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आप जब किसी कैफ़े में कॉफ़ी (Coffee) पीने जाते हैं तो अक्सर Cappuccino लाट्टे, एस्प्रेसो, बोरबॉन और भी दूसरे फ्लेवर की कॉफ़ी ऑर्डर करते हैं। लेकिन क्या आपने कभी ‘मशरूम कॉफ़ी’ (Mushroom Coffee) ट्राई की है? इस प्रीमियम ब्रांड कॉफ़ी (Premium Brand Coffee) की दुनियाभर में डिमांड है, जिसे यूएई के होटल में शेफ़ लालू थॉमस ने कोविड 19 के दौरान नौकरी गंवा देने के बाद तैयार किया। LaBae Mushroom coffee Powder,केरल का पहला कॉफ़ी पाउडर है, जो मशरूम (Mushroom) के न्यूट्रिशन (Nutrition) से भरपूर है।
मशरूम का बिज़नेस किया शुरू
केरल के लालू थाॉमस दुबई में 15 सालों तक बतौर शेफ़ काम कर रहे थे, लेकिन 2019 में उनकी नौकरी चली गई और वो अपने घर आ गये। वापस आकर उनको अपनी प्रोफ़ाइल के मुताबिक नौकरी नहीं मिल रही थी। अपने परिवार का पालन पोषण करने के लिए लालू ने मशरूम की खेती करने का फैसला किया। अब बात थी मार्केट की। वो जहां रहते थे, वहां मशरूम की मांग ज़्यादा नहीं थी। अब लालू को अपनी स्किल के मुताबिक ही कुछ करना था।
मशरूम कॉफ़ी का स्टार्टअप (Mushroom Coffee Startup)
लालू को अपनी स्किल के मुताबिक ही कुछ करना था। ऐसे में उन्होंने स्टार्टअप शुरू करने का मन बनाया। उन्होंने मशरूम वाली कॉफ़ी (Mushroom Coffee) बनाने का फैसला किया। लालू ने केरल के कोल्लम में कृषि विज्ञान केंद्र से संपर्क किया। उनके साथ रिसर्च करने की रिक्वेस्ट की। अपने स्टार्टअप के लिए प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यमिता योजना (Pradhan Mantri Formalization of Micro food processing Enterprises) के तहत मिलने वाले 10 लाख रुपये से मशीनें लगाई।
मशरूम कॉफ़ी लाबे की ख़ासियत (LaBae Mushroom Coffee)
लाबे (La Bae) केरल का पहला कॉफ़ी पाउडर है जो मशरूम (Mushroom) के पोषक तत्वों से भरपूर है। लालू के प्रीमियम कॉफ़ी पाउडर को मूल्यांकन खाद्य अनुसंधान और विकास परिषद (Food Research and Development Council) काजू निर्यात संवर्धन परिषद (Cashew Export Promotion Council) की लैब में चेक किया गया। 45 साल के लालू थॉमस को मशरूम कॉफ़ी पाउडर (Mushroom Coffee) को तैयार करने में करीब 2 साल का वक्त लगा।
लालू थॉमस ने इस कॉफ़ी पाउडर को 5 तरह के मशरूम को मिलाकर तैयार किया है। इसका ब्लेंड रेगुलर कॉफ़ी (Regular Coffee) जैसा ही होता है लेकिन इसका टेस्ट कुछ हटकर हल्की-हल्की मिट्टी की खुशबू जैसा है। रेगुलर कॉफ़ी (Regular Coffee) की तुलना में मशरूम कॉफ़ी (Mushroom Coffee) लाबे (LaBae) कैफ़ीन का ज़्यादा सस्टेनेबल सोर्स है।
लाबे मशरूम कॉफ़ी पाउडर ( (LaBae Mushroom Coffee Powder) में 70 फ़ीसदी मशरूम (Mushroom) और 30 फ़ीसदी कॉफ़ी (Coffee) मिक्स होती है। मशरूम को एक सोलर ड्रायर की मदद से कीटाणुरहित (Disinfected) किया जाता है। बता दें कि ये सोलर ड्रायर (Solar Dryer) लालू थॉमस ने ही बनाया है।
लाबे कॉफ़ी (LaBae Coffee) की दुनियाभर में डिमांड
लालू की कंपनी को अबू धाबी की फ़ूड प्रोसेसिंग फ्यूचर स्टार कंपनी से 250 किलोग्राम का ऑर्डर मिला। कई टॉप ग्लोबल ब्रांड्स भी लाबे कॉफी ( (LaBae Coffee) का ऑर्डर दे रहे हैं लेकिन रॉ मटेरियल इसमें रुकावट है। वो कॉफी (Coffee) बनाने के लिए मशरूम (Mushroom) महाराष्ट्र और हरियाणा, ओडिशा से मंगवाते हैं। वहीं थॉमस के पास कॉफी (Coffee) के अपने पेड़ नहीं है इसलिए वे वायनाड से कॉफी (Coffee) खरीदते हैं।
लालू थॉमस की मशरूम कॉफ़ी (Mushroom Coffee) लाबे (LaBae) में किसी तरह का प्रिजर्वेटिव नहीं मिला होता है जिसकी वजह से इसकी शेल्फ़ लाइफ़ 12 महीने की है।