ना तो ज्यादा संसाधनों की आवश्यकता है और ना ही लागत की। यह उद्योग आसानी से शुरू किया जा सकता है। इसके लिए आपको 50 वर्ग मीटर की जगह चाहिए। मात्र 15 से 50 हजार रुपये की लागत में यह काम शूरू हो जाता है।
यदि आप अपने काम को बड़े स्तर पर करना चाहते हैं तो उसकी के अनुसार लागत लगा सकते हैं। इस व्यापार से आपको हर महीने लगभग 30 से 40 हजार रुपये तक की इनकम हो सकती है।
कैसे बनाएं झाडू
बाजार में झाडू बनाने के लिए कच्चा माल उपलब्ध होता है। जिसमे ब्रूम हैंडल कैप, प्लास्टिक टेप, स्ट्रापिंग वायर आदि शामिल होते हैं। आप अपने कारीगरों से झाडू बनवा सकते हैं। यदि आप उत्पादन बढ़ाना चाहते हैं तो इसके लिए बाजार में मशीनें भी उपलब्ध होती हैं। आप उन्हें काम में ले सकते हैं। झाडू बनाते समय इस बात का ध्यान जरूर रखें कि आप जिस क्षेत्र से काम कर रहे हैं वहां किस तरह की झाडू की मांग है, उसी के अनुसार आप अपना काम बढ़ा सकते हैं।