किसान संगठनों द्वारा आज किए जा रहे देशव्यापी चक्का जाम को देखते हुए दिल्ली पुलिस अतिरिक्त सुरक्षा बरत रही है। किसी भी प्रकार की अप्रत्याशित और अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए दिल्ली में लगभग 50,000 से अधिक जवान तैनात किए गए हैं जो हर चीज पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं।
देश की राजधानी और राजधानी से लगती सीमाओं और राज्यों यथा सिंघु, टीकरा और गाजीपुर सीमाओं पर सभी विरोध प्रदर्शन स्थलों पर नजर रखी जा रही है। यहां पर मल्टीलेयर बैरीकेडिंग और कंटीले तारों की बाड़ भी लगाई गई है। दिल्ली, हरियाणा और उत्तरप्रदेश राज्यों की पुलिस भी एक-दूसरे से संपर्क में हैं।
ये भी देखें : सिंघु, गाजीपुर और टिकरी बॉर्डर पर पुलिस की घेरेबंदी, सड़क पर बिछाई कीलें
ये भी देखें : किसानों को मिलेगा 16.5 लाख करोड़ का लोन, फसलों पर लागत का डेढ़ गुना एमएसपी भी
ये भी देखें : 70 हजार गांवों के वेलनेस सेंटर्स होंगे हाइटेक, कोराना वैक्सीनेशन हो जायेगा आसान
हालांकि किसान नेताओं ने दिल्ली, उत्तराखंड और उत्तरप्रदेश में चक्काजाम को लागू नहीं करने का आश्वासन दिया है। फिर भी सरकार और दिल्ली पुलिस हर तरह की घटना से निपटने के लिए पूरी तैयारी बनाए हुए हैं, यहां तक कि पुलिस ने ‘फ्लैश मॉब’ और ‘प्रोटेस्ट कॉल ऑन सोशल मीडिया’ को प्रमोट करने जैसी चीजों पर नजर रखी हुई है।
इसके साथ ही दिल्ली पुलिस सोशल मीडिया हैंडल्स और हैशटैग्स (#) पर भी नजर रखे हुए हैं। किसानों के चक्का जाम पर बोलते हुए दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता ने कहा कि हमें पता चला है कि राजधानी में चक्का जाम करने की किसानों की कोई योजना नहीं है, लेकिन 26 जनवरी से पहले हुए समझौते की धज्जियां उड़ाए जाने के मद्देनजर हम कोई कसर नहीं छोड़ा चाहते हैं और इसी के चलते सीमावर्ती क्षेत्रों पर खासतौर पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।