Kisan Andolan : कृषि बिलों पर विरोध को लेकर 26 जनवरी को निकाई गई ट्रैक्टर रैली में भड़की हिंसा के बाद अब पुलिस हरसंभव प्रयास कर रही है कि आगे इस तरह की कोई भी अन्य घटना न हो। उल्लेखनीय है कि राकेश टिकैत की भावनात्मक अपील के बाद से उत्तरप्रदेश, राजस्थान व अन्य राज्यों के काफी किसान प्रदर्शनस्थलों पर पहुंच रहे हैं। प्रदर्शनकारी 26 नवंबर से ही यहां सड़क रोक कर बैठे हुए हैं।
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दूसरे किसानों को प्रदर्शनस्थल तक पहुंचने से रोकने के लिए पुलिस ने ऐहतियात के तौर पर दिल्ली की सीमाओं पर किसानों के प्रदर्शन स्थलों को किले में तब्दील कर दिया है। वहां पर फोर्स की संख्या बहुत ज्यादा बढ़ा दी गई है औऱ बैरीकेड लगा दिए गए हैं।
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प्रदर्शनकारियों की आवाजाही को सीमित करने के लिए पुलिसकर्मियों ने दो बैरियर के बीच आयरल रॉड भी लगाई है ताकि उन्हें रोका जा सके। इसके अलावा दिल्ली-हरियाणा कीमा पर सीमेंट की अस्थायी दीवार ही खड़ी कर दी गई है। लोगों को पैदल चलने से रोकने के लिए कंटीले तार भी लगाए गए हैं।
इसके अलावा स्थिति पर नजर रखने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल भी किया जा रहा है और आने जाने वाले सभी वाहनों की जांच की जा रही है। हाल ही हरियाणा, यूपी के मुख्यमंत्रियों द्वारा दिए गए निर्देशों के बाद पुलिस पूरी तरह से चुस्त हो गई है और किसी भी अप्रिय घटना को टालने के लिए हरसंभव कोशिश में जुटी हुई है।