किसान आंदोलन के मुद्दे पर हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि केन्द्र सरकार को आंदोलन कर रहे किसानों की बात सुननी चाहिए। लोकतंत्र में सभी को अपनी बात रखने का अधिकार है। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन को बातचीत से सकारात्मक दिशा दी जा सकती है।
उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार को इन तीन नियमों के अतिरिक्त एक चौथा बिल और लाना चाहिए जिसमें प्रावधान हो कि जो भी किसानों की फसल को MSPC न्यूनतम समर्थन मूल्य कीमत (MSPC) से कम पर खरीदेगा, उसके लिए सजा का प्रावधान रखा जाए। उन्होंने विधानसभा में बिलों में संशोदन का प्रस्ताव लाने की भी मंशा जताई।
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिन्दर सिंह ने भी किसानों को समर्थन करते हुए कहा कि दो माह से किसानों का आंदोलन शांतिपूर्वक चल रहा था परन्तु हरियाणा सरकार ने उन्हें भड़का दिया। उन्होंने आगे कहा कि आज संविधान दिवस के दिन पर ही किसानों से उनका संवैधानिक अधिकार छीना जा रहा है। उनका दमन करने के बजाय देश की रकार को उनकी बात शांतिपूर्वक सुननी चाहिए।
उन्होंने अन्य राज्यों की सरकारों से भी किसानों को दमन न करने की अपील करते हुए उनका साथ देने का आव्हान किया।
For nearly 2 months farmers have been protesting peacefully in Punjab without any problem. Why is Haryana govt provoking them by resorting to force? Don't the farmers have the right to pass peacefully through a public highway? @mlkhattar pic.twitter.com/NWyFwqOXEu
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) November 26, 2020
Urge @BJP4India to direct their state governments not to indulge in such strong-arm tactics against the farmers. The hands that feed the nation deserve to be held, not pushed aside. pic.twitter.com/N7h2V1wrjr
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) November 26, 2020
योगेन्द्र यादव को भी पुलिस ने हिरासत में लिया
किसानों के आंदोलन के समर्थन में जा रहे योगेन्द्र यादव को पुलिस ने कई अन्य किसानों के साथ गिरफ्तार कर लिया।
किसान संघर्ष समिति के संयोजक मनदीप नथवान ने कहा कि हम सभी शांतिपूर्ण आंदोलन करना चाहते हैं परन्तु प्रशासन हमें प्रदर्शन की अनुमति नहीं दे रहा है। किसानों को बैरिकेड लगाकर बॉर्डर पर ही रोक दिया गया है।