कृषि बिल और किसान आंदोलन को लेकर सदन में जबरदस्त बहस चल रही है। बहस के दौरान राज्यसभा में सपा सांसद रामगोपाल यादव ने केन्द्र सरकार पर किसानों के प्रति संवेदनहीनता दिखाने का आरोप लगाया। यादव ने कहा कि आज गाजीपुर सिंघु और टीकरी बॉर्डर पर देश की पार्लियामेंट और भारत पाकिस्तान बॉर्डर से भी ज्यादा सुरक्षा व्यवस्था है? क्या किसान दिल्ली पर हमला करने वाले हैं?
उन्होंने कहा कि दिल्ली-गाजीपुर, टीकरी हो या सिंधु बोर्डर हो। सड़क खोदकर कंक्रीट की दीवारें बना दी गई हैं। इतनी सुरक्षा तो हमारी पार्लियामेंट में भी नहीं है। पाकिस्तान बॉर्डर गया हूं, वहां भी इतनी सुरक्षा नहीं है।
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कृषि कानूनों पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए उन्होंने कहा कि यदि सरकार इन बिलों को डेढ़ वर्ष तक सस्पेंड करने के लिए तैयार है तो फिर इन तीनों कानूनों को इस सत्र में खत्म कर नए बिल पास करने की बात करनी चाहिए।
यादव ने कहा कि हमारे किसान कई महीनों से सर्दी के मौसम में दिल्ली की सीमाओं पर अपना अधिकार वापिस लेने के लिए बैठे हुए हैं। भूख, प्यास और अन्य कारणों से अब तक कई किसान अपना जीवन खो चुके हैं लेकिन हमारी सरकार इतनी निर्दयी और संवेदनहीन हो चुकी है कि उस पर इसका कोई असर नहीं हो रहा है।
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उल्लेखनीय है कि इस मुद्दे पर विपक्षी सासंदों के विरोध के कारण मंगलवार को राज्यसभा को दो बार स्थगित करना पड़ा था। कांग्रेस, वामदल, टीएमसी, डीएमके और आरजेडी दल के सांसदों ने वाक आउट कर दिया था। प्रश्न काल में विपक्षी सांसदों ने ऊंची आवाज में नारे लगाए और सदन की कार्यवाही को बाधित करने लगे जिस पर सभापति वैंकेया नायडू ने उन्हें अपनी सीटों पर जाकर बैठने के लिए कहा। इसके बाद भी वे वैल में खड़े होकर हंगामा करते रहे। इसके बाद राज्यसभा को स्थगित कर दिया।