प्रधानमंत्री ने आज किसानों से संवाद करते हुए कहा कि हमारी सरकार ने किसानों के हित में काम किया है। सरकार ने प्रयास किया कि किसानों के पास बेहतर फसल बीमा कवच हो, उन्हें उनकी फसलों की उचित कीमत मिले, सोलर पंप मिलें, उनकी जमीन का सॉयल हेल्थ कार्ड हो।
स्वामी रंगनाथन कमेटी (Swami Ranganathan Committee) की सिफारिशों का ध्यान रखते हुए ही हमने नए कृषि कानून लागू किए। लागत से डेढ़ गुणा MSP पर किसानों की फसल खरीदी गई। किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए हमने MSP के अन्तर्गत आने वाली फसलों की संख्या भी बढ़ा दी।
1.20 PM : पहले की सरकारों की गलत नीतियों का नतीजा देश के किसानों को भुगतना पड़ा। किसान अपनी सामर्थ्य का सही उपयोग नहीं कर सके। अब वही लोग जब सत्ता से हट गए तो सत्ता पाने के लिए देश के किसानों को भटका रहे हैं। हमारी सरकार ने देश के किसानों को अपना पक्का मकान दिया है, शौचालय बनवाया है, साफ पानी मिल रहा है।
बिजली के मुफ्त कनेक्शन, गैस के मुफ्त कनेक्शन मिल रहे हैं। आयुष्मान भारत के तहत 5 लाख रुपए तक के इलाज बीमा ने भी कृषकों के जीवन संबंधी चिंताओं को कम किया है।
1.25 PM : प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने कृषि सुधारों के जरिए किसानों को बेहतर विकल्प दिए हैं। इन कानूनों के लागू होने के बाद किसान अपनी फसल जहां चाहे, ऊंचे दामों में बेच सकते हैं। आप मंडी में MSP पर फसल बेचना चाहे तो वहां बेच सकते हैं, दूसरे देशों को निर्यात कर सकते हैं। एफपीओ के माध्यम से बेच सकते हैं या कि बिस्किट, चिप्स, जैम की वैल्यू चेन से जुड़ सकते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमने दूसरे सभी सेक्टर्स में इनवेस्टमेंट और इनोवेशन को बढ़ाया है। अब समय आ गया कि हम दुनिया के कृषि बाजारों में भी देश को उतना ही अग्रसर बनाएं।
1.40 PM : पीएम ने कहा कि सरकार ने किसानों के हित में इन कानूनों को लागू किया है। इन कृषि सुधारों को लेकर असंख्य झूठ बोले जा रहे हैं, कुछ लोग किसानों के बीच भ्रम फैला रहे हैं कि MSP खत्म की जा रही है। कुछ लोग अफवाहें फैला रहे हैं कि मंडियों को बंद कर दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि मैं पूछना चाहता हूं कि आज इन कानूनों को लागू हुए कई महीने बीत गए, क्या देश के किसी भी कोने में एक भी मंडी खत्म होने की खबर सुनी।
उन्होंने कहा कि किसान अपनी उपज को जहां चाहे, बेच सकते हैं, निर्यात कर सकते हैं, गृह राज्य की मंडियों में बेच सकते हैं, दूसरे राज्यों में बेच सकते हैं।
1.50 PM : मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि कृषि कानूनों में गलत क्या हैं, वो बताइए… किसानों को इतने अधिक अधिकार मिल रहे हैं, उसमें उन्हें क्या गलत दिखाई देता है। वो बताए। कुछ लोग किसानों को गुमराह कर रहे हैं।
किसान आंदोलन के नाम पर अन्य मुद्दों को उठाया जा रहा है। कुछ लोगों के पोस्टर लगा कर उन्हें रिहा करने की मांग की जा रही है। किसानों और सरकार की चर्चा नहीं होने दे रहे हैं। किसान आंदोलन शुरु हुआ तब MSP की गारंटी मांगी जा रही थी। अब आंदोलन भटकने के बाद दूसरे मुद्दों को भी इसमें जोड़ा जा रहा है।
पीएम मोदी का यह संबोधन ऐसे समय में हुआ है जब नए कृषि कानूनों को लेकर देश के किसान पिछले 30 दिनों से दिल्ली की सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।