दिल्ली बॉर्डर पर चल रहे किसानों के आंदोलन को आज 41 दिन हो रहे हैं। सरकार के साथ किसान नेताओं की अब तक सात दौर की मीटिंग्स हो चुकी हैं लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकल पा रहा है। सोमवार को सातवें दौर की मीटिंग भी विफल होने के बाद आज संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक रखी गई है। इस बैठक में आगे की रणनीति तय की जाएगी। उल्लेखनीय है कि कल की मीटिंग बेनतीजा रहने के बाद सरकार और किसान नेताओं के बीच अगली मीटिंग 8 जनवरी को रखी गई है।
हालांकि किसान नेताओं ने पहले ही ऐलान किया था कि चार जनवरी की वार्ता विफल होने पर वे छह जनवरी को ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे। किसान संगठनों की ओर से आंदोलन तेज करने की बावत और भी कार्यक्रमों का एलान किया गया था। अब अगले दौर की वार्ता आठ जनवरी को तय हुई है ऐसे में किसान संगठनों के नेता तय कार्यक्रमों के समेत आगे की रणनीति पर मंगलवार को सिंघु बॉर्डर पर होने वाली बैठक में चर्चा करेंगे।
आज किसान संगठनों की बैठक में लिए जाने वाले फैसले के संबंध में शाम में एक प्रेस वार्ता भी की जाएगी। हरेंद्र सिंह लाखोवाल ने बताया कि जब तक सरकार उनकी दो प्रमुख मांगे नहीं मान लेती है तब तक किसानों का आंदोलन जारी रहेगा। किसान नेताओं के साथ यहां विज्ञान भवन में हुई सातवें दौर की वार्ता में कृषि मंत्री तोमर के साथ रेल मंत्री पीयूष गोयल और वाणिज्य और उद्योग राज्यमंत्री सोम प्रकाश भी मौजूद थे।