प्रधानमंत्री के देश को आत्मनिर्भर बनाने की पहल पर कई राज्यों में काम किया जा रहा है। आत्मनिर्भर भारत की जब बात आती है तो सबसे पहले जिक्र हमारे अन्नदाताओं का आता है। क्योंकि देश की जीडीपी को बढ़ाने में कृषि का सबसे ज्यादा योगदान होता है। यही वजह है प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर भारत का मंत्र देते रहे हैं। प्रधानमंत्री के इसी आव्हान पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी चलते हुए नजर आ रहे हैं। इसके तहत शिवराज सिंह चौहान ने ‘आत्म निर्भर मध्य प्रदेश’ का नारा दिया है।
ये भी देखें : खेती में भी होगा ड्रोन का इस्तेमाल, माननी होंगी ये शर्तें
ये भी देखें : ‘कृषि से संपन्नता योजना’ हींग और केसर की खेती करने के लिए किसानों को मिलेगी आर्थिक सहायता
ये भी देखें : इस तरीके से भिंडी की खेती करके कमाएं अच्छा मुनाफा, पढ़े विस्तार से
ये भी देखें : अगर आलू की खेती में किया पराली का इस्तेमाल तो हो जाएंगे मालेमाल, पढ़ें विस्तार से
क्या है ‘आत्म निर्भर मध्य प्रदेश’ स्लोगन
दरअसल इस स्लोगन के तहत शिवराज सिंह चौहान ने राज्य में 500 करोड़ रुपए के फूड प्रोसेसिंग प्लांट्स लगाने को कहा है। इसके लिए राज्य सरकार ने अधिकारियों को निर्देश भी दे दिए हैं। साथ ही फूट प्लांट्स लगाने की योजना को मंत्री परिषद से भी मंजूरी मिल गई है। उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण राज्यमंत्री भारत सिंह कुशवाह ने संबंधित अधिकारों को इसी महीने प्लाट लगाने का काम शुरू करने को कहा है।
इतना रखा गया है लक्ष्य
इस स्लोगन पर राज्यमंत्री भारत कुशवाह ने बताया कि अगले 4 सालों में राज्य में 10 हजार 5 सौ नए फूड प्रोसेसिंग प्लांट लगाए जाएंगे। इसकी मंत्रीमंडल ने भी अनुमति दे दी है। फूड प्लांट लगाने के लिए 500 करोड़ की राशि आवंटित की गई है।
केंद्र सरकार की तरफ से मिलेगी कितनी राशि
ये फूड प्लांट केंद्र प्रवर्तित सूक्ष्म खाद्य उन्नयन स्कीन के तहत लगाए जाएंगे। बात करें इस योजना में खर्च होने वाली राशि की तो बता दें कि इसमे केंद्र सरकार की तरफ से 60 फीसदी और राज्य सरकार की तरफ से 40 फीसदी राशि दी जाएगी। इस योजना के अन्तर्गत राज्य में कोल्ड स्टोरेज, वेयर हाउस, इन्क्यूबेशन सेंटर समेत बाकी फूड प्लांट लगाए जाएंगे। इस वित्त वर्ष (मार्च 2021) तक नई 262 यूनिट्स लगाने का लक्ष्य रखा गया है।