Kisan Tractor Rally Live: किसानों की ट्रैक्टर रैली में प्रदर्शनकारी लाल किले में घुस गए हैं और लाल किले की प्राचीर से अपना झंड़ा लहरा दिया है।
किसानों के साथ आए निहंगों ने हाथ में तलवारें लेकर पुलिस पर हमला बोल दिया। कई पुलिसकर्मियों तथा मीडियाकर्मियों के घायल होने की भी खबरें मिल रही हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों पर भी ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश की।
प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय राजधानी के आईटीओ क्षेत्र में एक डीटीसी बस में तोड़फोड़ की। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार किसानों ने टीकरी बॉर्डर पर तथा अन्य कई स्थानों पर पुलिस बैरीकेड्स तोड़ दिए। उन्हें रोकने के लिए पुलिस ने बल प्रयोग किया औऱ आंसू गैस के गोले दागे।
सिंघु बॉर्डर पर किसान मजदूर संघर्ष समिति के सतनाम सिंह ने कहा कि हमें रिंग रोड़ पर बढ़ना है लेकिन पुलिस हमें रोक रही है। हम शांतिपूर्ण परेड कर रहे हैं। जिस रूट पर वे हमें जाने के लिए कह रहे हैं, उस पर हम सहमत नहीं है। टिकरी से मार्च पर निकले किसानों के लिये जो तय रूट बनाया गया था नांगलोई, नजफगढ, बहादुरगढ से होते हुये वापस टीकरी बार्डर आने का, इस रुट को किसानों ने नांगलोई बैरिकेड पर तोड़ दिया। किसानों को पुलिस तथा किसान नेता लगातार समझाते रहे लेकिन भीड़ काफी उग्र हो गई और बैरिकेड तोड़ते हुए पश्चिम विहार के जरिए रिंग रोड की तरफ़ जा रहे है।
पुलिस ने किसानों को सिर्फ 5000 ट्रैक्टर्स के साथ रैली निकालने की अनुमति दी थी लेकिन अकेले सिंधु बॉर्डर पर ही 20 हजार से ज्यादा ट्रैक्टर एकत्रित हो गए हैं। वहीं दूसरी ओर किसानों ने दावा किया है कि दिल्ली में ट्रैक्टर रैली के लिए एक लाख से ज्यादा ट्रैक्टर आए हुए हैं।
हालातों को देखते हुए दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन समयपुर बादली, रोहिणी सेक्टर 18/19, हैदरपुर बादली मोड़, ITO, इंद्रप्रस्थ, जहाँगीर पुरी, आदर्श नगर, आज़ादपुर, मॉडल टाउन, जीटीबी नगर, विश्व विद्यालय, विधानसभा और सिविल लाइंस के प्रवेश / निकास द्वार बंद कर दिए गए हैं।
किसी भी तरह की अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए तुरंत प्रभाव से देश की राजधानी दिल्ली तथा आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है।