कृषि बिलों को वापिस लेने की मांग को लेकर 26 जनवरी पर निकाली गई ट्रैक्टर रैली में भड़की हिंसा के बाद माहौल बदल गया है। पहले जहां किसान आंदोलन में समर्थन दे रहे थे, अब बहुत से किसान वापिस लौट चुके हैं। वहीं दूसरी ओर हिंसा भड़काने के आरोप में दिल्ली पुलिस ने राकेश टिकैत व योगेन्द्र यादव सहित कई नेताओं को नोटिस थमा दिया है।
44 किसान नेताओं के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने लुक आउट सर्कुलर जारी किया है। पुलिस ने कुल 33 केस दर्ज किए हैं, इनमें से लाल किला, आईटीओ और अक्षरधाम के पास हुई हिंसा के केस की जांच दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को सौंपी गई है।
चिल्ला बॉर्डर और दिल्ली नोएडा बॉर्डर से किसानों का धरना प्रदर्शन खत्म होने के बाद अब गाजीपुर के डीएम ने भी प्रदर्शनकारियों को बॉर्डर से हटाने के ऑर्डर दे दिए है। इसके बाद से कई तंबू उखड़ने शुरु हो गए हैं। इसके साथ ही टिकरी बॉर्डर व अन्य प्रदर्शन स्थलों पर दिल्ली पुलिस और पैरामिलिटरी फोर्सेज की संख्या को बढ़ा दिया गया है।
इस बीच किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि अगर उन्हें कुछ भी हुआ तो इसके लिए पुलिस जिम्मेदार होंगे। साथ ही टिकैत ने धमकी देते हुए कहा है कि मैं यहीं पर फांसी लगा लूंगा। किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि आंदोलन जारी रहेगा।
यहां लोगों को मारने की साजिश की जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार दिल्ली पुलिस के अधिकारी टिकैत से बात कर रहे हैं। इसके साथ ही स्थानीय लोग भी वहां पहुंच कर आंदोलनकारियों से सड़क खाली करने की मांग कर रहे हैं।
माना जा रहा है कि अगले कुछ घंटों में आंदोलन को खत्म करने के लिए प्रशासन कोई बड़ा और सख्त कदम उठा सकता है।