प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 22 नवम्बर को 11.30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से उत्तर प्रदेश के विंध्याचल क्षेत्र के मिर्जापुर और सोनभद्र जिलों में ग्रामीण पेयजल सप्लाई परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे। प्रधानमंत्री गांव की जल तथा स्वच्छता समिति/पानी समिति के सदस्यों से भी बातचीत करेंगे। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उपस्थित होंगे।
इस परियोजना से 2,995 गांव के सभी परिवारों में नल के पानी का कनेक्शन दिया जाएगा। इससे इन जिलों की 42 लाख की आबादी लाभान्वित होगी। इन सभी गांवों में ग्राम जल तथा स्वच्छता समितियां और पानी समिति बनाई गईं हैं जिनके कंधों पर संचालन और रखरखाव की जिम्मेदारी है।
परियोजना की कुल अनुमानित लागत 5,555.38 करोड़ रुपये है। परियोजनाओं को चौबीस महीनों में पूरा करना है।
जल जीवन मिशन के बारे में
प्रधानमंत्री ने 15 अगस्त, 2019 को लालकिले के प्राचीर से जल जीवन मिशन की घोषणा की थी। इसका उद्देश्य 2024 तक देश के सभी ग्रामीण घरों में नल से पानी का कनेक्शन प्रदान करना है। अगस्त, 2019 में मिशन की घोषणा के समय 18.93 करोड़ ग्रामीण परिवारों में से केवल 3.23 करोड़ परिवारों में (17 प्रतिशत) नल के पानी का कनेक्शन था।
अगले चार वर्षों में नल के पानी का कनेक्शन देने के लिए 15.70 करोड़ प्रदान किए जाएंगे। पिछले 15 महीनों में कोविड-19 महामारी के बावजूद 2.63 करोड़ परिवारों में नल से पानी कनेक्शन दिया गया है और वर्तमान में 5.86 करोड़ (30.67 प्रतिशत) परिवारों में नल से पानी का कनेक्शन दिया गया है।