देश के केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने किसानों के नाम एक खुला पत्र लिख कर कृषि विधेयकों पर सरकार का पक्ष रखा है। अपने खुले पत्र में उन्होंने कृषि कानून तथा MSP पर आश्वासन देते हुए सभी फैक्ट्स किसानों के साथ शेयर किए हैं। आप भी जानिए उन्होंने अपने इस पत्र में क्या लिखा है-
उन्होंने अपने पत्र में कहा है कि कई किसान संगठनों ने इन कृषि सुधारों का स्वागत किया है और वे बहुत खुश हं। देश के अलग-अलग क्षेत्रों से ऐसे किसानों के उदाहरण भी मिल रहे हैं, जिन्होंने नए कृषि कानूनों का लाभ उठाना शुरू भी कर दिया है।
उन्होंने आगे लिखा है कि देश का कृषि मंत्री होने के नाते मेरा कर्तव्य बनता है कि इस मुद्दे पर किसानों का भ्रम दूर करूं, किसानों की चिंता दूर करूं। मैं भी किसान हूं और किसान की परेशानियों, उनकी कठिनाईयों को समझता हूं।
उन्होंने किसानों को आश्वासन देते हुए कहा कि उनकी रकार MSP पर खरीद के नए रिकॉर्ड बना रही है, खरीद केन्द्रों की संख्या बढ़ रही है और खरीद के पिछले सभी रिकॉर्ड्स टूट गए हैं। फिर भी कुछ लोग MSP बंद होने का झूठ किसानों के बीच फैला रहे हैं।
कृषि विधेयकों पर कांग्रेस की भूमिका बताते हुए तोमर ने कहा कि इस बारे में अटल सरकार के समय वर्ष 2001 में काम शुरू हुआ था। तत्कालीन भाजपा सरकार जाने के बाद आई मनमोहन सिंह की अगुवाई वाले कांग्रेस सरकार भी इन सुधारों के समर्थन में रही। यहीं नहीं सभी पार्टियों तथा नेताओं ने कहा कि किसानों को उनकी फसल ऊंचे दामों पर बेचने की अनुमति मिलनी चाहिए।
अपने इस पत्र में तोमर ने किसानों के बीच फैलाए जा रहे झूठे तथ्यों तथा उनसे जुड़े सच को बताते हुए विस्तार से लिखा है। पत्र के अंत में उन्होंने किसानों को लिखित आश्वासन देने की भी बात कही है, साथ ही कहा कि नए कानून किसानों की जमीन के किसी भी तरह के ट्रांसफर, बिक्री, लीज अथवा गिरवी रखने की अनुमति नहीं देते हैं, न ही कॉन्ट्रैक्टर्स किसानों की जमीन पर किसी तरह का स्थाई बदलाव कर पाएंगे। साथ ही किसानों की जमीन भी जब्त नहीं की जा सकेगी। पूरा पत्र पढ़ने के लिए आप https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/Tomar%20Ji%20Letter.pdf क्लिक करें।