Kisan Andolan : आज राज्यसभा में सांसदों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कृषि बिलों का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारी किसानों से आंदोलन छोड़ने की अपील की। उन्होंने कहा कि आप आंदोलन खत्म कर हमारे साथ बातचीत कीजिए, बातचीत के जरिए हर मुद्दे का हल निकाला जा सकता है।
आंदोलन में बैठे बुजुर्ग किसानों पर बोलते हुए मोदी ने कहा कि हम आंदोलन से जुड़े लोगों से लगातार प्रार्थना करते हैं कि आंदोलन करना आपका हक है, लेकिन बुजुर्ग भी वहां बैठे हैं। उनको ले जाइए, आंदोलन खत्म करिए। आगे मिल बैठ कर चर्चा करेंगे, सारे रास्ते खुले हैं। यह सब हमने कहा है और आज भी मैं इस सदन के माध्यम से निमंत्रण देता हूं।
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उन्होंने आगे कहा कि यह समय खेती को खुशहाल बनाने के लिए फैसले लेने का समय है। हमें इस समय को नहीं गंवाना चाहिए और देश को आगे बढ़ाना चाहिए। वह राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बोल रहे थे।
प्रधानमंत्री मोदी की अपील पर किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि हम भी सरकार से कृषि कानूनों को वापिस लेने और MSP पर कानून बनाकर गारंटी देने की अपील कर रहे हैं। सरकार को भी हमारी अपील मान लेनी चाहिए, आंदोलन अपने आप ही खत्म हो जाएगा।
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राज्यसभा को आज मिला नया शब्द “आंदोलनजीवी”
राज्यसभा में बोलते हुए मोदी ने कहा कि कुछ लोग बुद्धिजीवी होते हैं, कुछ श्रमजीवी होते हैं और कुछ आंदोलनजीवी होते हैं। ये खुद कोई आंदोलन नहीं कर सकते लेकिन जहां कहीं भी कोई आंदोलन होता है, वहां पहुंच जाते हैं और अपनी वैचारिक बुद्धि से उसे भ्रमित कर देते हैं। वास्तव में ये परजीवी होते हैं जो दूसरों के सहारे ही जिंदा रहते हैं।
उन्होंने कहा कि वकीलों का आंदोलन हो या छात्रों का आंदोलन या फिर मजदूरों का। ये हर जगह नजर आएंगे। कभी परदे के पीछे, कभी परदे के आगे। यह पूरी टोली है जो आंदोलन के बिना जी नहीं सकते। हमें ऐसे लोगों को पहचानना होगा।