पिछले 70 दिनों से लगातार चल रहे किसान आंदोलन के कारण अब तक लगभग एक लाख करोड़ रुपए का व्यापार प्रभावित हुआ है। यह जानकारी देते हुए कॉन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (CAT) ने कहा है कि इसमें अन्य राज्यों से दिल्ली में आने वाले माल से लगभग 70 लाख रुपये का नुकसान हुआ है और दिल्ली से अन्य राज्यों को भेजे जाने वाले व्यापार में लगभग 40 हजार करोड़ रुपये के व्यापार का नुकसान हुआ है।
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कैट के राष्ट्रीय महामंत्री के अनुसार किसान आंदोलन का सबसे बड़ा असर दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) के थोक बाजारों पर पड़ा है। इसमें भी सबसे ज्यादा जिन चीजों के व्यापार को नुकसान पहुंचा है उनमें एफएमसीजी उत्पाद, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, इलेक्ट्रॉनिक्स, आयरन एंड स्टील, टूल्स, पाइप एंड पाइप फिटिंग्स, मशीनरी इक्विपमेंट्स एंड इम्प्लीमेंट्स, मोटर्स एंड पंप्स, बिल्डर हार्डवेयर, केमिकल्स, फर्नीचर और फिक्स्चर, लकड़ी और प्लाईवुड, खिलौने, कपड़ा, रेडीमेड गारमेंट्स, हैंडलूम कपड़े और हैंडलूम बेड फर्निशिंग, इलेक्ट्रिक उपकरण और कई अन्य उद्योगों में काम आने वाले प्रोडक्ट्स शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि किसान संगठनों ने आज भी दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक देशव्यापी चक्काजाम का ऐलान किया है। इस समयावधि के दौरान दिल्ली, उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड़ को छोड़कर बाकी पूरे देश में गाड़ियों को सड़कों पर नहीं चलने दिया जाएगा। इसी मुद्दे को लेकर हाल ही 26 जनवरी को किसान ट्रैक्टर रैली का भी आयोजन किया गया था। इस रैली के दौरान ही दिल्ली में हिंसा भड़क गई थी और प्रदर्शनकारियों ने लाल किले पर अपना झंडा फहरा दिया था।