देश की राजधानी दिल्ली में किसानों की एंट्री पूरी तरह से बंद कर दी गई है। दिल्ली से लगती अन्य राज्यों की सीमा पर पुलिस का जमावड़ा तैनात किया गया है। बॉर्डर पर सभी वाहनों को रोक कर सघन चैकिंग अभियान चलाया जा रहा है जिससे दिल्ली की ट्रेफिक व्यवस्था पूरी तरह से गड़बड़ाने लग गई है।
साथ ही एनसीआर एरियाज के लिए चलने वाली मेट्रो स्थगित होने से आम जनता को परेशानी बढ़ रही है। यही नहीं दिल्ली सरकार और पंजाब सरकार खुलकर किसान आंदोलन के समर्थन में आ गई हैं तथा लगातार भाजपा पर निशाना साध रही हैं।
ऐसे माहौल में पुलिस ने दिल्ली सरकार से स्टेडियम को अस्थाई जेल बनाने की मांग की जिसे राज्य सरकार ने नामंजूर कर दिया है। दिल्ली के गृह मंत्री सत्येन्द्र जैन द्वारा जारी बयान के अनुसार ‘अहिंसक तरीके से आंदोलन करते किसानों को जेल में नहीं डाला जा सकता।’
Delhi Govt denies permission to Delhi police for converting stadiums into jails for protesting farmers.
Delhi Govt urges Centre Govt to accept farmers' demands.pic.twitter.com/mvGbZEcEWA
— AAP (@AamAadmiParty) November 27, 2020
‘Farmers are not criminals or terrorists’: AAP on Delhi Police’s request to set temporary jails#KejriwalKisanDeNaalhttps://t.co/7r8oUAWaLh
— AAP (@AamAadmiParty) November 27, 2020
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी किसानों के समर्थन में ट्वीट करते हुए कल लिखा था, “केंद्र सरकार के तीनों खेती बिल किसान विरोधी हैं। ये बिल वापिस लेने की बजाय किसानों को शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने से रोका जा रहा है, उन पर वॉटर कैनन चलाई जा रही हैं। किसानों पर ये जुर्म बिलकुल ग़लत है। शांतिपूर्ण प्रदर्शन उनका संवैधानिक अधिकार है।”
केंद्र सरकार के तीनों खेती बिल किसान विरोधी हैं। ये बिल वापिस लेने की बजाय किसानों को शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने से रोका जा रहा है, उन पर वॉटर कैनन चलाई जा रही हैं। किसानों पर ये जुर्म बिलकुल ग़लत है। शांतिपूर्ण प्रदर्शन उनका संवैधानिक अधिकार है।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) November 26, 2020
किसानों को दिल्ली में आने की अनुमति मिली
इंडिया टुडे के अनुसार दिल्ली पुलिस ने किसानों को राजधानी में घुसने की अनुमति दे दी है। धरने तथा प्रदर्शन को लेकर पुलिस व प्रदर्शनकारियों में बातचीत जारी है। कुछ ही देर में पुलिस की देखरेख में किसान राजधानी में प्रवेश करेंगे।
उल्लेखनीय है कि कल और आज में दिल्ली से लगती सीमाओं पर कई जगह किसानों तथा पुलिस की झड़प हो चुकी है। जहां पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए ट्रकों तथा अन्य वाहनों की कतार बनाई थी, उन्हें किसानों ने ट्रैक्टर लगा कर हटा दिया है। पुलिस ने कई जगहों पर किसानों पर आंसू गैस के गोले छोड़े तथा पानी की बौछारें की हालांकि किसानों पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ा।
पीएम हाउस तक पहुंचे किसान
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कुछ किसान 7 रेसकोर्स रोड स्थित पीएम हाउस तक पहुंच गए। इनमें कुछ आम आदमी पार्टी के नेता भी शामिल थे जिन्हें पुलिस ने हटाया।
यूपी बॉर्डर पर भी इकट्ठा हुए किसान
हरियाणा और पंजाब के बाद यूपी बॉर्डर पर भी राकेश टिकैत के नेतृत्व में किसान आगे बढ़ रहे है। दिल्ली-देहरादून हाईवे को जाम कर दिया गया है। साथ ही वेस्ट यूपी में मेरठ, बिजनौर, शामली, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर और बुलंदशहर में भी हाईवे जाम कर दिए गए हैं।
सोनीपत, बागपत, कुंडली, मोदीनगर सहित कई स्थानों पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। दिल्ली से लगती सीमा पर बहुत सी जगहों पर किसान एकत्रित होकर राजधानी के अंदर घुसने का प्रयास कर रहे हैं। इन्हें रोकने के प्रयास में पुलिस लगी हुई है। कई प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है। हालांकि जगह-जगह पर झड़प की स्थिति बनी हुई है।