कृषि विधेयकों का विरोध कर रहे किसान संगठनों ने सरकार पर दबाव बनाने के लिए आज (8 दिसंबर) को भारत बंद का आह्वान किया है। किसानों के इस भारत बंद को देश के अधिकतर विपक्षी दलों ने अपना समर्थन दिया है। इनके साथ ही ट्रेड यूनियनों ने भी भारत बंद का सपोर्ट किया है।
केन्द्र सरकार तथा देश के राज्यों की सरकारों ने किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी कर ली है। भारत बंद सुबह आठ बजे से शाम तक रहेगा।
दिल्ली की सीमाएं सील हुई, ट्रेफिक पर भी पड़ेगा असर
प्रस्तावित भारत बंद का सर्वाधिक असर देश की राजधानी दिल्ली पर दिखाई देगा। यहां एंबुलेंस तथा इमरजेंसी सर्विसेज को छूट दी गई है। पंजाब तथा हरियाणा सहित देश भर के विभिन्न राज्यों से यहां हजारों किसान आए हुए हैं जिन्होंने दिल्ली को चारों ओर से घेर कर दिल्ली को शेष भारत से जोड़ने वाले रास्तों को बंद कर दिया है। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस द्वारा सोमवार की सुबह ट्विटर पर दी गई जानकारी के अनुसार, सिंघु, औचंडी, पियाओ, मनियारी, मंगेश, टिकरी और झरोडा बॉर्डर बंद है।
इसके अलावा टिकरी और झरोडा बॉर्डर भी बंद है। उत्तर प्रदेश से दिल्ली में प्रवेश करने वाले मुख्य पथ, राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-24 स्थित गाजीपुर बॉर्डर, नोएडा लिंक रोड स्थित चिल्ला बॉर्डर भी बंद है।
गौतमबुद्ध नगर में धारा 144 लागू
यूपी में भारतीय किसान यूनियन ने सुबह से लेकर दिन के तीन बजे तक बाजार, दुकान व संस्थानों को बंद रखने की अपील की है। उल्लेखनीय है कि गौतमबुद्ध नगर में कोरोना को ध्यान में रखते हुए पहले ही छह दिसम्बर से दो जनवरी 2021 तक धारा 144 लागू कर दी गई है हालांकि इसे किसान आंदोलन से जोड़कर देखा जा रहा है।
पंजाब में पेट्रोल पंप और हरियाणा, राजस्थान में सभी मंडियां बंद रहेंगी
किसानों के विरोध को समर्थन देने के लिए पंजाब में पेट्रोल पंप डीलर्स एसोसिएशन ऑफ पंजाब ने भी 8 दिसंबर को बंद रखने की घोषणा की है। आज राज्य के सभी पंप बंद रहेंगे और तेल केवल आपातकालीन सेवाओं के लिए उपलब्ध होगा। महाराष्ट्र में भी विपक्षी दलों ने आम जनता से सभी कारखानों, कार्यालयों, बैंकों, अदालतों, शैक्षिक संस्थानों और यातायात को बंद करने की अपील की।
भारत बंद के दौरान हरियाणा, पंजाब और राजस्थान राज्य में सभी मंडियां बंद रखने की घोषणा की गई है, हालांकि शादियों को बंद से छूट दी गई है।
दक्षिणी भारतीय राज्यों ने भी किया भारत बंद का समर्थन
दक्षिणी भारत में अधिकतर राज्यों की सरकारों ने किसानों की मांग का समर्थन किया है। तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस), द्रमुक, द्रमुक के सहयोगी दलों कांग्रेस के तमिलनाडु इकाई के प्रमुख के.एस. अलागिरी, एमडीएमके के संस्थापक वाईको और वाम नेताओं आदि ने किसानों की मांग को जायज बताते हुए भारत बंद का समर्थन किया है।
TMC ने कहा, किसानों के समर्थन में हैं लेकिन भारत बंद को सर्पोट नहीं करेंगे
पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के सांसद सौगत रॉय ने कहा कि TMC आंदोलनरत किसानों के साथ है लेकिन राज्य में भारत बंद का समर्थन नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि ‘यह हमारे सिद्धांतों के खिलाफ’ है।