देश के कई राज्यों में बर्ड फ्लू ने दस्तक दे दी है। बर्ड फ्लू से हजारों पक्षियों के मरने कि पुष्टि भी की गई हैं। इसमें बाहर से आने वाले प्रवासी पक्षी भी हैं। कई राज्यों में इस बीमारी को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या पक्षियों की यह बीमारी इंसानों में भी पहुंच पायेगी। अगर ऐसा होता है तो, यह मनुष्य के लिए यह वायरस बेहद घातक साबित हो सकता है।
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बर्ड फ्लू से पक्षियों की मौत के बाद इंसानों में भी काफी दहशत है। पहले कोरोना वायरस की मार से लोग परेशान थे। ऐसे में अब ये बर्ड फ्लू ने तो देश में हाहाकार मचा दी। बर्ड फ्लू के आने से सीधा असर पोल्ट्री व्यवसाय से जुड़े व्यापारियों को पड़ने वाला हैं। कोरोना महामारी में पहले से ही नुकसान झेल रहे व्यापारियों को अब पोल्ट्री व्यवसाय में भी नुकसान झेलने के लिए तैयार रहना होगा।
स्वास्थ्य संगठन के अनुसार यह एक “एंफ्लुएंजा वायरस H5N1” है, जो बर्ड फ्लू का सबसे बड़ा कारण है। वैसे इंसानों में इस बीमारी के अवसर कम हैं लेकिन, अगर किसी मनुष्य को यह संक्रमण हो जाता है तो उसके मरने की संभावना लगभग 60% तक देखी गई है।
उल्लेखनीय है कि स्वास्थ्य संगठन ने अच्छी तरह पकाए गए चिकन को पूरी तरह सुरक्षित बताया हैं। यह वायरस अधिक तापमान के प्रति संवदनशील होता है और ज्यादा गर्मी में खत्म हो जाता है।
वायरस को लेकर मछली पालन, पशु पालन और डेयरी मंत्री गिरिराज सिंह ने सोशल मीडिया ट्विटर अकाउंट पर ट्वीट भी किया है। उन्होंने अपने ट्वीट में अफवाहों से बचने की सलाह दी है। उन्होंने बताया कि राज्यों के लिए अलर्ट जारी कर उन्हें हर संभव मदद दी जा रही है।
उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि कुछ जगहों पर बर्ड फ्लू से ज्यादातर प्रवासी और जंगली पक्षियों के मरने कि खबर हैं। उन्होंने मीट और अंडे को अच्छी तरह पका कर खाने की सलाह भी दी।