हाल ही में रिलीज की गई मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज (MOFS) ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि रबी सीजन के लिए दृष्टिकोण (आउटलुक) उत्साहजनक बना हुआ है। इससे रबी की फसल आशाजनक होने के संकेत मिलते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि उर्वरक और एग्रोकेमिकल दिग्गजों ने 2 एचएफवाई 21 में बेहतर प्रदर्शन की संभावना जताई है।
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रिपोर्ट में कहा गया है कि मुख्य रुप से बेमौसम बारिश के कारण कम पैदावार के कारण कुछ राज्यों में कृषि आय प्रभावित हुई है। इसमें कहा गया है कि फिर भी अच्छे मानसून के मौसम में उर्वरक और एग्रोकेमिकल की मात्रा में मजबूती से वृद्धि हुई है।
बारिश से उद्योग की मात्रा में सुधार
साल दर साल की अवधि में एक एचएफवाई 21 में बिक्री 15 प्रतिशत तक बढ़कर 3.4 करोड़ टन हो गई है और डीएपी और एनपीकेएस में क्रमशः 28 प्रतिशत और 24 प्रतिशत की मात्रा में वृद्धि हुई है। यूरिया की मात्रा में सात प्रतिशत की वृद्धि हुई है। लगातार दूसरे साल सामान्य से अधिक मानसून वर्षा की वजह से उद्योग की मात्रा में सुधार हुआ है। अच्छे मानसून के कारण बुआई क्षेत्र में 111.7 मीटर हेक्टेयर में पांच प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है।
मिल सकती है किसानों को राहत
1 एचएफवाई 21 में कुल उर्वरक बिक्री में से डीएपी और एनपीकेएस में 28 प्रतिशत और 24 प्रतिशत की उच्चतम मात्रा देखी गई है। इधर, देश में किसान आंदोलन थमने का नाम नहीं ले रहा है। सरकार के तमाम प्रयासों के बावजूद भी आंदोलन खत्म नहीं हो रहा है। इस बीच, रबी की फसल अच्छी होने की खबर से किसानों को राहत मिल सकती है।