Kisan Andolan : किसानों की ट्रैक्टर रैली के हिंसक होने के बाद किसान नेताओं ने अपने हाथ खड़े कर दिए हैं। भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने तो यहां तक कहा कि आंदोलन शांतिपूर्ण चल रहा है, कहीं भी किसी भी तरह की कोई हिंसक घटना नहीं हुई है।
वहीं दूसरी ओर अन्य किसान नेता कह रहे हैं कि आंदोलन को खराब करने वाले किसान नहीं वरन उनमें घुस आए राजनीतिक पार्टियों के लोग हैं जो आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। किसान नेताओं ने कहा कि सब कुछ शांतिपूर्ण तरीके से ही हो रहा था परन्तु राजनीतिक पार्टियों के लोगों ने आकर यहां हुडदंग मचा दिया है।
उल्लेखनीय है कि ट्रैक्टर रैली के दौरान ही किसान अपने तय किए गए रूट से अलग जाने लगे और पुलिस बैरीकेड तोड़कर लाल किले तक जा पहुंचे। वहां पर उन्होंने अपना हरा झंड़ा भी लहरा दिया। कई अन्य स्थानों पर किसानों ने पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया जिसके चलते पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले दागने पड़े।
आपसी झड़प में बहुत से पुलिसकर्मियों के साथ-साथ कुछ मीडियाकर्मी भी घायल हो गए हैं, कई प्रदर्शनकारियों को चोटें भई आई हैं। प्रदर्शनकारी किसानों ने अपने तय रुट को तोड़ कर देश की राजधानी के कई अन्य हिस्सों में भी घुसने का प्रयास किया। इसके चलते कई अन्य मेट्रो स्टेशन के गेट बंद कर दिए गए हैं।