वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज लोकसभा में बजट पेश किया। इस बजट में वैसे तो कई नई बातें थीं, लेकिन वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण में स्वास्थ्य और पोषण पर ज्यादा फोकस किया। हेल्थ सेक्टर में बजट को अगर नंबर दिया जाये तो इसे 10 में से 10 नंबर मिलेंगे। कोराना महामारी के बीच जो लोगों के मन में वायरस को लेकर डर था, उस डर को सरकार अब पूरी तरीके से खत्म करने की कोशिश कर रही है। बजट के दौरान वित्त मंत्री ने कुछ ऐसे संकेत भी दिये।
उन्होंने कोरोना वैक्सीन के लिए 35 हजार करोड़ रुपये खर्च करने की बात कही। इससे निश्चय ही वैक्सीनेशन बढ़ेगा और कोरोना के खिलाफ जंग में लोग मजबूती से लड़ पायेंगे। वित्त मंत्री ने स्वास्थ्य क्षेत्र के बजट को 137 फीसदी तक बढ़ाया गया है। सरकार की ओर से 64,180 करोड़ रुपये इसके लिए दिये गये हैं। सबसे ज्यादा परेशानी गंभीर बीमारियों से ग्रसित मरीजों को होती थी।
सरकार ने 15 हेल्थ इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर्स शुरू करने की बात कही है। यह सरकार की ओर से स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना शुरू हो रही है। इससे 70 हजार गांवों के वेलनेस सेंटर्स को इससे मदद मिलेगी।
लोगों का इलाज हो जायेगा पहले से आसान
602 जिलों में क्रिटिकल केयर हॉस्पिटल शुरू होंगे। नेशनल सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल को मजबूत किया जाएगा। इससे निश्चय ही मरीजों को इलाज में मदद मिलेगी। भारत की आबादी का एक बड़ा हिस्सा कुपोषण का शिकार है।इससे निबटने के लिए सरकार पोषण अभियान 2 चलाने की बात कह रही है, जो कि स्वास्थ्य की दिशा में एक सराहनीय कदम है।