कृषि विधेयकों के व्यापक विरोध प्रदर्शन के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किसानों से अपील की है। उन्होंने कहा कि नए कृषि कानून किसानों के भले के लिए ही है। इन रिफॉर्म्स के बाद किसानों को नए बाजार मिलेंगे, नए विकल्प मिलेंगे, टेक्नोलॉजी का लाभ मिलेगा, देश का कोल्ड स्टोरेज इंफ्रास्ट्रक्चर आधुनिक होगा।
एग्रीकल्चर सेक्टर में होगा सबसे ज्यादा इन्वेस्टमेंट
उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार किसान संगठनों से बातचीत का प्रयास कर रही है। परन्तु किसान संगठन इन कृषि कानूनों को पूरी तरह से हटाने की जिद पर अड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि एग्रीकल्चर सेक्टर और उससे जुड़े अन्य सेक्टर जैसे एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर हो, फ़ूड प्रोसेसिंग हो, स्टोरेज हो, कोल्ड चैन हो इनके बीच हमने दीवारें देखी हैं।
उन्होंने कहा कि अब सभी दीवारें हटाई जा रही हैं, सभी अड़चनें हटाई जा रही हैं। इन रिफॉर्म्स के बाद किसानों को नए बाजार मिलेंगे,नए विकल्प मिलेंगे, टेक्नोलॉजी का लाभ मिलेगा, देश का कोल्ड स्टोरेज इंफ्रास्ट्रक्चर आधुनिक होगा। इन सबसे कृषि क्षेत्र में ज्यादा निवेश होगा। इन सबका सबसे ज्यादा फायदा मेरे देश के किसान को होने वाला है।
किसानों को दिया डिजिटल प्लेटफार्म पर बेचने का विकल्प
प्रधानमंत्री ने कहा कि अब भारत के किसानों को अपनी फसल मंडी से बाहर बेचने का विकल्प दिया गया है। किसान मंडियों का भी आधुनिकीकरण किया जा रहा है और किसानों को डिजीटली प्लेटफार्म भी उपलब्ध करवाया जा रहा है। इन सभी प्रयासों के जरिए सरकार किसानों को आत्मनिर्भर बनाने और उनकी आय बढ़ाने के लिए कार्य कर रही है।