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भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) ने कृषि विश्वविद्यालयों की रैंकिंग जारी की है। इस सूची में देश के 67 कृषि विश्वविद्यालयों के नाम हैं। ICAR द्वारा ये रैंकिंग कृषि शिक्षा, अनुसंधान एवं प्रसार के क्षेत्र में विश्वविद्यालय द्वारा किये गये कार्यों के आधार पर जारी की जाती है। जानिए कौनसे रहे टॉप 10 कृषि विश्वविद्यालय:
1.राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान करनाल (ICAR- National Dairy Research Institute Karnal)
आईसीएआर-राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान (NDRI), डेयरी क्षेत्र के प्रमुख संस्थानों में आता है। संस्थान ने देश के सभी कृषि विश्वविद्यालयों में प्रथम स्थान हासिल किया है। NDRI ने लगातार चौथे साल ये रैंक पाई है। डेयरी उद्योग के विकास में इस संस्थान ने बहुत योगदान दिया है। अपने कई रिसर्च के ज़रीए दूध उत्पादन में भारत के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। दुनिया का पहला आईवीएफ भैंस बनाने का श्रेय भी इसी संस्थान को जाता है।
2. आईसीएआर- भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान नई दिल्ली (ICAR- Indian Agriculture Research Institute New Delhi)
भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (IARI) को आमतौर पर पूसा संस्थान के रूप में भी जाना जाता है। कृषि से संबंधित रिसर्च, शिक्षा और विस्तार के लिए ये भारत का राष्ट्रीय संस्थान है। 1970 के दशक में भारत में ‘हरित क्रांति’ (Green Revolution) को बढ़ावा देने में IARI ने अहम भूमिका निभाई थी।
3. आईसीएआर- भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान इज्ज़तनगर (ICAR – Indian Veterinary Research Institute Izatnagar)
ये संस्थान उत्तर प्रदेश के बरेली ज़िले में इज्ज़तनगर में स्थित है। यह पशुचिकित्सा अनुसंधान के क्षेत्र में भारत की प्रमुख संस्था है। IVRI पशुचिकित्सा एवं पशुविज्ञान (Veterinary and Animal Science), पशुधन उत्पादन प्रौद्योगिकी (Livestock Production Technology), बेसिक विज्ञान एवं प्रसार (Basic Sciences & Extension) से जुड़े 20 से अधिक विषयों में ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट और पीएच.डी. डिग्री कोर्सेस भी करवाता है। संस्थान द्वारा पशु स्वास्थ्य और पशुधन पर बहुत सी राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय परियोजनाएं चलाई जा रही हैं।
4. जी बी पंत कृषि और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पंतनगर (G B Pant University of Agriculture and Technology Pantnagar)
ये भारत का पहला कृषि विश्वविद्यालय है। इसका उद्घाटन जवाहर लाल नेहरू ने 17 नवंबर 1960 को “उत्तर प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय” (UPAU) के रूप में किया था। इस विश्वविद्यालय को भारत में हरित क्रांति का जनक माना जाता है। विश्वविद्यालय नए-नए प्रयोगों और तकनीकों की पहुंच गाँव-गाँव तक पहुंचाने के लिए ग्रामीण लोगों के लिए शिक्षा कार्यक्रम भी आयोजित करता है। 2019 की QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में, BRICS देशों में जी बी पंत कृषि और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय 137वें पायदान पर था।
5. पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (Punjab Agriculture University)
ये एशिया का सबसे बड़ा कृषि विश्वविद्यालय है। इसकी स्थापना 1962 में हुई थी और यह देश का तीसरा सबसे पुराना कृषि विश्वविद्यालय है। पंजाब के साथ पड़ोसी राज्यों जैसे हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश आदि से भी किसान उच्च गुणवत्ता वाले बीज, कृषि उपकरण खरीदने और नई कृषि तकनीकों पर ज्ञान प्राप्त करने के लिए परिसर आते हैं। नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) ने 2019 में पंजाब कृषि विश्वविद्यालय को 51वां स्थान दिया था।
इसके अलावा, छठे नंबर पर कृषि विज्ञान विश्वविद्यालय, बेंगलुरू (University of Agricultural Sciences, Bengaluru), 7वें पायदान पर आईसीएआर- केंद्रिय मात्स्यिकी शिक्षा संस्थान मुंबई (ICAR – Central Institute of Fisheries Education Mumbai), 8वें स्थान पर तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय कोयंबटूर (Tamil Nadu Agricultural University Coimbatore), 9वें नंबर पर चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार (Chaudhary Charan Singh Haryana Agriculture University, Hisar) और शेर-ए-कश्मीर यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर साइंसेज़ एवं टेक्नोलॉजी, श्रीनगर (Sher-e-Kashmir University of Agricultural Sciences and Technology, Srinagar) ने 10 वें पायदान पर जगह बनाई।
इन टॉप 10 के अलावा, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय ने 16वीं रैंकिंग हासिल की है। आनंद कृषि विश्वविद्यालय ने 20वें पायदान पर है।कृषि विज्ञान केन्द्र कोरिया को मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के सर्वश्रेष्ठ कृषि विज्ञान केन्द्र के रूप में सम्मानित किया गया। इससे पहले बस्तर, दंतेवाड़ा, कांकेर और कवर्धा कृषि विज्ञान केन्द्रों को देश के सर्वश्रेष्ठ कृषि विज्ञान केन्द्र के रूप में सम्मानित किया जा चुका है।
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