Kisan tractor rally violence आज किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई भारी हिंसा को लेकर गृहमंत्री अमित शाह के घर एक उच्चस्तरीय बैठक हुई। इस बैठक में गृहसचिव, दिल्ली पुलिस कमिश्नर भी मौजूद थे। उल्लेखनीय है कि आज प्रदर्शनकारी किसानों ने हुडदंग करते हुए लाल किले में ट्रैक्टर लेकर घुस गए तथा दो बार अपना झंडा भी फहराया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार किसानों ने लाल किले में भारी तोड़फोड़ की है। लालकिला चौकी भी क्षतिग्रस्त हो गई है। हालांकि बाद में पुलिस ने किसानों को वहां से निकाल कर पुनः सब कुछ अपने कब्जे में ले लिया। वहीं दूसरी ओर दिल्ली में सत्तारुढ़ आम आदमी पार्टी ने कहा कि आज की हिंसा के लिए केन्द्र सरकार जिम्मेदार है, पिछले दो महीने से आंदोलन शांतिपूर्वक चल रहा था। दिल्ली के सीएम अमरिन्दर सिंह ने भी प्रधानमंत्री से किसानों की मांग को स्वीकार करने का आग्रह किया है। उन्होंने किसानों से भी दिल्ली छोड़ वापिस दिल्ली की सरहदों पर लौटने की अपील की है।
किसान नेताओं ने भी खुद को इस मसले से अलग करते हुए कहा कि जो लोग आज हिंसा में शामिल थे, वे आंदोलन का हिस्सा नहीं थे, वे बाहरी तत्व थे। योगेन्द्र यादव ने भी कहा कि पुलिसकर्मियों पर हमला करने वाले किसान नहीं हो सकते।
दिल्ली में हुए दंगों को देखते हुए दिल्ली-एनसीआर के कई हिस्सों में इंटरनेट सेवा अस्थायी रुप से बंद कर दी गई है।
भारतीय रेलवे ने भी एक बयान जारी करते हुए कहा है कि जो यात्री किसान आंदोलन की वजह से ट्रेन नहीं पकड़ पाए, उनका पूरा पैसा वापिस दिया जाएगा। वे अपने पैसे के फुल रिफंड के लिए अप्लाई कर सकते हैं।