पिछले साल की तुलना में इस साल इन अरबपतियों की कुल संपत्ति 33 प्रतिशत बढ़कर 483 बिलियन डॉलर पहुंच गई है। देश के अनुमानित वार्षिक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के पांचवें हिस्से के बराबर संपत्ति इन्हीं 90 लोगों के पास है। भारत के 10 सबसे अमीर प्रमोटरों ने इस वर्ष अपनी कुल संपत्ति में 76 बिलियन डॉलर जोड़े, जो कि कुल अरबपतियों की संपत्ति का 44 प्रतिशत है।
पिछले साल की तुलना में योग गुरु बाबा रामदेव और उनके द्वारा संचालित एफएमसीजी कंपनी पतंजलि के सीईओ आचार्य बालकृष्ण की संपत्ति में सबसे ज्यादा वृद्धि देखने को मिली। उनकी संपत्ति 2019 के अंत से लगभग 100 करोड़ बढ़कर 20,000 करोड़ रुपये हो गई है। इस साल मार्च में ही आचार्य बालकृष्ण को फोब्र्स की सूची में स्थान मिला था।
हिंदुस्तान यूनिलीवर के बाद दिग्गज एफएमसीजी कंपनी पंतजलि बाजार पर कितनी तेजी से पकड़ बनाती जा रही है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पंतजलि में करीब 98 फीसदी हिस्सेदारी रखने वाले आचार्य बालकृष्ण 2018 में भारत के 15वें सबसे धनी व्यक्ति बन गए थे।
रिलायंस इंडस्ट्री के मुकेश अंबानी 87.5 बिलियन डॉलर की संपत्ति के साथ शीर्ष स्थान पर काबिज हैं। 2020 में उनकी कुल संपत्ति में तेजी से इजाफा हुआ, जो कि पिछले साल की तुलना में लगभग 37 प्रतिशत अधिक है। उन्होंने अपनी संपत्ति में हर सप्ताह करीब 410 मिलियन डॉलर जोड़े। वहीं इस सूची में दूसरे स्थान पर गौतम अडानी हैं।
निवेशकों ने उम्मीद नहीं छोड़ी