कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली कूच कर रहे उत्तर प्रदेश के किसानों को गाजीपुर बॉर्डर पर रोक दिया गया है। वे शनिवार से यहीं डटे हुए हैं। रविवार को गाजीपुर बॉर्डर पर आए किसानों को पुलिस प्रशासन ने बुराड़ी जाने की इजाजत दे दी, लेकिन किसान संसद भवन जाने पर अड़े हुए हैं। पूर्वी दिल्ली एडिशनल डीसीपी मनजीत ने दिल्ली सीमा पार कर दिल्ली से सटे गाजियाबाद में आकर किसानों से बातचीत की।
भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले किसान आए हुए हैं। लेकिन फिलहाल इन किसानों की संख्या करीब 200 के आसपास है। बॉर्डर पर अड़े रहने की वजह से आम जनता को भी परेशानी हो रही है।
भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले मुजफ्फरनगर से आए किसान संजय त्यागी ने बताया, हम बुराड़ी जाकर क्या करेंगे, अमित शाह क्या हमसे बुराड़ी आकर वोट मांगेगे। अगर उन्हें बात करनी है तो हमसे बॉर्डर पर आकर बात करें।
केंद्र सरकार ने किसानों को परेशान कर रखा है, कोरोना के समय में किसान और जवान ही थे जिन्होंने हिम्मत नही हारी। हम संसद भवन जाएंगे, इसके अलावा कहीं नहीं जाएंगे। आम नागरिक की परेशानी हम लोग सोच रहे हैं लेकिन उनको रोटी भी हम ही खिलाते हैं।
हालांकि पुलिस प्रशासन ने किसानों के साथ बातचीत की है, पूछा है कि आप लोगों का क्या प्लान है। लेकिन किसानों की तरफ से फिलहाल कुछ बताया नहीं गया है। पूर्वी दिल्ली एडिशनल डीसीपी मनजीत श्योराण ने कहा कि बातचीत चल रही है, हमने किसानों से कहा है कि हम आपको बुराड़ी भेजने को तैयार हैं। इसपर इन्होंने अभी तक फैसला नहीं लिया है। अगर ये तैयार होते हैं तो हम इन्हें छोड़ कर आएंगे।